सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है. इसमें एक महिला को एक आदमी घसीटते हुए ले जा रहा है. इसके बाद कई लोग उसे बाल पकड़कर लात, घूसों, चप्पलों और डंडों से पीट रहे हैं. कुछ महिलाएं भी ऐसा करते हुए देखी जा सकती हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये पाकिस्तान का है. और पीड़िता हिन्दू समुदाय की है.

ज़ी हिंदुस्तान ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “पाकिस्तान में नहीं रुक रहा है हिन्दुओं पर जुल्म. मामूली बात पर हिन्दू महिला को लाठी डंडों से पीटा गया”. (आर्काइव लिंक)

विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “एक ओर अफगानिस्तान ने बेटियों के विदेशों में भी पढ़ने को प्रतिबंधित कर दिया तो वहीं पाकिस्तान हिंदू महिलाओं के साथ दरिंदगी पर उतर आया. जिहादियों की महिलाद्रोही मानसिकता नहीं बदल सकती.” (आर्काइव लिंक)

दिव्य कुमार सोती ने ज़ी हिंदुस्तान के ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए लिखा, “हिंदुस्तान में ही हिंदुओं की कोई सुनवाई नहीं है तो पाकिस्तान में कहां से होगी?” (आर्काइव लिंक)

इसी प्रकार राइट विंग प्रॉपगेंडा वेबसाइट क्रियेटली मीडिया, एक्टर मनोज जोशी, ह्यूमैनिटेरियन एड इंटरनेशनल के फ़ाउंडर सुधांशु सिंह, अक्सर ग़लत जानकारी फैलाने वाले @MrSinha_, इत्यादि ने भी ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया.

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फ़ैक्ट-चेक

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल की वेबसाइट जियो टीवी पर 9 जनवरी 2022 को प्रकाशित एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल के मुताबिक, ज़मीनी विवाद को लेकर एक बुज़ुर्ग महिला को प्रताड़ित करने का ये मामला पाकिस्तान के सियालकोट का है. वीडियो वायरल होने के बाद सियालकोट पुलिस ने इसपर कार्रवाई करते हुए 15 आरोपियों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया. पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ़्तार किया था जिसमें 4 महिलायें थीं. जियो टीवी से बात करते हुए बुज़ुर्ग महिला ने बताया कि ये घटना ज़मीनी विवाद का है जो पिछले 13 साल से चल रहा है. इसमें कहीं भी सांप्रदायिक ऐंगल का ज़िक्र नहीं है.

पाकिस्तानी अखबार डाउन की वेब-पोर्टल पर 10 जनवरी 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ज़मीन को लेकर दो गुटों में विवाद था और इसको लेकर उनकी पहले भी कहासुनी हो चुकी थी. घटना के दिन फिर से दो महिलाओं के बीच ज़मीन को लेकर विवाद हो गया. इनकी पहचान मुनव्वर कंवल और नसरीन बीबी के रूप में की गई. नसरीन बीबी ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर मुनव्वर कंवल को बुरी तरह पीटा. नसरीन के भाइयों ने मुनव्वर को बालों से पकड़कर घसीटते हुए गांव ले गए और उनलोगों ने मिलकर मुनव्वर को थप्पड़, घूंसे मारे और लात-घूंसों से पीटा. इस रिपोर्ट में भी किसी प्रकार के सांप्रदायिक ऐंगल का ज़िक्र नहीं है.

पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने 9 जनवरी को मामले में कार्रवाई करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ़्तार किया. इनमें 4 महिलाएं थीं. 10 जनवरी को मामले में अपडेट देते हुए पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने कहा कि उन्होंने 10वें आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है और बाकियों की तलाश जारी है.

उर्दू की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें इस मामले से जुड़ा एक आर्टिकल पाकिस्तानी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़ 360 टीवी पर मिला. इस आर्टिकल में सियालकोट पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR की कॉपी भी मौजूद है. इसमें घटना की तारीख 31 दिसंबर 2021 लिखा है और FIR दर्ज़ होने की तारीख 7 जनवरी 2022 लिखा है.

हमने इस मामले में पाकिस्तान में बीबीसी उर्दू की पत्रकार सारा अतीक से बात की और उनसे FIR की कॉपी शेयर की. उन्होंने कन्फर्म किया कि ये उसी घटना की FIR कॉपी है और इसमें पीड़िता का नाम और मोबाइल नंबर भी मौजूद है. उन्होंने इस मामले में सांप्रदायिक ऐंगल की जांच करने के लिए पीड़िता मुनव्वर कंवल से बात की. पीड़िता ने उन्हें बताया कि वो मुस्लिम समुदाय की हैं और इस मामले में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है. पीड़ित महिला और सभी आरोपी मुस्लिम समुदाय के हैं.

कुल मिलाकर, जनवरी 2022 में ज़मीनी विवाद को लेकर पाकिस्तान के सियालकोट में एक महिला को प्रताड़ित किया गया था. इस घटना का वीडियो ज़ी हिंदुस्तान, विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता और एक्टर मनोज जोशी समेत कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का बताकर शेयर किया.

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Abhishek is a senior fact-checking journalist and researcher at Alt News. He has a keen interest in information verification and technology. He is always eager to learn new skills, explore new OSINT tools and techniques. Prior to joining Alt News, he worked in the field of content development and analysis with a major focus on Search Engine Optimization (SEO).