5 अप्रैल को वक्फ़ (संशोधन) विधेयक 2025 (जिसे संसद के दोनों सदनों द्वारा मंजूरी दे दी गई) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मंजूरी मिल गई. और ये एक कानून बन गया. ज़ल्द ही, इस अधिनियम के खिलाफ देश के कई लाकों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा हुई जिसने बर्बरता और लूटपाट देखी. इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई जिनमें एक हिंदू पिता-पुत्र भी शामिल थे जो कथित तौर पर सांप्रदायिक झड़प में मारे गए थे और एक मुस्लिम व्यक्ति, जिसकी पुलिस की गोलीबारी में मौत हो गई थी.
इसी तनाव के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें हेलमेट पहना एक शख्स पिस्तौल लेकर दिख रहा है. वीडियो में एक दूसरा व्यक्ति हेलमेट पहने व्यक्ति को गोली जैसा कुछ दे रहा है. इसका इस्तेमाल वो अपने हथियार को फिर से लोड करने के लिए करता है. यूज़र्स ने दावा किया कि ये पश्चिम बंगाल का वीडियो है.
X यूज़र सुनंदा रॉय (@SaffronSunanda) (जिन्होंने पहले भी ग़लत सूचना फ़ैलाई थी, जिसे ऑल्ट न्यूज़ ने फ़ैक्ट चेक किया था) ने 15 अप्रैल को ये क्लिप शेयर किया. पोस्ट को 7.5 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और इस आर्टिकल के लिखे जाने तक इसे 8,100 से ज़्यादा बार रीशेयर किया गया था. (आर्काइव)
This video will show you the condition of West Bengal.
But for Sagarika Ghose, it’s Propaganda by BJP.
Waah TMC waah !! pic.twitter.com/ygwmgZAGwZ
— Sunanda Roy 👑 (@SaffronSunanda) April 15, 2025
X अकाउंट Kreately.in (@KreatelyMedia) ने भी यही वीडियो 15 अप्रैल को शेयर किया था. ये फ़ैक्ट-चेक आर्टिकल लिखे जाने तक इस पोस्ट को 71 हज़ार से ज़्यादा बार देखा और 2,900 से ज़्यादा बार रीशेयर किया गया है. (आर्काइव)
पाठकों को ध्यान देना चाहिए कि इस पेज ने पहले भी नफरत भड़काने वाली भ्रामक जानकारी और कंटेंट शेयर किये हैं.
BJP is lying about Bengal 🙏🏾 pic.twitter.com/WpiZaGMPCQ
— Kreately.in (@KreatelyMedia) April 15, 2025
कई यूज़र्स ने वायरल क्लिप शेयर करते हुए दावा किया कि ये पश्चिम बंगाल की वर्तमान स्थिति है.
फ़ैक्ट-चेक
इस दावे की सच्चाई का पता लगाने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने क्लिप के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 17 जुलाई, 2024 को बांग्लादेश स्थित न्यूज़ चैनल सोमॉय नेशनल का यूट्यूब वीडियो मिला. वीडियो का टाइटल बंगाली में है जिसका हिंदी अनुवाद है: “चट्टोग्राम में सार्वजनिक सड़क पर हथियार लहराता हुआ ये युवक कौन है?” चट्टोग्राम या चटगांव बांग्लादेश का एक शहर है.
यूट्यूब वीडियो के शुरुआती हिस्से में वही आदमी हाथ में पिस्तौल लिए दिख रहा है. उनके साथ कुछ और लोग भी हाथ में मोटी-मोटी लाठियां लेकर पत्थर फेंकता है. वायरल क्लिप 28 सेकेंड की है.
ये सुनिश्चित करने के लिए कि ये वायरल वीडियो सच में चटगांव का है, हमने इस क्लिप में दिख रहे एरिया को जियोलोकेट किया और हमें मालूम हुआ कि ये जगह 70 हाथज़ारी रोड, चटगांव, बांग्लादेश है. आगे, कंपेरिज़न में ये बात साफ दिखती है.
हमें इस घटना पर पिछले साल जुलाई से बांग्लादेश के न्यूज़ आउटलेट्स की कई रिपोर्ट्स भी मिलीं. 18 जुलाई, 2024 की बांग्ला ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में वायरल वीडियो का स्क्रीनग्रैब था. ‘चटगांव में झड़प में हथियारों के साथ ये लोग कौन हैं?’ टाइटल वाले आर्टिकल में कहा गया है कि कोटा सुधार कार्यकर्ताओं और छात्र लीग-जुबो लीग के सदस्यों (अवामी लीग की युवा शाखा) के बीच 16 जुलाई को चटगांव के मुरादपुर में विवाद हुआ. घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने आउटलेट को बताया कि संघर्ष में कई लोगों ने खुलेआम फ़ायरआर्म्स और धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि हेलमेट पहने हथियारबंद व्यक्ति फ़िरोज़ आलम था जो कथित तौर पर जुबो लीग का नेता था.
कुल मिलाकर, ये साफ है कि वायरल क्लिप पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हाल की अशांति का नहीं है. ये वीडियो पिछले साल जुलाई में बांग्लादेश में छात्रों के विरोध प्रदर्शन का है और इसे भ्रामक और झूठे दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.