पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर ज़िले में गायों की तस्करी करने वाले बांग्लादेशी घुसपैठिए होने का आरोप लगाते हुए कई मुस्लिम व्यक्तियों के साथ मारपीट की गई. उन्हें रस्सी से बांधकर सार्वजनिक रूप से परेड करवाया गया. इसके 10 दिन बाद, इस हमले का नेतृत्व करने वाले भाजपा युवा नेता पारिजात गांगुली को गिरफ़्तार किया गया.
ये घटना 31 जुलाई को दुर्गापुर शहर के कोक ओवन पुलिस स्टेशन से बमुश्किल 200 मीटर की दूरी पर डीपीएल कोक ओवन कॉलोनी में गैमन ब्रिज पर हुई. वायरल हो रहे वीडियो में भीड़ को पांच लोगों के साथ मारपीट करते और उन्हें बांधकर उन पर अवैध रूप से गायों की तस्करी का आरोप लगाते हुए देखा जा सकता है. एक व्यक्ति के गले में रस्सी बंधी हुई थी जबकि अन्य के हाथ आपस में बंधे हुए थे.
आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि बांकुरा ज़िले के असुरिया बाज़ार से कृषि कार्य के लिए चार से पांच गायों को ले जाया जा रहा था. किरण मान, बासुदेब बद्याकर, अनीश भट्टाचार्य और दीपक दास के रूप में पहचाने गए चार आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया और पारिजात गांगुली की तलाश जारी है.
এটা উত্তর প্রদেশ নয়, এটা দিদির সোনার বাংলার বর্ধমানে
না, এটা উত্তরপ্রদেশ নয়! দিদির সোনার বাংলার বর্ধমানেই এই ঘটনা।
গরু পাচারের অভিযোগে উত্তাল হয়ে ওঠে পশ্চিম বর্ধমানের দুর্গাপুরের ডিপিএল কলোনি এলাকা। বাঁকুড়া থেকে আসা গরু বোঝাই পিকআপ ভ্যান আটকায় বিজেপির যুবনেতা পারিজাত গঙ্গোপাধ্যায়ের নেতৃত্বে বিজেপি কর্মীরা।
গাড়ির লোকজনকে দড়ি দিয়ে বেঁধে মারধর করা হয় এবং কান ধরে উঠবোস করানো হয়। গরুগুলিকে নামিয়ে ছেড়ে দেওয়া হয়।
এই ঘটনায় তৃণমূল জেলা সভাপতি নরেন্দ্রনাথ চক্রবর্তী থানায় লিখিত অভিযোগ দায়ের করেছেন।📹 ভিডিওটি দেখুন ও শেয়ার করুন।
Posted by Prince News on Friday 1 August 2025
कथित तौर पर पशु तस्करों के साथ सख्ती करते हुए, ‘सतर्कों’ की भीड़ ने उन्हें ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया और उन्हें फिर से मवेशियों की तस्करी न करने की चेतावनी दी. उनलोगों से कान पकड़ कर उठक-बैठक भी कराया गया. इसके बाद ये भीड़ पास खड़े ट्रक से गायों को ‘बचाने’ के लिए आगे बढ़े, जिसमें उन्हें ले जाया जा रहा था.
वीडियो में गांगुली को गुलाबी कुर्ता और धूप का चश्मा पहने भीड़ का नेतृत्व करते हुए देखा जा सकता है. उन्हें सबसे पहले दो बुजुर्ग व्यक्तियों को घेरते हुए, उनसे आक्रामक तरीके से पूछताछ करते हुए देखा गया कि वे कहां से थे और वे किसकी ओर से कथित तौर पर ‘गायों को बेच रहे थे.’ वे लोग बार-बार अपना सिर हिलाते रहे और जोर देकर कहते रहे कि वे किसी के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं. इसके बाद उस व्यक्ति को अपने साथियों को कथित तस्करों को बांधने का निर्देश देते देखा गया.
