पिछले कई दिनों से भारत के राष्ट्रीय झंडे पर पैर रखे हुए एक व्यक्ति की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल है. पकिस्तान का झंडा लपेटे हुए ये शख्स भारतीय झंडे पर खड़ा हुआ है. इसके हाथ में बंदूक भी है. दावा किया जा रहा है कि ये व्यक्ति कोलकाता का रहनेवाला है. मेसेज में इस तस्वीर को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करने की मांग की गई है ताकि भारत के राष्ट्रीय झंडे का अपमान करने वाले व्यक्ति की गिरफ़्तारी हो सके. ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल मोबाइल ऐप पर तस्वीर की हकीकत जानने के लिए कुछ रीक्वेस्ट आई हैं.
28 जून को ट्विटर पर संतोष व्यास ने ये तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “यह कोलकाता के महेशतला में संतोषपूरी का रहने वाला है।इसे इतना वायरल करें की इसकी गिरफ्तारी हो सके…!!” संतोष खुद को भाजपा मध्यप्रदेश का प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बताते हैं. आर्टिकल लिखे जाने तक इसे 3600 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है.
यह कोलकाता के महेशतला में संतोषपूरी का रहने वाला है।इसे इतना वायरल करें की इसकी गिरफ्तारी हो सके…!! pic.twitter.com/Sdd1bQtFEV
— Dr.Santosh vyas…🌶🌶 (@DrSantoshvyas1) June 28, 2020
एक फ़ेसबुक यूज़र ने ये तस्वीर इसी दावे से ‘योगी जी की अदालत (100 योगी फैंस को अवश्य जोड़े)’ नाम के एक ग्रुप में शेयर की.
ये तस्वीर कानपुर के आशुतोष शुक्ला की बताते हुए भी शेयर हुई है.
फ़ैक्ट-चेक
रिवर्स इमेज सर्च करने पर 2018 की एक लोकल वेबसाइट ‘सिवान ऑनलाइन’ का 30 अगस्त 2018 का आर्टिकल मिला. आर्टिकल में भारतीय झंडे पर पैर रखने वाले व्यक्ति की पहचान साजिद हुसैन के रूप में की गई है. ये व्यक्ति बिहार के सिवान शहर के पंचरुखी थाना क्षेत्र के जसौली का रहनवाला है.
यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च करने से 31 अगस्त 2018 का एक वीडियो मिला. वीडियो में शामिल एसपी नवीन चंद्र झा के बयान के मुताबिक, पंचमुखी पुलिस थाने में इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज की गई थी और आरोपी मोहम्मद साजिद हुसैन को गिरफ़्तार किया गया था. पुलिस ने बताया कि तस्वीर में दिखने वाली बंदूक के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चला है. झा ने बताया कि व्यक्ति पर राष्ट्रीय झंडे के अपमान का मामला दर्ज किया गया था.
30 अगस्त 2018 को प्रभात खबर ने इस घटना के बारे में एक रिपोर्ट पब्लिश की थी. इस रिपोर्ट में भी आरोपी व्यक्ति को बिहार के सिवान शहर का रहनेवाला साजिद हुसैन बताया गया है. पंजाब केसरी ने 31 अगस्त 2018 को इस घटना के बारे में एक वीडियो रिपोर्ट शेयर की थी.
इस तरह, 2018 में बिहार में हुई तिरंगे के अपमान की घटना की तस्वीर हाल में कोलकाता और कानपुर की बताकर शेयर की गई.
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