दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 मार्च को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार कर लिया. केजरीवाल को शुरू में सात दिन की ED हिरासत में भेजा गया था. 28 मार्च को राउज़ एवेन्यू कोर्ट के विशेष CBI न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने ED की हिरासत में दिल्ली के सीएम की रिमांड 1 अप्रैल तक बढ़ा दी. अरविन्द केजरीवाल ने व्यक्तिगत रूप से अदालत को संबोधित किया जब ED की सात दिन की मोहलत की याचिका पर सुनवाई हो रही थी.

अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट से कहा कि ED का एकमात्र मकसद उन्हें शराब नीति मामले में फंसाना है. इस संदर्भ में दिल्ली के CM और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) SV राजू के बीच एक कथित बहस सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है.

ट्विटर (X) यूज़र आप का मेहता 🇮🇳 (@DaaruBaazMehta) ने 28 मार्च को एक ट्वीट किया जिसका हिंदी अनुवाद है:

“अरविंद केजरीवाल कोर्ट में: आपने मुझे गिरफ़्तार क्यों किया है?

ASG राजू: हमारे पास आपके खिलाफ एक बयान है.

अरविंद केजरीवाल: तो अगर मैं कहूं कि मैंने मोदी और अमित शाह को 100 करोड़ दिए, तो क्या आप मेरे बयान के आधार पर जाकर उन्हें गिरफ़्तार करेंगे?

जज और ASG दोनों चुप हो गए 😂😂😂

सेवेज.

#अरविंद केजरीवाल.”

इस ट्वीट को 15 लाख से ज़्यादा बार देखा गया और 2,500 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव)

सुमन सेनगुप्ता नामक एक फ़ेसबुक यूज़र ने 28 मार्च को एक पोस्ट शेयर किया जहां उन्होंने वायरल दावे के साथ एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट जोड़ा और इस बातचीत का सारांश देते हुए बंगाली में एक कैप्शन लिखा. उन्होंने अपने पोस्ट में ये भी लिखा, “ये खबर कल किसी भी अखबार में नहीं आएगी, इसलिए मैं इसे शेयर कर रहा हूं. ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को इसे देखने की ज़रूरत है, इसलिए इसके सुबह के अखबार में पब्लिश होने की संभावना बढ़ जाएगी…”

X (ट्विटर) पर कई अन्य यूज़र्स ने ऐसा ही ट्वीट करके इस दावे को आगे बढ़ाया. इनमें @RoshanKrRaii और @AnkitLal शामिल हैं.

This slideshow requires JavaScript.

फ़ैक्ट-चेक

वायरल बातचीत की सच्चाई का पता करने के लिए हमने सबंधित की-वर्ड सर्च किया. हमें 28 मार्च को दिल्ली सीएम के सम्बोधन के बारे में LiveLaw की एक रिपोर्ट मिली. अरविन्द केजरीवाल ने अपनी दलील में कहा कि इस गिरफ़्तारी के पीछे ED का मकसद आम आदमी पार्टी को तोड़ना था. उन्होंने सारथ रेड्डी के बारे में भी बात की जिन पर शुरूआत में आरोप लगाया गया था, लेकिन बाद में दिल्ली के सीएम के खिलाफ़ बयान देने के बाद उन्हें जमानत मिल गई. अरविंद केजरीवाल ने ये भी बताया कि गिरफ़्तार होने के बाद सारथ रेड्डी ने बीजेपी को 55 करोड़ रुपये का चंदा दिया था.

इसके अलावा, उन्होंने ज़िक्र किया कि उनका नाम जांच एजेंसी द्वारा दायर 25 हज़ार पेज में से सिर्फ चार बयानों में आया था और ED ने सिर्फ उन पेज पर भरोसा किया था जिनमें उनके खिलाफ़ बयान थे. उनका संबोधन फिर से इस आरोप के साथ खत्म हुआ कि ED द्वारा इस गिरफ़्तारी का मकसद AAP को “तोड़ना” और “एक सनसनी बनाना” और “जबरन वसूली” करना था.

हालांकि, हमें दिल्ली के मुख्यमंत्री और ASG SV राजू के बीच वायरल बातचीत नहीं मिली.

हमने उस लाइव थ्रेड को भी चेक किया जिसे लाइव लॉ ने X (ट्विटर) पर उस वक्त शेयर किया था जब 28 मार्च को अदालती कार्यवाही चल रही थी. वायरल एक्सचेंज वहां भी नहीं था.

इसके बाद, हमें 28 मार्च को कोर्ट रूम में हुई बातचीत पर न्यूज़लॉन्ड्री की एक रिपोर्ट मिली. लाइव लॉ रिपोर्ट की तरह, यहां भी हमें वो वायरल बहस नहीं मिली जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये दिल्ली के मुख्यमंत्री और और ASG राजू के बीच हुई थी.

इसके अलावा, हमें न्यूज़लॉन्ड्री की पत्रकार तनिष्का सोढ़ी का एक ट्वीट मिला. तनिष्का ने ही इस मामले पर रिपोर्ट की थी. वायरल दावे को कोट-ट्वीट करते हुए उन्होंने बताया कि वो अदालत में मौजूद थीं और ये कथित बातचीत वहां नहीं हुई थी.

हमने दो ऐसे व्यक्तियों से संपर्क किया जो अदालत में भी मौजूद थे – तनिष्का सोढ़ी और एक अन्य पत्रकार जो अपना नाम नहीं बताना चाहते थे. दोनों ने हमें बताया कि अरविंद केजरीवाल और ASG राजू के बीच वायरल ‘बातचीत’ काल्पनिक थी. ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई. तनिष्का ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. ये एक झूठा ट्वीट है जो शेयर हो रहा है और इसे बहुत बार रीट्वीट किया गया है.”

हमें @UmangPod और @thyagarajan_law जैसे कई अन्य पत्रकारों के ट्वीट मिले, जो उस वक्त अदालत में मौजूद थे. इन्होंने भी इस कथित बातचीत का खंडन किया.

This slideshow requires JavaScript.

हमें सोशल मीडिया पर 9 मिनट 49 सेकेंड का एक ऑडियो भी मिला, जिसे 28 मार्च को अदालत में अरविंद केजरीवाल के बयान के रूप में शेयर किया गया था. हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ इस क्लिप की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सकता है, लेकिन इसमें जो कहा जा रहा है, वो दिल्ली के मुख्यमंत्री के अलग-अलग न्यूज़ रिपोर्ट्स में संबोधन के कंटेंट से मेल खाता है. कथित एक्सचेंज इसमें शामिल नहीं है.

कुल मिलाकर, राउज़ एवेन्यू कोर्ट रूम में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल और ASG SV राजू के बीच कथित बातचीत असल में नहीं हुई थी. यानी, सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा किए गए ऐसे सारे ट्वीट झूठे हैं.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.