सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का एक वीडियो वायरल है. वीडियो में एक शख्स बच्चों को बिजली के झटके दे रहा है.
2 जून 2023 को अक्सर गलत जानकारी फैलाने वाला ट्विटर हैन्डल ‘हम लोग We The People’ ने ये वीडियो शेयर किया और लिखा, “पेशावर पाकिस्तान में, बच्चों सहित हिंदू अल्पसंख्यकों को बिजली के झटके देकर और अत्यधिक यातनाएं देकर जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने का मामला सामने आया है। हिंदूओं की कितनी दयनीय स्थिति है जिनके साथ कोई अंतरराष्ट्रीय मीडिया या मानवाधिकार संगठन भी नहीं है.” (आर्काइव लिंक)
पेशावर पाकिस्तान में, बच्चों सहित हिंदू अल्पसंख्यकों को बिजली के झटके देकर और अत्यधिक यातनाएं देकर जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने का मामला सामने आया है। हिंदूओं की कितनी दयनीय स्थिति है जिनके साथ कोई अंतरराष्ट्रीय मीडिया या मानवाधिकार संगठन भी नहीं है pic.twitter.com/YkvlGknICr
— हम लोग We The People (@ajaychauhan41) June 2, 2023
मार्च 2022 से शेयर
पिछले साल कई लोगों ने ऐसा ही एक वीडियो शेयर किया जिसमें यही शख्स एक नाबालिग लड़की को बिजली के झटके दे रहा है. दावा किया गया कि वीडियो में दिख रही नाबालिग लड़की ‘हिंदू’ है जिसे जबरदस्ती इस्लाम धर्म में बदला जा रहा है. मार्च 2022 में ट्विटर पर ये वीडियो कई लोगों ने ट्वीट किया जिनमें इस्कॉन के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास, पत्रकार यथार्थ सिक्का और राईट-विंग प्रोपगंडा वेबसाइट क्रीएटली शामिल है. इसके साथ “#TheKashmiriFiles” का इस्तेमाल किया गया.
ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल था.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया. हमें अगस्त 2020 में पब्लिश ‘फर्ज़ी फेथ हीलर’’ के बारे में एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इस शख्स को लोगों को यातनाएं देने की वजह से ग़िरफ्तार किया गया था. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि ये व्यक्ति एक युवक को बिजली का शॉक लगा रहा था. ऐसा ही कुछ वायरल वीडियो में भी देखा जा सकता है.
इसे ध्यान में रखते हुए हमने गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया जिससे हमें अगस्त 2020 की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में शामिल तस्वीरें वायरल वीडियो से मेल खाती हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में दिख रहा व्यक्ति पीर मोहम्मद उल्लाह है जिसे एक लड़के का झाड़-फूंक करते हुए बिजली का शॉक देने के आरोप में पेशावर पुलिस ने ग़िरफ्तार किया था.
न्यूज़ रिपोर्ट में पेशावर पुलिस का एक ट्वीट भी शामिल है.
کرنٹ لگا کر بچوں کے جن نکالنے والا جعلی پیر گرفتار
سوشل میڈیا پر وائرل ہونے والی جعلی پیر کی ویڈیو کے بعد پشاور پولیس نے اچینی بالا کے علاقے میں کارروائی کرتے ہوئے جعلی پیر محمد اللہ ولد قدرت اللہ کو گرفتارکر لیا،
ایف آئی آر درج کرکے مزید تفتیش شروع کردی گئی ہے.@Aadiiroy pic.twitter.com/mEqfLm6ODx
— Capital City Police Peshawar (@PeshawarCCPO) August 9, 2020
उर्दू में की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें अप्रैल 2021 में पीर मोहम्मद उल्लाह की ग़िरफ्तारी की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. आर्टिकल में ज़िक्र किया गया है कि मोहम्मद उल्लाह की पिछली ग़िरफ्तारी के बाद, उन्हें जमानत दे दी गई थी. और इस तरह की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होने का सख्त निर्देश दिया गया था. लेकिन उन्होंने अपना अभ्यास जारी रखा और शिकायतों के बाद पुलिस ने उन्हें कई बार ग़िरफ्तार कर लिया.
हाजी मोहम्मद उल्लाह के फ़ेसबुक पेज पर करीब 11 लाख फ़ॉलोअर्स हैं और ये झाड़-फूंक के वीडियो अपलोड करते रहते हैं. इनका एक यूट्यूब चैनल भी है जिस पर 80 हज़ार से ज़्यादा सब्सक्राइबर्स हैं.
हमें उनके किसी भी सोशल मीडिया अकाउंट पर ये वीडियो नहीं मिला. उनके सोशल मीडिया पर तलाश करते हुए हमने नोटिस किया कि वो अपने ज़्यादातर वीडियो एक ही ज़गह पर शूट करते हैं. नीचे, वायरल वीडियो से ली गई तस्वीर और मोहम्मद उल्लाह के यूट्यूब चैनल पर मौजूद वीडियो से ली गई तस्वीर में समानता दिखती है.
ऑल्ट न्यूज़ ने पाकिस्तानी पत्रकार सारा अतीक़ से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि मोहम्मद उल्लाह का इस तरह के वीडियो बनाने का इतिहास रहा है और उन्हें कई बार ग़िरफ्तार किया जा चुका है.
ऑल्ट न्यूज़ की ओर से सारा अतीक़ ने पेशावर पुलिस से भी बात की. पुलिस ने उन्हें बताया कि मोहम्मद उल्लाह के वीडियो में सभी नाबालिग मुस्लिम हैं और हाल ही में नवंबर, 2021 में मोहम्मद उल्लाह के खिलाफ़ एक FIR दर्ज की गई है. पुलिस ने ये भी बताया कि FIR के बाद, मोहम्मद उल्लाह ने अपने कुछ वीडियोज़ हटा लिए जिसमें अभी वायरल हो रहा वीडियो भी शामिल था.
ऑल्ट न्यूज़ से बात करते हुए एक स्थानीय हिंदू समुदाय के नेता हारून सरबदियाल ने कहा कि इस क्षेत्र में किसी भी हिंदू के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है. असल में, हिंदू समुदाय के अपने पंडित हैं जो झाड़-फूंक का काम करते हैं. लेकिन वो किसी को कोई शारीरिक नुकसान पहुंचाए बिना अपना काम करते हैं.
कुल मिलाकर, वायरल वीडियो का जबरन धर्म परिवर्तन से कोई लेना-देना नहीं है. ये एक मुस्लिम धर्म के ढोंगी पीर का वीडियो है जो लोगों के झाड़-फूंक का काम करते हैं. अक्सर लोगों को बिजली के शॉक देते हैं और इस तरह के कामों की वजह से कई बार इन्हें ग़िरफ्तार किया गया है.
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