1 जून की सुबह, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में चार मंदिरों में हिंदू देवी-देवताओं की लगभग एक दर्जन मूर्तियों को कुछ बदमाशों ने तोड़ दिया. खबरों के मुताबिक, ये घटना बुलंदशहर ज़िले के बराल गांव की है. जब से ये ख़बर सामने आयी है, सोशल मीडिया यूज़र्स ने तोड़ी हुई मूर्तियों का एक वीडियो क्लिप शेयर करते हुए इसे हिंदुओं पर हमला बताया और दावा किया कि ये मुस्लिम समुदाय का काम हो सकता है. कुछ मीडिया चैनल्स ने भी यही दावा किया है.

अक्सर सोशल मीडिया पर ग़लत सांप्रदायिक सूचनाएं शेयर करने वाले ट्विटर यूज़र, ‘हम लोग वी द पीपल’ (@ajaychauhan41) ने 1 जून को ये वीडियो एक ट्विटर थ्रेड में ट्वीट किया. पहले ट्वीट में लिखा है, “बीती रात बुलंदशहर के चार मंदिरों पर हमला किया गया और मूर्तियों को तोड़ा गया। गिरजाघरों/मस्जिदों पर हमले की झूठी खबरें अंतरराष्ट्रीय समाचार बन जाती हैं, वे हिंदुओं को असहिष्णु कहने लगते हैं। हमारे मंदिरों पर किए जा रहे हमलों पर कब खबर बनेंगी ??” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 400 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)

दूसरे ट्वीट में इस यूज़र ने मुस्लिम समुदाय का ज़िक्र करते हुए बताया कि इसे ‘जिहादियों’ द्वारा किया गया है.

ट्विटर ब्लू यूज़र ‘BALA’ (@erbmjha) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फ़ॉलो करते हैं. बाला ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में चार अलग-अलग मंदिरों में हिंदू देवी-देवताओं की 12 से ज़्यादा मूर्तियों को अज्ञात बदमाशों ने तोड़ दिया जो कथित तौर पर 100 साल से ज़्यादा पुरानी थी. वो हमारी संस्कृति पर हमला कर रहे हैं, वो हमारे मंदिरों पर हमला कर रहे हैं, वो हमारी बेटियों पर हमला कर रहे हैं, इस बीच, हमें सिर्फ पीछे बैठकर और अपने विनाश को देखने की अनुमति है, नहीं तो हमें असहिष्णु, सांप्रदायिक करार दिया जाएगा.” आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 6 लाख से ज्यादा व्यूज़ और 1 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट गया. (आर्काइव लिंक)

1 जून को ज़ी उत्तर प्रदेश उत्तराखंड (@ZEEUPUK) ने ट्विटर पर एक बुलेटिन का वीडियो ट्वीट किया जिसमें चैनल ने बुलंदशहर के चार मंदिरों में मूर्ति खंडित करने के मामले पर चर्चा के लिए तीन गेस्ट को इनवाईट किया था – भाजपा से आलोक अवस्थी, समाजवादी पार्टी से विवेक पांडे और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग से मोहम्मद अतीक. चर्चा का शीर्षक था, “बुलंदशहर में औरंगजेबी गैंग?” (आर्काइव)

आज तक के सुधीर चौधरी ने 2 जून को अपने शो ब्लैक एंड व्हाइट में भी इस मामले को कवर किया. “अभी तक कोई नहीं जानता कि इस घटना का आरोपी कौन है और पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है”, ये बताने के बाद वीडियो में 2 मिनट 47 सेकेंड पर सुधीर चौधरी ने धर्म के आधार पर बुलंदशहर की जनसंख्या के आंकड़े बताए. आगे उन्होंने हाल ही के एक अपराध का ज़िक्र किया जहां उसी ज़िले से एक 20 साल के व्यक्ति, साहिल खान को गिरफ़्तार किया गया था. उसने अपनी 16 साल की प्रेमिका की 34 बार चाकू मारकर हत्या कर दी थी. (आर्काइव)

आज तक के पत्रकार ने शो की लाइव स्ट्रीम को इस कैप्शन ट्वीट किया: “#Bulandshahar में मंदिरों में शिवलिंग खंडित किया गया लेकिन देश में सन्नाटा है।अब धर्मनिरपेक्षता ख़तरे में नहीं ? (आर्काइव)

कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इसी तरह के दावों के साथ इस मामले पर ट्वीट्स किए हैं जिनमें सुदर्शन न्यूज़ के कार्यकारी संपादक जितेंद्र प्रताप सिंह, @MithilaWaala और @KreatelyMedia भी शामिल हैं. जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीधे तौर पर दावा किया था कि इस उपद्रव के पीछे ‘जिहादी’ थे. उन्होंने बाद में अपना ट्वीट डिलीट कर दिया.

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फ़ैक्ट-चेक

की-वर्ड्स सर्च से ऑल्ट न्यूज़ को 8 जून की दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट की हेडलाइन है: “बुलंदशहर में मूर्तियां खंडित करने वाले आरोपियों का कबूलनामा: बोले- क्षतिग्रस्त मूर्तियों की हो रही थी पूजा, नई मूर्तियां लगें इसलिए तोड़ दीं, 4 आरोपी गिरफ्तार.” रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि चारों आरोपी बराल के निवासी थे और उनके नाम हैं – हरीश शर्मा, शिवम, केशव और अजय.

हमें बुलंदशहर पुलिस का एक ट्वीट भी मिला जिसमें SSP श्लोक कुमार ने पुष्टि की कि चारों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है. SSP ने ये भी बताया कि इस घटना को हरीश शर्मा ने अंज़ाम दिया था जो अक्सर अन्य तीनों की मेजबानी करता था और ये एक साथ शराब पीते थे. वारदात वाले दिन भी वो नशे की हालत में थे.

एक और ट्वीट में बुलंदशहर पुलिस ने चारों की गिरफ़्तारी का ऑफ़िशियल नोटिस ट्वीट किया. नोटिस में चारों आरोपियों के वही नाम बताए गए हैं जो कि दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में है.

हमें कुछ यूट्यूब चैनल्स के वीडियोज़ में थोड़ी और कवरेज भी मिली जिसमें SSP श्लोक कुमार का बयान शामिल है.

चारों आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद आज तक ने इस मामले पर एक अपडेट शेयर किया कि ये बदमाश हिंदू थे. सुधीर चौधरी ने वीडियो को फिर से शेयर करते हुए लिखा, “बुलंदशहर के मंदिरों में तोड़फोड़ करने वाले उसी गांव के हिंदू लड़के निकले.”

कुल मिलाकर, बुलंदशहर के चार मंदिरों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को तोड़ने वाले बदमाशों को गिरफ़्तार कर लिया गया है. इसे चार बदमाशों ने अंज़ाम दिया था जो हिंदू समुदाय से हैं.

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