घटना के बाद स्थानीय मीडिया चैनलों से बात करते हुए गांगुली ने कहा कि ट्रक में लगभग 20 गायें थीं. “हम जानना चाहते हैं कि इसके पीछे कौन है. हैरानी की बात ये है कि जिन लोगों को हमने पकड़ा है, वे सभी जिहादी हैं. उन सभी की दाढ़ी है, सिर पर टोपी है और वे गाय बेच रहे हैं… अगर उन्हें पीटा जा रहा है तो ये मेरी ज़िम्मेदारी नहीं है. हो सकता है कि स्थानीय लोगों ने ऐसा किया हो (उनके साथ मारपीट की हो)… वे कह रहे हैं कि वे जॉयडेब से हैं, लेकिन वे असल में वहां से नहीं हैं. वे सभी बांग्लादेशी हैं. उनके पास आधार कार्ड नहीं हैं… हम नहीं चाहते कि ऐसे विदेशी लोग दुर्गापुर या पश्चिम बंगाल में रहें.…”
पारिजात ने पुलिस पर भी इस ‘व्यापार’ में शामिल होने का आरोप लगाया.
গরুপাচার আটকালো বিজেপি কর্মীরা ! বিরোধীরা বলছে চক্রান্ত ! || দুর্গাপুর
গরুপাচার আটকালো বিজেপি কর্মীরা ! বিরোধীরা বলছে চক্রান্ত ! || দুর্গাপুর || #tvnews10 #LocalNews #follower #TMC #BJPNEWS #congress
Posted by TVNews10 on Thursday 31 July 2025
हालांकि, पारिजात ने कथित तस्करों पर शारीरिक हमला करने से इनकार किया. अपने मीडिया बाइट के दौरान उनके बगल में गुलाबी टी-शर्ट पहने खड़े व्यक्ति को पीड़ितों को लाठियों से मारते देखा जा सकता था. दीपक दास नाम के इस शख्स ने कैमरे पर खुली धमकी भी दी. बाद में पीड़ितों को सड़क पर घुमाया गया, उनके कान पकड़ने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें धमकी दी गई, जिसमें दीपक द्वारा धक्का देना भी शामिल था, जबकि स्कूली छात्रों सहित अन्य दर्शक देखते रहे.
पकड़े गए लोगों में से एक, नसीमुद्दीन ने एक रिपोर्टर से बात करते हुए कहा कि वो जेमुआ से है, जो हमले की जगह से लगभग 12 किलोमीटर दूर एक शहर है. उन्होंने कहा कि उन्हें अक्सर अपनी यात्रा के दौरान कई पड़ावों पर पुलिस को पैसे देने पड़ते हैं, जिसमें 200 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की राशि होती है. उन्होंने ये भी कहा कि भीड़ ने उन्हें लगभग चार घंटे तक बंधक बनाए रखा, इस दौरान उन्हें पीटा गया. उन्होंने बताया कि गायों को छोड़े जाने से करीब पांच से सात लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.
গরু পাচারের অভিযোগকে ঘিরে ব্যাপক উত্তেজনা দুর্গাপুরের কোকওভেন থানার অন্তর্গত গ্যামন ব্রিজ এলাকায়।
Posted by Bengal Tv on Friday 1 August 2025
X पर एक बयान में, बंगाल पुलिस ने कहा कि हमले के पीछे जो ‘गुंडे’ थे, वे एक ‘विशेष राजनीतिक दल’ के थे.
Two persons belonging to the minority community, while carrying cattle for farming purpose, were detained and severely beaten up yesterday in Durgapur by some hooligans belonging to a particular political party. A case has been registered over the incident and two of the… pic.twitter.com/ynLwciWAhE
— West Bengal Police (@WBPolice) August 1, 2025
पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप
गौरतलब है कि पारिजात गांगुली और नसीमुद्दीन दोनों ने अपने-अपने मीडिया बयान में कहा था कि कोक ओवन पुलिस स्टेशन महज 200 मीटर की दूरी पर होने के बावजूद, घटना के वक्त पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी. पुलिस आयुक्त चौधरी ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि पारिजात, दीपक और लगभग 15 से 20 अन्य लोगों ने वाहन को रोका, लोगों के साथ गंभीर रूप से मारपीट की, वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया और उनके पास मौजूद थोड़े से पैसे भी छीन लिए. उन्होंने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत और कड़ी कार्रवाई की.
