कई मीडिया आउटलेट्स ने 8 जुलाई को ये ख़बर दी कि कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता (LoP) राहुल गांधी ने असम के फुलर्टल में बाढ़ राहत शिविर का दौरा किया और प्रभावित लोगों की शिकायतें सुनीं.

न्यूज़ एजेंसी ANI और PTI ने एक शिविर में कुछ लोगों से घिरे राहुल गांधी की तस्वीरों के साथ रिपोर्ट पब्लिश की.

ANI ने तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा, “कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फुलर्टल में राहत शिविर में बाढ़ प्रभावित पीड़ितों से मुलाकात की (X/@INCIndia).” PTI ने अपनी रिपोर्ट में राहुल गांधी के एक ट्वीट का हवाला दिया जिसमें उन्होंने असम बाढ़ पीड़ितों के प्रति अपना समर्थन जताया था. रिपोर्ट में ये भी लिखा है कि राहुल गांधी ने असम के कछार ज़िले के फुलर्टल में एक बाढ़-राहत शिविर का दौरा किया.

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द हिंदू, NDTV, द टाइम्स ऑफ़ इंडिया, द इंडियन एक्सप्रेस, इंडिया टुडे, डेक्कन क्रॉनिकल, द वीक, ज़ी न्यूज़ और कई अन्य न्यूज़ आउटलेट्स ने राहुल गांधी की असम के फुलर्टल में एक राहत शिविर में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात के बारे में रिपोर्ट पब्लिश की.

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कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल ने भी एक शिविर के अंदर राहुल गांधी की वही तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा कि राहुल गांधी ने असम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की. (आर्काइव)

फ़ैक्ट-चेक

चूंकि ANI ने तस्वीर के सोर्स के रूप में कांग्रेस के एक्स हैंडल का हवाला दिया था, इसलिए हमने इसकी तलाश की. हमें संबंधित ट्वीट मिल गया. लेकिन इस ट्वीट में बाढ़ पीड़ितों का कोई ज़िक्र नहीं है.

इसमें मीडिया रिपोर्ट्स में इस्तेमाल की गई तस्वीरें शामिल थीं. हालांकि, @INCIndia ने ट्वीट में लिखा: “नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi ने असम में मौजूद राहत शिविर में मणिपुर हिंसा के शरणार्थियों से मुलाकात की.

📍 फुलेरताल, असम.”

इन्हीं विजुअल्स वाला एक वीडियो राहुल गांधी के ऑफ़िशियल इंस्टाग्राम पेज पर भी शेयर किया गया था. कैप्शन में लिखा गया है: “मणिपुर के प्रिय लोगों, मैं आपके भाई के रूप में आपके पास आया हूं. मैं आप सभी के जीवन में शांति वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा. प्यार हमें समाधान की ओर ले जाएगी – मुझे इसका यकीन है.”

 

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रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीरों में दिख रही महिला इस वीडियो में भी दिख रही है.

हमने कछार ज़िले में स्थित एक राष्ट्रीय अंग्रेजी दैनिक के पत्रकार से बात की. उन्होंने ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “फुलर्टल में कोई बाढ़ राहत शिविर नहीं है. राहुल गांधी ने यहां दो शिविरों का दौरा किया था. दोनों शिविरों में मणिपुर के शरणार्थी रहते थे. जो तस्वीर कई आउटलेट्स द्वारा इस्तेमाल की गई है वो लखीपुर ब्लॉक के इन शिविरों में से एक की हैं.

कुल मिलाकर, ये ख़बरें झूठी हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कछार ज़िले के एक राहत शिविर में असम बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की. मणिपुर हिंसा के पीड़ितों के लिए एक राहत शिविर की उनकी यात्रा की तस्वीरों का मीडिया आउटलेट्स द्वारा ग़लत इस्तेमाल किया गया.

संयोगवश अध्यक्ष भूपेन बोरा के नेतृत्व में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक टीम ने 8 जुलाई को राहुल गांधी को एक ज्ञापन सौंपा था और उनसे असम बाढ़ के मुद्दे को संसद में उठाने का आग्रह किया था. ये असम कांग्रेस के ऑफ़िशियल X हैंडल से ट्वीट किया गया था, लेकिन इसमें गांधी के बाढ़ पीड़ितों से मिलने का कोई ज़िक्र नहीं था.

इसे लेकर राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया. PTI ने अपनी रिपोर्ट में इसी ट्वीट का जिक्र किया है. लेकिन इस ट्वीट में बाढ़ प्रभावित लोगों से राहुल गांधी की मुलाकात का कोई ज़िक्र नहीं था.

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