पिछले करीब एक हफ़्ते से कई ट्विटर और फ़ेसबुक यूज़र्स कुछ वीडियोज़ शेयर कर रहे हैं जिसमें राइट विंग के समूह ‘संस्कृति बचाओ मंच’ और ‘बजरंग दल’ बच्चों की मॉरल पुलिसिंग करते दिख रहे हैं. उन्हें भोपाल के एक हुक्का लाउंज में बर्थडे पार्टी के दौरान कैमरे पर कुछ नाबालिगों को शोषित करते हुए देखा जा सकता है. भगवा गमछा पहने एक शख़्स बच्चों को पकड़े हुए है और दावा कर रहा है कि ये बच्चे लव जिहाद में शामिल हैं. ऑल्ट न्यूज़ नाबालिगों की पहचान की सुरक्षा के लिए इस रिपोर्ट में ये वीडियोज़ नहीं लगा रहा है.

न्यूज़ 24 ने यही वीडियो ट्वीट किया है लेकिन बच्चों के चेहरों को ब्लर नहीं किया है. इस वीडियो को 7,000 से ज्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं.

फ़ेसबुक पेज भारत24न्यूज़ ने भी वायरल वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा कि ‘संस्कृति रक्षक’ ग्रुप ने ‘लव जिहाद’ का आरोप लगाया है.

फ़ेसबुक यूज़र रोमी साहू लाइकंस II ( Romi Sahu Lycans II) ने इस वायरल वीडियो को शेयर किया और लिखा कि मौके पर शराब भी पायी गयी.

इस वीडियो को यूट्यूब यूज़र ‘हिन्दू प्रिंस चौधरी’ ने भी ‘लव जिहाद’ के दावे के साथ शेयर किया.

फ़ैक्ट-चेक

एक कीवर्ड सर्च ने कई मीडिया रिपोर्ट्स तक पहुंचाया. द टाइम्स ऑफ़ इंडिया और द हिन्दू ने रिपोर्ट किया था कि राइट विंग समूहों ने एक बर्थडे पार्टी में बच्चों के साथ बदतमीज़ी की थी. दोनों ही रिपोर्ट्स के अनुसार नाबालिगों को चाइल्डलाइन और स्पेशल जुवेनाइल पुलिस यूनिट को सौंप दिया गया था.

द हिन्दू के अनुसार चाइल्डलाइन ने कहा था, “बृहस्पतिवार को 4 लड़कियों के अभिभावकों ने भोपाल पुलिस के पास शिकायत दर्ज की थी कि दो राइट विंग समूहों ने एक होटल में उनके साथ बदतमीज़ी की और लड़कियों को शोषित करते हुए वीडियो वायरल किया जिसके बाद से वे मानसिक तनाव में हैं.” रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि पार्टी में वयस्क भी मौजूद थे और 2 बच्चों की मां ने कहा कि उनके पति ने बदनामी होने की वजह से बच्चों को घर लौट कर न आने को कहा.

वीडियो में मुस्लिम व्यक्ति को बालों से पकड़े हुए दिख रहा शख़्स संस्कृति बचाओ मंच का सदस्य चंद्रशेखर तिवारी है.

एशियानेट की एक हिंदी रिपोर्ट में बताया गया है कि पार्टी में हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदाय के बच्चों की मौजूदगी के कारण इन कुख्यात समूहों ने बर्थडे पार्टी को ‘लव जिहाद’ का ऐंगल दे दिया. इस रिपोर्ट के अनुसार पार्टी में 9 नाबालिग मौजूद थे. ऑल्ट न्यूज़ ने क्षेत्रीय रिपोर्टरों से बात की. उन्होंने बताया कि कुछ बच्चे राइट विंग समूह के हंगामे के बाद ही रेस्तरां से भाग निकले थे.

ऑल्ट न्यूज़ भोपाल के एसपी से बात की जिन्होंने बताया, “हमारी जांच के अनुसार रेस्तरां में एक बर्थडे पर्टी मनाई जा रही थी. न ही वहां शराब पाई गयी और न ही किसी ने शराब पी हुई थी. फ़िलहाल हम इसकी जांच कर रहे हैं कि हुक्का में तम्बाकू था या नहीं.”

भोपाल के एनजीओ चाइल्डलाइन की निदेशक अर्चना सहाय ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि उन्होंने 9 नाबालिगों की काउन्सलिंग की. उन्होंने कहा, “इस केस में कई मुद्दें हैं. महामारी में बच्चों का पार्टी के लिए इकठ्ठा होने से लेकर नाबालिगों को हुक्क्का मुहैय्या करवाना.” हालांकि, सबसे बड़ा मुद्दा है, बड़ों का मॉरल पुलिसिंग की आड़ में नाबालिगों की प्राइवेसी भंग करना.

अर्चना सहाय के मुताबिक रेस्तरां में 2 बर्थडे पार्टी मनाई जा रही थीं और अधिकतर लड़कियां अल्पसंख्यक समुदाय से थीं. सहाय ने ये भी कहा कि उन्होंने हुक्का के साथ कोई शराब नहीं मिलाई थी. उन्होंने कहा, “किसी भी बच्चे ने शराब नहीं पी हुई थी. यहां तक कि हर बात इस ओर इशारा कर रही थी कि शराब की बोतलें प्लांट की गयी थीं. क्यूंकि इस रेस्तरां के पास शराब का लाइसेंस ही नहीं है.”

भोपाल के चाइल्ड वेलफ़ेयर कमिटी (CWC) के सदस्य कृपा शंकर चौबे ने कहा, “CWC का प्राथमिक काम बच्चों का पुनर्वास और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है. अगर इनके अभिभावक FIR दर्ज कराना चाहते हैं तो ऐसा करने में CWC उनकी मदद करेगा.”

अर्चना सहाय ने कहा, “कुछ अभिभावकों ने टीटी नगर पुलिस स्टेशन के इन-चार्ज के सामने स्टेटमेंट दर्ज कराया है और इन समूहों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है.” उन्होंने ये भी कहा, “मैंने पहले भी ऐसे कई केस देखें हैं. इसका कोई ठोस परिणाम आना मुश्किल है.” ऑल्ट न्यूज़ को पुलिस को एक अभिभावक द्वारा दिया गया शिकायत पत्र भी मिला है.

यानी, राइट विंग समूह ‘संस्कृति बचाओ मंच’ और ‘बजरंग दल’ ने भोपाल के एक रेस्तरां में मनाई जा रही बर्थडे पार्टी को सांप्रदायिक रंग दिया. समूह के सदस्यों ने न केवल बच्चों को प्रताड़ित किया बल्कि उनका वीडियो रिकॉर्ड भी किया जिसे सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. इन क्लिप्स को अब फ़र्ज़ी दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.