सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कथित तौर पर एक मुस्लिम व्यक्ति नाले के पानी को खाने के एक बड़े बर्तन में डालता है. सोशल मीडिया यूज़र्स कह रहे हैं कि मुस्लिम व्यक्ति ने सड़क किनारे गंदे नाले के पानी का इस्तेमाल कर बिरयानी बनाया. साथ ही कैप्शन्स में मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाते हुए अपमानजनक टिप्पणी भी किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फ़ॉलो किये जाने वाले भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह ने ये वीडियो असली बताकर लिखा, “मुस्लिम होटल में लजीज बिरियानी खाने के शौकीन के लिए बहुत ही आंख खोलने वाली घटना है, साफ सफाई का स्पेशल व्यवस्था इनके होटल में मिलेगी ही मिलेगी, चाहे कितने भी बड़े होटल हो या फिर सड़कों पर लगाने वाले बिरयानी ठेले के, भाईचारा निभाने के चक्कर में इन होटल में जाकर बिरयानी खाने वाले ही बता सकते हैं कि इस तरह शुद्ध पानी डालने से वाकई में स्वाद बढ़ जाता है या भ्रम है.”

बता दें भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह को अक्सर कई मौकों पर गलत और सांप्रदायिक नफ़रत भरी जानकारी फैलाते हुए पाया गया है.

सुदर्शन न्यूज़ के पत्रकार सागर कुमार और साधना न्यूज़ के एडिटर व वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने भी एक्स पर ऐसा ही दावा कर ये वीडियो शेयर किया है.

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X-हैंडल @ZafiraSelena और राइट विंग एक्स-यूज़र मनोज शर्मा (@ManojSh28986262), अमिताभ चौधरी समेत कई एक्स-यूजर्स ने भी ऐसे ही दावों के साथ वीडियो शेयर किया.

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फैक्ट-चेक

जैसा कि सभी रिडर्स संभवतः जानते ही हैं कि बिरयानी बनाने के लिए बर्तन का मुंह बंद किया जाता है. दूसरी सबसे बड़ी बात जो ऑल्ट न्यूज़ ने नोट की वो ये है कि अगर कोई शख्स किसी खाने में मिलावट करना चाहे या पकाने के लिए जानबूझ कर गंदे नाले का पानी उपयोग करना चाहे तो वो उसे लोगों से छुप कर ही इस्तेमाल करता है न कि सड़क पर भीड़ के बीच इस तरह खुले आम गंदे पानी से खाना पकाएगा. इन्हीं कुछ पॉइंट्स को लेकर ऑल्ट न्यूज़ को शक हुआ कि शायद इस वीडियो में कुछ गड़बड़ी है.

गौर से देखने पर ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो में कुछ विसंगतियां पायीं. जैसे कि वीडियो में दिख रहा शख्स खाना बनाने वाले करछी (Ladle) से सड़क किनारे नाली से पानी उठाता है तो करछी में पानी की मात्रा कम होती है लेकिन खाने के ऊपर पानी डालने के समय करछी से अधिक मात्रा में पानी निकलता है. इसके अलावा, करछी का आकार भी वीडियो में फ़्रेम के हिसाब से बदलता हुआ नजर आ रहा है. इतना ही नहीं, वीडियो में करछी को जब दूसरे बर्तन पर रखा जाता है तो वो ऊपरी हिस्सा में रखा हुआ नजर आ रहा है जैसे कि करछी हवा में रुक गई हो.

इसके अलावा, वायरल वीडियो ध्यानपूर्वक देखें तो कथित बिरयानी के जो चावल दिख रहे हैं वो प्राकृतिक रूप से बिरयानी के चावल के आकार से ज़्यादा बड़े दिखाई देते हैं. इतना ही नहीं, जब करछी (Ladle) से बिरयानी चावल को उठाकर मिलाता है तब एकदम से करछी से गिरने वाले चावल बदलकर कोई दाल या खिचड़ी जैसे मिक्स खाना दिखता जो कि अप्राकृतिक है और इस प्रकार की विसंगतियां हमें अक्सर AI जनरेटेड वीडियो में ही देखने को मिलती हैं.

आगे, हमने वीडियो को AI डिडेक्टर टूल से चेक किया और पाया कि इस वीडियो के AI निर्मित होने की 99.8% संभावना है.

यानी, वायरल वीडियो, कोई असली घटना का नहीं बल्कि एक AI जनरेटेड वीडियो है. इसे शेयर कर झूठे दावों के ज़रिए एक बार फिर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. ऑल्ट न्यूज़ ने पहले भी मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाते AI जनरेटेड वीडियो और झूठे दावों से पर्दा उठाया है.

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