सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे एक वीडियो के बारे में बताया जा रहा है कि ये भारतीय सेना है जो चीन की सीमा में 4 किलोमीटर अंदर तक घुसने पर खुशी जता रही है. फ़ेसबुक पेज ‘मैं अदृश्य हूँ फिर भी साक्षी हूँ’ ने ये वीडियो भारतीय आर्मी का बताते हुए पोस्ट किया. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 1 लाख 22 हज़ार बार देखा और 2 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया गया है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
चीन में चार कि.मी.अन्दर घुसी भारतीय सेना, जश्न मनाते सैनिक दिखे
बड़ी खबर: भारत #चीन के 4 किलोमीटर अन्दर तक घुस चुका है। जश्न मनाते #भारतीय_सेना के जवान।
●1962 में हारे रेकिन माउंटेन पास व हुनान पोस्ट 57 साल बाद #भारत के कब्जे में।
#जयहिन्द ॥ #जयभारत ॥ #जयमहाभारतPosted by मैं अदृश्य हूँ फिर भी साक्षी हूँ on Tuesday, 1 September 2020
ट्विटर यूज़र दीपिका रस्तोगी ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “#चीन के 4 किलोमीटर अन्दर तक घुसने के बाद खुशी मनाते #भारतीय_सेना के जवान। सन् 1962 में हारे रेकीन माउंटेन और हुनान कोस्ट 57 साल बाद भारतीय सैनिकों ने वापस लिया और तिरंगा लहराया।” आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 1,200 व्यूज़ मिले हैं. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
#चीन के 4 किलोमीटर अन्दर तक घुसने के बाद खुशी मनाते #भारतीय_सेना के जवान। 💪🇮🇳🙏
सन् 1962 में हारे रेकीन माउंटेन और हुनान कोस्ट 57 साल बाद भारतीय सैनिकों ने वापस लिया और तिरंगा लहराया।🇮🇳🇮🇳🇮🇳
🇮🇳 #जयहिंद 🇮🇳🇮🇳 #जयभारत 🇮🇳
🇮🇳🇮🇳🇮🇳 #वन्देमातरम 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
🇮🇳🇮🇳#भारत_माता_की_जय🇮🇳🇮🇳 pic.twitter.com/OoLCepgikz— दीपिका रस्तोगी (@Real_Deepika_) September 2, 2020
फ़ैक्ट-चेक
वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये वीडियो 27 अगस्त 2020 को फ़ेसबुक पेज ‘བོད་ཀྱི་འཕྲིན་ལམ། Tibet Channel’ पर पोस्ट किया हुआ मिला. पोस्ट में इस वीडियो को तिब्बत का बताया गया है. इसके अलावा, 27 अगस्त को ये वीडियो एक ट्विटर यूज़र ने शेयर करते हुए लिखा – “तिब्बत की सेना मौजूद है, तिब्बत जल्द ही मुक्त होगा”.
Tibetan Army dance
Posted by བོད་ཀྱི་འཕྲིན་ལམ། Tibet Channel on Wednesday, 26 August 2020
27 अगस्त को शेयर किये गए इस वीडियो में सैनिकों के हाथ में तिब्बत के झंडे दिखाई दे रहे हैं.
इसके अलावा, वायरल वीडियो के साथ इस वीडियो को कम्पेयर करने पर ये साफ़ हो जाता है कि दोनों वीडियो एक ही घटना के हैं.
अब बात करते हैं भारत-चीन के बीच हुई हालिया झड़प की. दोनों देशों की सेनाएं 29-30 अगस्त की रात को आमने-सामने आयीं जिसमें कोई बड़ा टकराव नहीं हुआ. इंडियन एक्स्प्रेस की खबर के मुताबिक, “पूर्वी लद्दाख के चुशुल सेक्टर में ऊंचाई पर कब्ज़ा करने के लिए 29-31 अगस्त के ऑपरेशन में SFF के शामिल होने की खबर है. सेना अभी ज्यादा डिटेल्स नहीं दे रही है.” SFF, स्पेशल फ्रंटियर फ़ोर्स भारत की गुप्तचर एजेंसी का हिस्सा है, जिसमें ज़्यादातर तिब्बती लोग शामिल हैं.
31 अगस्त को जारी एक प्रेस रिलीज़ में बताया गया है कि PLA के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में हुए समझौते का उल्लंघन किया. इस बयान के मुताबिक, “भारतीय सैनिकों ने पंन्गोंग त्सो लेक में चीनी सैनिकों के उकसाऊ क़दम को रोक दिया है. भारतीय सेना संवाद के ज़रिए शांति बहाल करने का पक्षधर है लेकिन इसके साथ ही अपने इलाक़े की अखंडता की सुरक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध है. पूरे विवाद पर ब्रिगेड कमांडर स्तर पर बैठक जारी है.”
इसी के बाद ये वीडियो वायरल हुआ जिसमें ऐसा दावा किया गया कि भारतीय सेना चीनी सीमा के 4 किलोमीटर अन्दर घुस गयी. यहां गौर करने वाली बात है कि ये वीडियो फ़ेसबुक पर इस टकराव से पहले ही मौजूद था. यानी दावा सही नहीं हो सकता है. इसके अलावा अगर ऐसी कोई खबर होती तो मीडिया में रिपोर्टेड होती.
कुल मिलाकर एक पुराना वीडियो 29-30 अगस्त की रात में भारत-चीन के बीच हुई झड़प के बाद का बताकर शेयर किया गया. वास्तव में ये वीडियो 29 अगस्त के पहले शेयर हुआ है.
वायरल है ये वीडियो
फ़ेसबुक पर इस वीडियो को एक तमिल मेसेज के साथ पोस्ट किया गया है जिसे आर्टिकल लिखे जाने तक 27 हज़ार बार देखा जा चुका है. (पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न)
#விகாஸ்
#SFF கம்பெனி லீடர் நிய்மா டென்சிங் அவர்களின் திருவுடல் முழு இராணுவ மரியாதையுடன் அடக்கம் செய்யப்பட்டது.
Posted by இந்திய இராணுவச் செய்திகள் on Sunday, 6 September 2020
फ़ेसबुक और ट्विटर पर ये वीडियो भारतीय आर्मी के जश्न का बताकर वायरल है.
[इस आर्टिकल में SFF का कॉन्टेक्स्ट दिया गया है और टाइटल में बदलाव किया गया है.]सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
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