स्वीडन की पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थुन्बेरी ने भारत में 3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ़ चल रहे किसान प्रदर्शन के समर्थन में एक ‘टूलकिट’ ट्वीट की थी. इस ‘टूलकिट’ को लेकर भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया था और इसके ख़िलाफ़ जांच शुरू की. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरू की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ़्तार किया है.
इस बीच, ग्रेटा की ट्रेन में सफ़र करने की एक तस्वीर काफ़ी शेयर की जा रही है. तस्वीर में ग्रेटा खाना खाते हुए दिखती है जबकि ट्रेन की खिड़की के पास कुछ बच्चे दिख रहे हैं. ट्विटर हैन्डल ‘@bembadep’ ने ये तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत इन एंटी फ़ोर्स से पूछता है #AskGretaWhy”. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 700 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है. (आर्काइव लिंक)
India ask these anti forces #AskGretaWhy pic.twitter.com/E4vWMMpKPX
— Bembde Pavan (@bembadep) February 16, 2021
ट्विटर यूज़र उमेश सिंह तोमर ने ये तस्वीर शेयर ट्वीट करते ज़ी न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ़ सुधीर चौधरी को ग्रेटा को एक्सपोज़ करने के लिए शुक्रिया कहा है.
और भी कई यूज़र ने ये तस्वीर ‘#AskGretaWhy’ के साथ ट्वीट की है.
फ़ैक्ट-चेक
आसान से रिवर्स इमेज सर्च से हमें ये तस्वीर 27 सितंबर 2019 के यूके के अख़बार मेट्रो में मिली. इस आर्टिकल में ग्रेटा थुन्बेरी की जो तस्वीर शेयर की गई है उसमें ट्रेन की खिड़की से बच्चे नहीं बल्कि पेड़ दिख रहे हैं. यानी, सोशल मीडिया पर शेयर हो रही तस्वीर एडिटेड है. आर्टिकल में इस तस्वीर को डेनमार्क का बताया गया है.
इस आर्टिकल के मुताबिक, ब्राज़ील के प्रेसिडेंट जाइर बोल्सोनारो के बेटे एडवार्डो बोल्सोनारो ने भी ग्रेटा थुन्बेरी की ये एडिटेड तस्वीर शेयर की थी.
ग्रेटा ने भी 22 जनवरी 2019 को ये तस्वीर ट्वीट की थी.
Lunch in Denmark. pic.twitter.com/LWKMQ9AuqR
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) January 22, 2019
इसके अलावा, ग्रेटा की तस्वीर में बच्चों की जिस तस्वीर को एडिट किया गया है, उसे रॉइटर्स के साल 2007 के आर्टिकल में शेयर किया गया था. इस तस्वीर को अफ़्रीका का बताया गया है. इसे रॉइटर्स के फ़ोटोग्राफ़र स्टेफ़नी हेंगकॉक ने खींची थी. ये आर्टिकल सेंट्रल अफ़्रीका में हुए बुश वॉर के दौरान गांवों को छोड़ जंगलों में रहने गए लोगों की कहानी बताता है.
सर्च करते हुए हमने पाया कि ग्रेटा थुन्बेरी की इस तस्वीर को साल 2019 से ही अलग-अलग तरीके एडिट कर शेयर किया जा रहा है. इस तस्वीर को एडिट करने के ऐसे ही कुछ उदाहरण आप नीचे देख सकते हैं.
द क्विन्ट ने भी इस वायरल तस्वीर को लेकर 17 फ़रवरी को फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट पब्लिश की थी.
कुल मिलाकर, ग्रेटा थुन्बेरी की ट्रेन में सफ़र करते हुए खाना खाने की तस्वीर एडिट कर सोशल मीडिया पर शेयर की गई. इस तस्वीर को साल 2019 से ही ग्रेटा पर निशाना साधने के लिए शेयर किया जा रहा है.
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