किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ ‘किसान महापंचायत’ के लिए मुज़फ्फ़रनगर में एकत्रित हज़ारों किसानों को संबोधित किया. राकेश टिकैत के भाषण का एक हिस्सा शेयर करते हुए भाजपा सदस्यों और समर्थकों ने ये दिखाने की कोशिश की कि उन्होंने किसान विरोध की आड़ में मुस्लिम तुष्टिकरण का सहारा लिया. वीडियो के इस हिस्से में राकेश टिकैत को ‘अल्लाह हू अकबर’ कहते हुए सुना जा सकता है.
भाजपा दिल्ली की प्रवक्ता निगहट अब्बास ने दावा किया, “ये उत्तर प्रदेश के चुनाव के लिए लड़ रहे हैं.”
मंच पर खड़े होकर क्या ये धार्मिक नारे लगाने वाले लोग किसान के लिए लड़ रहें हैं?
नहीं।
ये उत्तर प्रदेश के चुनाव के लिए लड़ रहें हैं। ये विडियो प्रमाण है #RakeshTikait की नियत का। pic.twitter.com/V2YbYtUEMN— Nighat Abbass 🇮🇳 (@abbas_nighat) September 6, 2021
बीजेपी सदस्य प्रीति गांधी ने भी राकेश टिकैत का वीडियो शेयर किया.
But seriously, what has “Allah hu Akbar” got to do with #FarmLaws??? pic.twitter.com/gGrdreYDrw
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) September 5, 2021
शेफ़ाली वैद्या ने तो राकेश टिकैत और तालिबान के बीच समानता दिखाई. उन्होंने जाट समुदाय को चेतावनी देने वाले भाजपा दिल्ली के प्रवक्ता अजय सहरावत के ट्वीट को फिर से शेयर किया. गौरतलब है कि ‘अल्लाह हू अकबर’ का मतलब है ‘ईश्वर से बड़ा कोई नहीं’.
Cute. Tikait and Taliban speak the exact same language 🙂 pic.twitter.com/m45h79hPWE
— Shefali Vaidya. 🇮🇳 (@ShefVaidya) September 5, 2021
इसी दावे के साथ सैकड़ों लाइक और रीट्वीट पाने वाले कई अन्य ट्विटर अकाउंट @AMIT_GUJJU, @idesibanda, @erbmjha, @seriousfunnyguy, @socialtamasha, @soulefacts, @pujatiwariBJP, @Sachi_Sandhna और @atulahuja थे.
भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया वीडियो
”बोले सो निहाल… सत श्री अकाल’ के नारों के बीच टिकैत ने कहा, “वे (पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ) हमें तोड़ने का काम करेंगे, हम जोड़ने काम करेंगे. हम संकल्प लेते हैं कि वहां पे अगर हमारी कब्रें भी बनेगी हम मोर्चा नहीं छोड़ देंगे. अगर हमें शहीद होना पड़ा तो हम मोर्चे पर होंगे. बगैर जीते वापस नहीं आयेंगे.”
उन्होंने आगे कहा, “इस तरह की सरकारें अगर देश में होगी तो ये दंगे करवाने का काम करेगी. पहले भी (उनके पिता और बीकेयू के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह टिकैत का जिक्र करते हुए) नारे लगते थे जब टिकैत साहब थे. ‘अल्लाह हू अकबर’ (भीड़ ‘हर हर महादेव’ का नारा लगाती है) ‘अल्लाह हू अकबर’ (भीड़ ‘हर हर महादेव’ का नारा लगाती है). ‘अल्लाह हू अकबर’ और ‘हर हर महादेव’ के नारे इसी धरती पर लगते थे. ये नारे हमेशा लगते रहेंगे. दंगा यहां पे नहीं होंगा. ये तोड़ने का काम करेंगे, हम जोड़ने का काम करेंगे.”
भाषण के इस भाग को नीचे दिए गए वीडियो में 10 मिनट 36 सेकेंड बाद देखा जा सकता है.
वीडियो के इस हिस्से को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया था.
#MuzaffarnagarMahaPanchayat main dafan ho gaya Hindu Muslim takrao ka naara. Lakhon kisanon ne lagaya Allh o Akbar aur Har Har Mahadev ka naara. #bhaicharaZindabad pic.twitter.com/8guNdL1Ne6
— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) September 5, 2021
कई लोगों ने बताया कि राकेश टिकैत ने कहा कि महेंद्र सिंह टिकैत के समय से किसान आंदोलन ने दोनों नारों को धार्मिक सद्भाव के प्रतीक के रूप में इस्तेमाल किया है.
To those who don’t get it, since the time of his father Mahendra Singh Tikait, the farmers movement has used the slogan “Allah Hu Akbar – Har Har Mahadev” as a sign of religious harmony and unity.
This is what is happening in the clip too, except the shameful IT Cell versions.
— Shivam Shankar Singh (@ShivamShankarS) September 6, 2021
‘अल्लाह हू अकबर’, जिसका मतलब है ‘ईश्वर से बड़ा कोई नहीं’ के उच्चारण मात्र ने भ्रामक दावों को जन्म दिया कि राकेश टिकैत मुस्लिम तुष्टिकरण का सहारा ले रहे थे. शेफ़ाली वैद्या ने उनकी तुलना तालिबान से की.
ज़ी हिंदुस्तान ने पुराना वीडियो तालिबान के ख़िलाफ़ हथियार उठाए बच्ची का बताकर चलाया, देखिये
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