एक आदमी का वीडियो, जिसे बाल पकड़कर खींचा जा रहा है और भीड़ पूछताछ कर रही है, सोशल मीडिया में इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि पंजाब में एक बच्चा चोर पकड़ा गया। 12 अगस्त 2019 को यूट्यूब पर पोस्ट किए गए इस वीडियो का शीर्षक है- “पंजाब में महिला ने पकड़ा बच्चा चोर गैंग का एक आदमी”

इसी वीडियो को कई अन्य यूट्यूब चैनलों जैसे ARN Music Bhojpuri द्वारा पोस्ट किया गया था। ऑल्ट न्यूज़ को अपने आधिकारिक एप्प पर इसकी तथ्य-जांच के लिए अनुरोध प्राप्त हुए हैं। यह दावा किया जा रहा है कि 2,000 रोहिंग्याओं की एक टीम पूरे भारत में बच्चों को अगवा करने की ताक में है, जिनकी बलि दी जाएगी। इसका पूरा संदेश इस प्रकार है- “सावधान पूरे हिन्दुस्तान में रोहिंग्या की 2000 लोगो की टीम आयी है जो बच्चों को उठा के ले जा रही है कोई बेचता है कोई बलि के लिये ले जाता है खुद देखो सुनो ओर ज्यादा से ज्यादा इसे फैलाओ”।

तथ्य-जांच

वीडियो की बातचीत सुनने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि लोग पंजाबी में बात कर रहे है। हमने तब पंजाबी में “बच्चा चोर पंजाब” कीवर्ड के साथ गूगल पर सर्च किया तो दो सप्ताह पुरानी एक पोस्ट मिली। उसमें वीडियो के साथ पंजाबी में यह संदेश था, “ਟੀਨਾ ਨਾਮ ਦੀ ਔਰਤ ਗਲੀ ਨੰਬਰ 8 ਟੈਗੋਰ ਨਗਰ(ਜਲੰਧਰ) ਦੇ ਹਥੱ ਚੋ ਖੋਹ ਕੇ ਦੌੜ ਰਿਹਾ ਬੱਚਾ ਚੋਰ ਪਕੜ ਕੇ ਪੁਲਸ ਦੇ ਹਵਾਲੇ ਕੀਤਾ। ਇਹ ਮੈਸਜ ਅਗੌ ਸ਼ੇਅਰ ਕਰਨ ਦੀ ਕ੍ਰਿਪਾਲਤਾ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ। (टीना नाम की एक महिला ने टैगोर नगर, जालंधर की गली नंबर 8 में एक चोर को पकड़ा था और पुलिस को सौंप दिया था – गूगल अनुवाद)।

हमने तब गूगल पर हिंदी कीवर्ड “टीना बच्चा चोर” के साथ खोज की तो 8 अगस्त, 2019 को प्रकाशित दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। यह घटना पंजाब में जालंधर शहर के न्यू संत नगर इलाके में 7 अगस्त की सुबह को हुई थी। टीना शर्मा अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने के लिए जा रही थीं जब नशे में धुत एक व्यक्ति ने कथित तौर पर “मुझे दे दो” कहते हुए उनके बच्चे को ले जाने की कोशिश की। मदद के लिए टीना के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर भीड़ जमा हो गई और उस व्यक्ति की पिटाई शुरू कर दी। इस रिपोर्ट के अनुसार, एक वेटर पर झूठे तरीके से बच्चा चोर होने का आरोप लगाया गया और जांच के बाद बच्चे के परिवार की तसल्ली के बाद ही उसे छोड़ा गया।

ऑल्ट न्यूज़, डिवीजन 5 पुलिस थाने के थानाधिकारी रविंदर सिंह के संपर्क किया, जिन्होंने बताया, “वह एक वेटर था जो अपने चाचा के यहाँ रहता था। वह घटना से एक रात पहले और अगली सुबह से ही शराब पी रहा था, फिर थोड़ी और शराब पी ली। उस दिन वह एक बेंच पर लेटा था जब यह महिला सड़क पर उसके पास से गुजर रही थी। फिर, इस व्यक्ति ने महिला के बच्चे को छूने की कोशिश की और महिला को लगा कि वह उसके बच्चे को अगवा करने आया है। यही मामला था। लोगों ने उसे बच्चा-चोर समझने की गलती की। घटना के लगभग चार घंटे बाद वह होश में आया।

बच्चा चोर होने के गलत संदेह के कारण भीड़ द्वारा पीटे गए राजू को बच्चे के परिवार से आश्वासन लेने के बाद उसके छोटे भाई माइकल और चाचा दुर्गा बहादुर को सौंप दिया गया।

पंजाब में, नशे में धुत एक व्यक्ति का वीडियो, जिसे कथित तौर पर बच्चे से हाथ मिलाने की कोशिश के बाद लोगों के एक समूह द्वारा प्रताड़ित किया गया, उसे सोशल मीडिया में इस झूठे दावे के साथ साझा कर दिया गया कि पंजाब में एक बच्चा चोर पकड़ा गया। इसी तरह, राजस्थान के बांदीकुई शहर में, एक शराबी व्यक्ति को बच्चा उठाने वाला होने के झूठे संदेह में बंदी बना लिया था।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.