चौधरी ने ये भी पुष्टि की कि दास और गांगुली दोनों भाजपा से जुड़े हैं और पारिजात गांगुली ने पार्टी की राज्य युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा में एक पद पर हैं.
মুসলিম গরু ব্যবসায়ীদের উপর আ*ক্রমণ, দুজনকে গ্রেফতার করেছে পুলিশ।
Posted by Bengal Tv on Friday 1 August 2025
हमले के वीडियोज वायरल होने के बाद, पारिजात गांगुली ने एक और मीडिया बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि वो कानून के मुताबिक, गायों को ले जाने में कथित रूप से विफल रहने वाले पीड़ितों के खिलाफ मामला दर्ज करेगा. उन्होंने कहा कि वो अपने खिलाफ सौ मामले दर्ज कराने को तैयार हैं, लेकिन एक भी गाय को अवैध तरीके से नहीं जाने देगा. उन्होंने चोरी के आरोपों से भी इनकार किया और कहा कि उस पर लगाए गए ‘झूठे आरोपों’ के पीछे विपक्षी नेताओं का हाथ है.
দুর্গাপুরের নিরীহ মুসলিম ব্যবসায়ীদের হেনস্ত করা মূল অভিযুক্ত Parijat Ganguly এখনো গ্রেপ্তার হয়নি!
Posted by Bengal Tv on Saturday 2 August 2025
पारिजात गांगुली ‘सक्रियता’ के लिए पुरस्कृत
यूं तो पश्चिम बंगाल में गाय सतर्कता के मामले बहुत कम हैं. ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि ये पहली बार नहीं था कि पारिजात गांगुली कथित पशु तस्करों को पकड़ने में शामिल थे. लगभग एक महीने पहले, 2 जुलाई को, पारिजात और उनके साथी दो कथित तस्करों की गिरफ़्तारी में शामिल थे. एक स्थानीय बंगाली न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक, उस मामले में आरोपी फ़ारुख शेख (हुगली ज़िले के पांडुआ के निवासी) और मोहम्मद अशरफ (बिहार के निवासी) को एक कंटेनर में 20-25 गायों की तस्करी के आरोप में दुर्गापुर के कांकसा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में गिरफ़्तार किया गया था.
उस घटना के वीडियो में पारिजात गांगुली और उनके साथियों को पुलिस के सामने कथित आरोपियों को शारीरिक रूप से डराते और उन्हें लात मारते हुए देखा जा सकता है. एक अन्य वीडियो में उन्हें आरोपियों को ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने के लिए मजबूर करते देखा जा सकता है.
গরু পাচারের অভিযোগে ধৃত ২, আদালতে পেশ || কাঁকসা || #tvnews10 #LocalNews #follower #TMC #BJPNEWS #congress
Posted by TVNews10 on Thursday 3 July 2025
स्थानीय बंगाली न्यूज़ आउटलेट दुर्गापुर दर्पण ने इस घटना पर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी जिसमें घटना के दौरान पारिजात के आक्रामक होने की कुछ तस्वीरें नीचे दी गई हैं.
ये भी ध्यान दें कि पारिजात गांगुली को अक्सर पश्चिम बंगाल भाजपा के बड़े नेताओं के साथ मेलजोल रखते देखा गया है, जिनमें वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य और दो पूर्व अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और दिलीप घोष शामिल हैं.
नीचे दिए गए वीडियो में समिक भट्टाचार्य, पारिजात गांगुली और दुर्गापुर पश्चिम विधायक लक्ष्मण चंद्र घोरुई के साथ दिखाई दे रहे हैं. समिक भट्टाचार्य को पारिजात गांगुली के गले में भगवा रंग का गमछा डालते हुए देखा जा सकता है.
पारिजात गांगुली की तस्वीरें पश्चिम बंगाल के अन्य भाजपा नेताओं के साथ भी है, जैसे दिलीप घोष (यहां उनकी पत्नी रिंकू मजूमदार के साथ), पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, फ़िल्म स्टार से भाजपा नेता बने मिथुन चक्रवर्ती, भाजपा बंगाल की सह-प्रभारी आशा लाकड़ा, बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और राज्य के केंद्रीय शिक्षा मंत्री सुकांत मजूमदार.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.