सोशल मीडिया पर ग्रेटर नोएडा की एक वीडियो क्लिप वायरल है जिसमें दिख रहा है कि लोगों की भीड़ एक आदमी का पीछा कर रही है और उसे लाठियों से बेरहमी से पीट रही है. दावा किया जा रहा है कि ये व्यक्ति स्थानीय भाजपा नेता हैं जिन्हें मणिपुर हिंसा पर उनके बयान की वजह से पीटा जा रहा था.

ट्विटर ब्लू यूज़र बृंद कुमार ने 29 जुलाई को ये वीडियो ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी नेता मणिपुर की घटना को लेकर बहस कर रहे थे. इसकी वजह से भीड़ ने उनकी पिटाई कर दी. (आर्काइव)

ट्विटर हैन्डल ‘@GauravBadautRLD’ और ‘@SkSolinkapoor’ जैसे कई यूज़र्स ने भी इसी दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट किया.

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ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है जिसमें कई यूज़र्स ये दावा कर रहे हैं कि मणिपुर की घटना पर उनके बयान की वजह से बीजेपी नेता के साथ मारपीट की जा रही है.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया जिससे हमें 28 जुलाई की द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि ग्रेटर नोएडा के कासना क्षेत्र के लाडपुरा गांव में दो पक्षों के बीच लड़ाई हुई थी. रिपोर्ट में पिटाई करनेवाले व्यक्ति की पहचान भाजपा के ज़िला उपाध्यक्ष राहुल पंडित के रूप में की गई है.

रिपोर्ट में कहीं भी इसका ज़िक्र नहीं किया गया है कि इस झड़प का मणिपुर में चल रहे हालात से कोई सबंध है.

हिंदी की-वर्ड्स के साथ सर्च करने पर हमें दैनिक भास्कर का एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल में बताया गया है कि लाडपुरा गांव में जमीन विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था. ग्रामीणों ने लखपत परिवार की खाली जमीन के हिस्से पर एक मंदिर बनाने की मांग की थी. हालांकि, लखपत परिवार ने अपनी ज़मीन देने से मना कर दिया जिससे गांव के दो गुटों के बीच दुश्मनी पैदा हो गई.

25 जुलाई को गांव के कुछ लड़कों ने कथित तौर पर 2007 में लखपत परिवार द्वारा गांव के बाहर बनाए गए गेट पर लिखे ‘लखपत’ नाम को मिटा दिया था. इससे दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई और राहुल पंडित को लाठियों से बुरी तरह पीटा गया था. जैसा कि वीडियो में भी देखा जा सकता है. कई ग्रामीणों ने कथित तौर पर लखपत परिवार का अपमान किया.

आगे की जांच करने के लिए, हमने ये तलाश करने की कोशिश की कि क्या गौतम बौद्ध नगर पुलिस स्टेशन ने इस विवाद पर कोई रिपोर्ट जारी की है. हमें एक ट्वीट मिला जिसमें साफ़ तौर पर कहा गया है कि ये वीडियो गांव के दो पक्षों का है जो आपस में झगड़ रहे हैं. (आर्काइव)

फ़्री प्रेस जर्नल और न्यूज़ 24 जैसी न्यूज़ एजेंसियों ने भी 28 जुलाई को इस घटना के बारे में खबर पब्लिश की थी. उनमें से किसी ने भी पीड़ित व्यक्ति द्वारा मणिपुर मामले पर बयान करने का कोई ज़िक्र नहीं किया गया है.

कुल मिलाकर, वायरल वीडियो ग्रेटर नोएडा में जमीन विवाद को लेकर दो ग्रुप्स के बीच हुई झड़प का है जिसमें एक भाजपा नेता को कुछ लोग पीट रहे हैं. इस झड़प या हमले का मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है.

प्रांतिक अली ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

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