सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. वीडियो में क्लासरूम जैसी दिखने वाली जगह में एक युवक महिला पर बंदूक ताने हुए है. इसके बाद एक और व्यक्ति कैमरे के सामने आकर अश्लील इशारे करता है और घटना रिकॉर्ड करने वाला व्यक्ति इस पूरे वाकये के दौरान हंस रहा होता है. दावा किया जा रहा है कि ये घटना फ्रांस में 2023 के दंगों के दौरान एक स्कूल में हुई थी.

कई ट्विटर यूज़र्स ने ये वीडियो ट्वीट किया है और इनमें से ज़्यादातर यूज़र्स कह रहे हैं, “फ्रांस के पब्लिक स्कूलों में जो होता है वो अब बाहर आने लगा है”? यानी, इस ट्वीट के मुताबिक, ये घटना हाल ही में हुई थी.

इसे शेयर करने वालों में ट्विटर यूज़र ‘BrutalCams’ शामिल है जिसने 18 जुलाई, 2023 को ये वीडियो ट्वीट करते हुए दावा किया कि स्टूडेंट को बाद में गिरफ़्तार कर लिया गया और उस पर गंभीर हिंसा का आरोप लगाया गया. (आर्काइव लिंक)

ट्विटर यूज़र ‘ग्लाइनिस फ़िल्याव’ ने 8 जुलाई 2023 को ये वीडियो एक पब्लिक स्कूल के ‘लीक’ फ़ुटेज का बताकर ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)

फ़ैक्ट-चेक

सबसे पहले, ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया जिससे हमें अक्टूबर 2018 में ट्वीट किया गया यही वीडियो मिला.

यानी, ये साफ़ है कि इस घटना का फ्रांस में हाल में हुई घटनाओं से कोई संबंध नहीं है.

इसके बाद सर्च करने पर हमें बीबीसी की 21 अक्टूबर 2018 की रिपोर्ट मिली. आर्टिकल के मुताबिक, क्रीटीएल (पेरिस का एक उपनगर) के एक फ्रांसीसी युवक ने अपने टीचर पर नकली बंदूक तान दी थी और उसे ये पता नहीं था कि उसका क्लासमेट ये सब रिकॉर्ड कर रहा है. इस वीडियो में उसे फ्रेंच में टीचर पर चिल्लाते हुए खुद को प्रेज़ेंट करने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षक द्वारा पुलिस में शिकायत करने के बाद 15 साल के स्टूडेंट ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया था. बाद में उस पर गंभीर हिंसा का आरोप लगाया गया.

इस घटना की फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी आलोचना की थी. उन्होंने एक शिक्षक को धमकाने की हरकत को अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि उन्होंने तत्कालीन शिक्षा मंत्री जीन-मिशेल ब्लैंकेर और आंतरिक मंत्री क्रिस्टोफ़ कास्टानेर से इस संबंध में सख्त कदम उठाने के लिए कहा था.

यूरो न्यूज़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टीचर पर बंदूक तानने के बाद स्टूडेंट ने टीचर को अपना सिर हिलाने का आदेश दिया. रिपोर्ट में इस बारे में भी बात की गई है कि कैसे इस घटना के कारण कई फ्रांसीसी शिक्षकों ने शैक्षणिक संस्थानों में होने वाले दुर्व्यवहार और उन्हें मिलने वाले समर्थन की कमी के बारे में खुल कर बात की थी.

कुल मिलाकर, ये दावा ग़लत है कि ये फ्रांस में हुई हाल की घटना है. ये साल 2018 की घटना है. साथ ही खबरों के अनुसार, युवक द्वारा इस्तेमाल की गई बंदूक नकली थी.

काजोल नानावटी ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

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