सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें एक शख्स को निर्वस्त्र करके हथकड़ी पहना कर पीटा जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये व्यक्ति बालासोर ट्रेन दुर्घटना मामले का मुख्य आरोपी और स्टेशन मास्टर मोहम्मद शरीफ़ है. यूज़र्स ने ये भी दावा किया है कि शरीफ पश्चिम बंगाल के एक मदरसे में छुपा हुआ था जहां से उसे सीबीआई ने गिरफ़्तार किया. ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर पर इस वीडियो के फ़ैक्ट-चेक के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.

इस वीडियो को फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ शेयर किया गया है.

This slideshow requires JavaScript.

ये वीडियो ट्विटर पर भी इसी दावे के साथ वायरल है. (आर्काइव)

फ़ैक्ट-चेक

इस वीडियो में ध्यान देने वाली पहली चीज़ ये है कि बैकग्राउंड में एक आदमी को पिटाई की गिनती गिनते हुए सुना जा सकता है. उन्हें स्पेनिश में “…सिन्को, कुआत्रो, ट्रेस..” कहते हुए सुना जा सकता है, जिसका हिंदी मतलब है “…पांच, चार, तीन…” इससे पता चलता है कि वीडियो भारत का नहीं है.

वीडियो के की-फ़्रेम का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें Reddit पर r/NarcoFootage सबरेडिट में वायरल वीडियो के कई उदाहरण मिले. उनमें से एक उदाहरण से पता चलता है कि वीडियो दो साल पहले अपलोड किया गया था, और दूसरे उदाहरण में वीडियो को एक साल पहले अपलोड किया गया था. दोनों वीडियो के टाइटल से पता चलता है कि वीडियो में दिख रहा आदमी एक चोर था जिसे कार्टेल द्वारा पीटा जा रहा था.

This slideshow requires JavaScript.

हमें वीडियो का एक लंबा वर्जन मिला जिसमें हथकड़ी पहने व्यक्ति और कमरे में मौजूद अन्य लोगों के बीच स्पेनिश भाषा में बातचीत सुनी जा सकती है. वेबसाइट के हिंसक विजुअल्स की वजह से हमने वीडियो को हाइपरलिंक नहीं किया है. पीड़ित से पूछा गया, “हमने तुम्हें बोर्ड से क्यों मारा?” जिस पर उसने जवाब दिया, “क्योंकि मैंने कुछ ले लिया था.” उन्होंने आगे पूछा, “तुमने क्या लिया था” जिसका जवाब साफ नहीं है.

यानी, ये स्पष्ट है कि इस घटना का ओडिशा ट्रेन दुर्घटना से कोई संबंध नहीं है.

गौरतलब है कि बीते दिनों ये दावा वायरल था कि भानागा बाज़ार रेल स्टेशन के स्टेशन मास्टर मोहम्मद शरीफ इस हादसे के बाद से फरार है. हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि शरीफ़ नाम का कोई भी व्यक्ति बहनागा बाज़ार में रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों का हिस्सा नहीं था.

पहले ये ख़बर आई थी ड्यूटी पर मौजूद सहायक स्टेशन मास्टर एसबी मोहंती दुर्घटना के बाद मौके से भाग गए थे. इसके बाद मोहंती दुर्घटना की जांच में शामिल भी हो गए थे.

ऑल्ट न्यूज़ ने ये भी पाया कि वीडियो के नीचले कोने में जिस तस्वीर को मोहम्मद शरीफ़ का बताया जा रहा है, वो डिजिटल निर्माता विकास चंदर द्वारा मार्च 2004 के एक ब्लॉग पोस्ट में इस्तेमाल की गई थी. इस पोस्ट के टाइटल में लिखा है: “कोट्टावलसा किरंदुल केके लाइन.” वायरल पोस्ट में जिस शख्स की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, उसकी पहचान ब्लॉग में बोर्रा गुहालु रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर के रूप में की गई है.

बहनागा रेलवे के कुछ कर्मचारियों के फरार होने का दावा करने वाले भ्रामक सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में बात करते हुए, दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य चौधरी ने स्पष्ट किया कि सभी कर्मचारी सदस्य मौजूद हैं और पूछताछ में सहयोग कर रहे हैं.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.