सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें ज़मीन पर पड़े भारतीय तिरंगे के ऊपर से कई गाड़ियां गुज़रती है. वहां पाकिस्तानी झंडे लिए कुछ लोग नारे लगा रहे हैं. यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो केरल का है. (आर्काइव लिंक)

ये वीडियो करीब एक साल से शेयर किया जा रहा है और कई यूज़र्स भी इसी दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट कर रहे हैं. (आर्काइव- लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3)

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ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी कई बार शेयर किया गया है.

कुछ यूज़र्स ने पहले ये वीडियो तमिलनाडु का बताते हुए शेयर किया था.

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फ़ैक्ट-चेक

वायरल वीडियो के फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को 10 मार्च 2020 का एक ट्वीट मिला. ट्वीट में ये वीडियो पाकिस्तान का बताया गया था.

ऑल्ट न्यूज़ ने गौर किये कि इस वीडियो के एक फ्रेम में ‘सनम’ नामक एक होर्डिंग दिखता है. इस आधार पर इस होर्डिंग पर दिख रहे नाम को पाकिस्तान के साथ सर्च करने पर हमें कराची में सनम बुटीक नाम का एक स्टोर मिला. आगे, स्टोर के गूगल स्ट्रीट-व्यू और वायरल वीडियो के एक फ्रेम को साथ में रखकर दिया गया है.

बुटीक के गूगल स्ट्रीट व्यू को देखकर हम ये कंफ़र्म कर सकते हैं कि स्टोर के आसपास का इलाका भी वीडियो में दिख रही जगह से मेल खाता है. यानी, वायरल वीडियो पाकिस्तान के कराची का है.

हमने एक सफेद गाड़ी भी दिखी जिस पर हरे रंग से ‘PTCL’ लिखा था. आगे, जांच करने पर हमने देखा कि PTCL या पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन कंपनी लिमिटेड पाकिस्तान की नेशनल टेलीकम्युनिकेशन कंपनी है. इसका लोगो भी गाड़ी पर दिख रहे हरे रंग के टेक्स्ट से मेल खाता है.

हमें वायरल वीडियो के लंबे वर्ज़न के कई इंस्टैंस मिलें. लगभग 5 मिनट के एक वीडियो में दिख रहा है कि एक और गाड़ी वहां से गुजर रही थी जिस पर ‘द हुनर ​​फ़ाउंडेशन’ लिखा था.

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द हुनर फ़ाउंडेशन यंग एडल्ट्स की आर्थिक स्वतंत्रता में मदद करने के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग देता है. गूगल पर उनका अड्रेस कराची का दिया गया है. इन डिटेल्स से ये बात साबित होती है कि ये वीडियो असल में कराची का है.

कुल मिलाकर, पाकिस्तान के 2020 का एक पुराना वीडियो केरल और तमिलनाडु का बताते हुए वायरल है. वीडियो में भारतीय तिरंगे को जमीन पर रखा है और उस पर गाड़ियां चल रही हैं.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.