सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि एक जुलूस में शामिल लोगों में से कुछ लोग एक गाड़ी को पकड़कर उल्टा कर देते हैं. ये वीडियो इंटरनेट पर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में रथ को रास्ते से जाने देने के लिए लोग कथित रूप से एक मुस्लिम व्यक्ति से उसकी गाड़ी हटा लेने की रीक्वेस्ट कर रहे थे. लेकिन वो नहीं माना इसलिए हिन्दू भक्तों ने मिलकर उसकी गाड़ी को सड़क से हटा दिया. अक्सर सोशल मीडिया पर गलत सांप्रदायिक दावे शेयर करने वाला X अकाउंट ‘हम लोग We The People’ ने ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ ट्वीट किया है. (ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न)
एकता की शक्ति
कर्नाटक में हिंदू भक्तों ने इस तरह प्रतिक्रिया व्यक्त की जब कई अनुरोधों के बाद भी एक मुस्लिम ने रथ के लिए अपनी कार को एक तरफ ले जाने से इनकार कर दिया। pic.twitter.com/qjlvg0y0C8
— हम लोग We The People 🇮🇳 (@ajaychauhan41) April 6, 2024
एक और वेरिफ़ाइड ट्विटर अकाउंट ‘@RealBababanaras’ ने भी ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ ट्वीट किया. (ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न)
This is how Hindu devotees in Karnataka reacted when even after multiple requests a Muslim refused to move his car aside for a chariot. Power of unity. pic.twitter.com/8ATVwioXUr
— Baba Banaras™ (@RealBababanaras) April 6, 2024
फ़ेसबुक और X पर और भी कई यूज़र्स ने ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया है.
फ़ैक्ट-चेक
इस कथित दावे की असलियत का पता लगाने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने इस घटना के बारे में पब्लिश की गई रिपोर्ट्स तलाशी. हमे मैंगलोर टुडे की 4 अप्रैल 2024 की एक रिपोर्ट मिली. इस आर्टिकल में बताया गया है कि बप्पानाडु दुर्गापरमेश्वरी मंदिर की रथयात्रा के दौरान भक्तों ने रास्ते में खड़े वाहनों को नुकसान पहुंचाते हुए उन्हें हटाया था.
आगे, कन्नड़ में की-वर्डस सर्च करने पर हमें इस घटना से संबंधित कई रिपोर्ट्स मिलीं. टीवी9 कन्नड़ की रिपोर्ट में बताया गया है कि बप्पानाडु ज़िले में दुर्गापरमेश्वरी यात्रा के दौरान भक्तों ने रास्ते में पार्क की गई कार, रिक्शा और बाइक को रथ के लिए रास्ता बनाने के लिए हटाया था. और इसमें वाहनों को नुकसान भी हुआ था.
आगे, हमने वीडियो में दिख रही गाड़ी के मालिक की जानकारी इकट्ठा करने के गाड़ी के नंबर को RTO व्हीकल इन्फ़ोर्मेशन वेबसाईट पर चेक किया. इस गाड़ी का रेजिस्ट्रैशन 30 मार्च 2017 को हुआ था और इसके मालिक वेंकटेश है. वहीं हाल में ये कार किसी और के नाम से रेजिस्टर्ड है.
यानी, इस कार के किसी मुस्लिम शख्स का होने का और उसे रीक्वेस्ट करने के बाद भी गाड़ी रास्ते से न हटाने का दावा निराधार है. इस मामले पर छपी रिपोर्ट्स में बताया गया है कि रथ निकालने के लिए श्रद्धालुओं ने रास्ते में खड़ी गाड़ी, रिक्शा और बाइक को हटाया था और उन्हें नुकसान पहुंचाया था.
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