[नाबालिगों की पहचान छिपाने के लिए वायरल पोस्ट को आर्टिकल में एम्बेड नहीं किया गया है, और सिर्फ सबंधित सोशल मीडिया पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स का इस्तेमाल किया गया है.]

पिछले हफ्ते मेरठ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर ‘लव जिहाद’ के दावे के साथ वायरल हुआ था. यूजर्स ने इसे शेयर करते हुए दावा किया कि एक लड़की को उसके कमरे में एक मुस्लिम लड़के के साथ पकड़ा गया है. यूज़र्स ने ये भी दावा किया कि लड़की के परिवार ने पुलिस को बताया कि लड़के ने उनकी बेटी को बार-बार ये धमकी दी थी कि वो उसकी तस्वीर वायरल कर देगा.

वीडियो में कुछ लोगों के बीच एक लड़का और लड़की दिखते हैं. इन लोगों ने कथित तौर पर लड़के और लड़की को ‘पकड़ा’ और इस वीडियो को रिकॉर्ड कर लिया जो अब अब वायरल है. वीडियो में दिखता है कि लड़की उन्हें कहती है कि वीडियो रिकॉर्ड न करें. लेकिन वो मना कर देते हैं और रिकॉर्ड करना जारी रखते हैं. सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, ये घटना नौचंदी थाना क्षेत्र के मेरठ के शास्त्री नगर की है.

ट्विटर ब्लू यूज़र ‘संजू तिवारी’ (@SanjuTiwarri) ने 5 जून को ये वीडियो इस कैप्शन के साथ ट्वीट किया: “दुनिया भर में #लव_जिहाद के केस रोज हो रहे हैं पर लड़कियां समझने को तैयार नहीं है. मेरठ का मामला है ये हिंदू लड़की को एक मुस्लिम लड़के के साथ उसके कमरे में पकड़ा गया. हिंदू संगठन इसे लव जिहाद कह रहे हैं. लड़की के परिवार ने पुलिस को बताया कि मुस्लिम लड़का बार-बार उनकी बेटी को फोटो वायरल करने की धमकी देता था. बेशर्मी और गंदगी हद के पार है. झूठ और अधर्म सर पे सवार है. आतंकी और जिहादी भी अब तो यार हैं. देश और धर्म भी अब बेचने को तैयार हैं.” इस ट्वीट को आर्टिकल लिखे जाने तक 1 लाख से ज़्यादा व्यूज़ मिले हैं और इसे 300 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव लिंक)

एक और ट्विटर यूज़र @Anandkumar_IND ने 5 जून को इसी दावे के साथ ये वीडियो शेयर किया. इस ट्वीट को 1.5 लाख के करीब व्यूज़ मिले हैं और इसे 2 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)

कई और ट्विटर यूज़र्स ने ये वीडियो इन्हीं दावों के साथ ट्वीट किया इस लिस्ट में ‘@ajaychauhan41‘, ‘@Manish Thadhani1‘, और ‘@rajanikumari21‘ शामिल हैं.

ट्विटर अकाउंट ‘@WokePatroller‘ और ‘@Theintrepid‘ ने भी ये वीडियो ट्वीट किया. फिलहाल, दोनों अकाउंट डिएक्टिवेट हैं.

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लव जिहाद‘ राईट विंग ईकोसिस्टम द्वारा प्रचारित एक कांस्पीरेसी थ्योरी है जिसके मुताबिक, मुस्लिम व्यक्तियों को हिंदू महिलाओं को फंसाने और उनसे शादी कर उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ को 5 जून के ‘@ajaychauhan41‘ के वायरल ट्वीट के कमेंट सेक्शन में मेरठ पुलिस का एक ट्वीट मिला. साथ ही कुछ और लोगों के ट्वीट्स भी मिले जिसमें ये वीडियो शेयर किया गया था. मेरठ पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा था कि ये दोनों लोग नाबालिग हैं. मेडिकल परीक्षा की तैयारी करते हैं और दोनों एक ही जगह से हैं और एक दूसरे को जानते हैं. घर वालों द्वारा इस बात की पुष्टि लिखित में की गई है. प्रकरण में कोई अपराधिक नहीं आई है.

इसके बाद हमने नौचंदी के SHO एस के सक्सेना से कॉन्टेक्ट किया. उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की. उन्होंने बताया, “इस घटना के बारे में सोशल मीडिया पर झूठे दावे शेयर किए गए. इस घटना का कोई आपराधिक या सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है. लड़का (साढ़े 16 साल) और लड़की (16 साल) दोनों, नाबालिग हैं. दोनों साथ में NEET की पढ़ाई कर रहे थे. उनके परिवारों ने इसकी पुष्टि की है. चूंकि लड़का मुस्लिम था इसलिए कुछ लोगों ने इसे ग़लत समझा और इस तरह की ग़लत जानकारी शेयर की. हमने वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ कारवाई की है. हमने उनके खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज़ की है.”

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट मिली जिसमें कहा गया है कि मेरठ पुलिस ने दो ट्विटर हैंडल ‘@WokePatroller’ और ‘@Theintrepid’ के खिलाफ IPC की धारा 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के मकसद से जालसाजी) और 505 (कोई भी बयान, अफवाह या रिपोर्ट बनाना, पब्लिश या प्रसारित करना) के तहत FIR दर्ज़ की है. ये दोनों अकाउंट अब डिएक्टिवेट कर दिए गये हैं. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि अगर नाबालिग के परिवार के सदस्यों ने कोई शिकायत दर्ज़ की और लड़के और लड़की ने अपना बयान दर्ज़ किया, तो वीडियो में दिख रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

द प्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि इलाके के कुछ लोग और हिंदू जागरण मंच के स्थानीय पदाधिकारी उस जगह पर पहुंचे जहां लड़का और लड़की पढ़ रहे थे और उन दोनों के अलग-अलग धर्म से होने की वजह से हंगामा किया.

कुल मिलाकर, दो नाबालिग लड़के लड़की का वीडियो जिस ‘लव जिहाद’ के दावे के साथ शेयर किया जा रहा था, वो बिल्कुल झूठा है. एक ही मोहल्ले के रहने वाले लड़का और लड़की, एक-दूसरे को जानते थे और NEET की परीक्षा के लिए साथ-साथ पढ़ रहे थे और उनके परिवारों को भी इस बात की जानकारी थी.

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