नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) और जॉइंट एंट्रेंस एग्ज़ामिनेशन (JEE) परीक्षा में हर साल लाखों छात्र बैठते हैं. कोविड-19 के कारण इस साल परीक्षा कई बार स्थगित की गयी. लेकिन 25 अगस्त को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने पुष्टि की कि JEE (Mains) और NEET (UG) के एग्जाम क्रमशः 1 से 6 सितम्बर और 13 सितम्बर को कराये जाएंगे. इसके बाद पूरे देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए परीक्षा स्थगित करने के लिए इसपर बहस और सोशल मीडिया कैंपेन शुरू हो गया. एंट्रेंस को स्थगित कराने के लिए हैशटैग्स, #ProtestAgainstExamsInCovid और #AntiStudentModiGovt भी ट्रेंड कराये गए.

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के उपाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने 21 अगस्त को न्यूज़18 और एनडीटीवी के दो न्यूज़ आर्टिकल का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया. AISA, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) लिबरेशन से एफ़िलिएटेड स्टूडेंट विंग है. न्यूज़18 के स्क्रीनशॉट के मुताबिक कर्नाटक में परीक्षा के बाद 5,000 स्टूडेंट्स कोरोना पॉजिटिव हो गये थे जिसके बाद 57 अभिभावकों और ग्रैंडपेरेंट्स की मौत हो गयी. आशुतोष ने लिखा, “ये तब हुआ जब पूरे देश में केवल 80,000 कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी, सोचिए अगर 28 लाख छात्र जब परीक्षा देने जाएंगे तो क्या नतीजा होगा! फिर भी वो कहते हैं कि छात्र अपनी भलाई के लिए फैसले नहीं ले सकते. #ProtestAgainstExamsInCOVID.” (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

न्यूज़18 के स्क्रीनशॉट कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया.

ऑल्ट न्यूज़ को इसके फै़क्ट चेक के लिए व्हाट्सऐप हेल्पलाइन (+917600011160) और ऑफ़िशियल एंड्रॉइड ऐप पर कई रिक्वेस्ट भेजी गयी.

फै़क्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने स्क्रीनशॉट के टेक्स्ट को एनलाइज़ किया और पता चला कि आशुतोष का दावा सही नहीं है.

इमेज 1: न्यूज़18 स्क्रीनशॉट

न्यूज़18 की हेडलाइन है, “COMDEK UGET 2020: 57 deaths With 5371 students tested +ve for Covid-19, 8456 students qurantined (8456 छात्र क्वारंटीन हुए, 5371 छात्र कोविड-19 पॉज़िटिव और 57 मौतें.)” इसके बाद सब-हेडिंग में लिखा है, “Students appeared for the COMDEK many been tested positive for Covid-19 with 57 grandparents and parents deaths students on fire.(COMDEK परीक्षा देने वाले कई छात्र कोविड-19 पॉज़िटिव, 57 अभिभावकों और ग्रैंडपेरेंट्स की मौत). और स्क्रीनशॉट में आर्टिकल पब्लिश होने की तारीख़ 20 अगस्त है.

इसपर की-वर्ड सर्च करने पर ये स्टोरी न ही न्यूज़18 पर मिली और न ही किसी और मीडिया आउटलेट पर.

इसके अलावा, स्क्रीनशॉट में ग्रामर की बहुत गलतियां हैं जो इतना बड़ा संगठन शायद ही करे. कंसोर्टियम ऑफ़ मेडिकल, इंजीनियरिंग ऐंड डेंटल कॉलेजेज़ ऑफ़ कर्नाटका अंडर ग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट का शॉर्ट फॉर्म COMEDK UGET है, न कि ‘COMDEK UGET’. ‘quarantined’ की स्पेलिंग ‘qurantined’ लिखी हुई है जो कि ग़लत है. और भी कई गलतियां जैसे, COVID-19 के बीच हायफ़न नहीं देना और बीच-बीच में कैपिटल लेटर का इस्तेमाल दिखाते हैं कि ये स्क्रीनशॉट फे़क है.

इमेज 2 : NDTV स्क्रीनशॉट

इसी तरह, NDTV के हेडलाइन में लिखा है, “60 СOVID-19 Positive Among 1.47 Lakh Students Who Appeared For CET in Karnataka (कर्नाटका में CET परीक्षा में उपस्थित होने वाले 1.47 छात्रों में 60 COVID-19 पॉज़िटिव).” उसके नीचे लिखा है, “Sixty COVID-19 positive students were among the 1.47 lakh who appeared for the Karnataka Common Entrance Test for engineering and other courses which began on Thursday (बृहस्पतिवार को शुरू हुए कर्नाटका कॉमन एंट्रेंस टेस्ट फ़ाॅर इंजीनियरिंग और अन्य कोर्सेज़ की परीक्षा में बैठने वाले 1.47 लाख छात्रों में 60 СOVID-19 पॉज़िटिव छात्र शामिल).”

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया और पाया कि एनडीटीवी ने 31 जुलाई को पिछले महीने हुए कर्नाटका कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) के बारे में आर्टिकल पब्लिश किया था. COMEDK की परीक्षाएं 19 अगस्त को हुईं थीं.

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार 1.47 लाख छात्रों ने CET परीक्षा दी थी जिनमें 60 छात्र COVID-19 पॉज़िटिव थे. उप-मुख्यमंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण का रिपोर्ट में बयान था, “COVID-19 पॉज़िटिव छात्रों के बैठने की अलग व्यवस्था की गयी थी और उन्होंने परीक्षा का हिम्मत से सामना किया.”

यानी कि AISA के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने न्यूज़18 का एडिटेड स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें गलत दावा किया गया था कि कर्नाटक में COMEDK परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के 57 अभिभावकों और ग्रैंडपेरेंट्स की कोरोना से मौत हो गयी. उन्होंने NDTV की रिपोर्ट भी शेयर की जिसमें पिछले महीने हुए CET परीक्षा के बारे में लिखा हुआ है.

[नोट : ये लेख COVID-19 के दौरान NEET और JEE प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के शिक्षा मंत्रालय के फ़ैसले की निंदा नहीं करता है. ऑल्ट न्यूज़ ने महज़ परीक्षा से जुड़ी गलत ख़बरों की जानकारी दी है.]
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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.