चार तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी और सोनिया गांधी विदेशी प्रतिनिधि से मिल रहे हैं. इन तस्वीरों में प्रतिनिधि के बगल में सोनिया गांधी और राहुल गांधी बैठे हैं, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री उनकी बगल वाली कुर्सी पर बैठे दिखते हैं. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि 10 वर्षों तक भारतीय के प्रधानमंत्री को राहुल गांधी और सोनिया गांधी द्वारा अनादर किया गया और इसे भारतीय लोकतंत्र के साथ मजाक बता रहे हैं.
ट्विटर यूजर ‘Squint Neon’ ने वायरल कोलाज शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया और इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आपमान बताया. (आर्काइव लिंक)
Lolflix नामक यूज़र ने इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा कि अनुमान लगाए कि भारत का प्रधानमंत्री कौन था. (आर्काइव लिंक)
भाजपा समर्थक ऋषि बागरी ने तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि ये नीली पगड़ी वाला आदमी 10 साल के लिए हमारे प्रधानमंत्री थे. (आर्काइव लिंक)
फ़ैक्ट-चेक
पहली तस्वीर
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल कॉलाज की पहली तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ये तस्वीर 26 अप्रैल 2017 के न्यूज़ एजेंसी ANI के ट्वीट में मिली जिसके कैप्शन में लिखा है कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी से मुलाकात की. यानी कि ये तस्वीर तब की है जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं थे और सोनिया गांधी विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा थी.
Sri Lankan Prime Minister Ranil Wickremesinghe met former PM Manmohan Singh and Sonia Gandhi in Delhi pic.twitter.com/N5x7OzEeku
— ANI (@ANI) April 26, 2017
दूसरी तस्वीर
दूसरी तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये तस्वीर द न्यू इंडियन एक्स्प्रेस की वेबसाइट पर 24 नवंबर 2017 को पब्लिश आर्टिकल में मिली. रिपोर्ट में बताया गया है कि सोनिया गांधी और कांग्रेस नेताओं ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान सोनिया के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा भी मौजूद थे. ये तस्वीर भी मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान की नहीं है, और सोनिया गांधी विपक्षी दल कांग्रेस की अध्यक्षा थी.
तीसरी तस्वीर
तीसरी तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये तस्वीर नेशनल हेराल्ड की वेबसाइट पर 26 जनवरी 2019 को प्रकाशित मिली. रिपोर्ट में बताया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की.
इस मामले पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने भी ट्वीट करते हुए लिखा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की. यानी, ये तस्वीर भी मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान की नहीं है, और राहुल गांधी विपक्षी दल कांग्रेस की अध्यक्ष थे.
A delegation of @INCIndia, led by Congress president @RahulGandhi & former PM Dr Manmohan Singh met the RSA President Cyril Ramaphosa, also the president of the ANC. The parties have century old historic ties and had a discussion on party-to-party, regional & global issues. pic.twitter.com/d7oHghYAuU
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) January 26, 2019
चौथी तस्वीर
चौथी तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये तस्वीर WION न्यूज़ की वेबसाइट पर 5 अक्टूबर 2019 को प्रकाशित मिली. रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा तथा आनंद शर्मा तथा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित पार्टी के अन्य नेताओं से मुलाकात की. यानी, ये तस्वीर भी मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान की नहीं है, बल्कि ये मुलाकात भी एक विपक्षी पार्टी के तौर पर हुई थी जब सोनिया गांधी विपक्षी दल कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा थी.
कुल मिलाकर, कई यूज़र्स ने पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह की राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ विदेशी प्रतिनिधियों से मुलाकात की तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी मुख्य स्थान पर बैठे हैं और डॉ मनमोहन सिंह उनके बगल में बैठे हैं. इस दावे के साथ कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह का अपमान किया है. वास्तव में, ये तस्वीरें डॉ मनमोहन सिंह के पीएम के रूप में कार्यकाल के बाद की हैं, और ये तस्वीरें उन बैठकों की हैं जब उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ विपक्षी दल के नेता के रूप में विदेशी प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी. चूंकि उनकी बैठक विपक्षी दल के रूप में हुई थी, इसलिए राहुल गांधी और सोनिया गांधी का मुख्य स्थान पर बैठने का कारण उनका पार्टी अध्यक्ष होना था.
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