सोशल मीडिया में वायरल एक संदेश के मुताबिक नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के 58% कर्मचारी भारतीय हैं। इस दावे में एक लंबी लिस्ट शामिल है, जिसमें यह बताया गया है कि कई बड़ी कंपनीओं के CEO भारतीय हैं।
Google’s CEO is Indian
Nokia’s CEO is Indian
Adobe’s CEO is Indian
Amazon’s BOD is Indian
MasterCard’s CEO is Indian
Microsoft’s CEO is Indian
Nasa has 58% Indian employeesIn the next few years, India will be the World’s IT hub
(Found on LinkedIn)— Dr. Kash Sirinanda (@kashthefuturist) June 11, 2019
उपरोक्त ट्वीट के स्क्रीनशॉट को व्हाट्सप्प पर व्यापक रूप से साझा किया गया है। इसी संदेश को फेसबुक पर भी कई उपयोगकर्ताओं द्वारा साझा किया गया है। कई लोगों ने ट्विटर पर भी शेयर किया है।
झूठा दावा
यह दावा कि नासा के 58% कर्मचारी भारतीय हैं, साफ तौर पर गलत है। इससे संबधित जानकारी नासा की वेबसाइट पर मौजूद है। डेटा और एनालिटिक्स यूनिट की एजेंसी के अनुसार, एशियाई अमेरिकन्स (जिसमें भारतीय भी शामिल हैं) या प्रशांत द्वीप वासी, कुल कर्मचारी के मुकाबले उनका हिस्सा 8 प्रतिशत है।
वेबसाइट के मुताबिक,“नासा में अलग अलग पृष्टभूमि के करीब 1700 लोग है। 72% नासा के कर्मचारी गोरे लोग है, 12% काले या अफ्रीकन है और 7% एशियाई अमेरिकन्स या प्रशांत द्वीप वासी, 8% हिस्पैनिक या लातीनी हैं, 1% अमेरिकी भारतीय या अलास्का के मूल निवासी हैं और जिसमें 1% से कम लोग बाकी क्षेत्रों के लोग हो सकते हैं”-(अनुवाद)।
नासा के समान रोजगार उपलब्धि की एजेंसी योजना मॉडल और सफलता रिपोर्ट के मुताबिक, एशियाई अमेरिकी या प्रशांत द्वीप वासी (AAPI) का प्रतिशत कुल कर्मचारी के मुकाबले 1996 में 4.5% से बढ़कर 2016 में 7.4% हो गया। हालांकि, यह अभी भी 58% के आसपास नहीं है। इसके अलावा, इसमें यह ध्यान देने योग्य बात है कि ’एशियाई अमेरिकन्स’ में अन्य एशियाई लोग भी शामिल हैं, नाकि सिर्फ भारतीय। इस प्रकार, AAPI द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों की तुलना में कुल भारतीय कर्मचारियों का प्रतिशत कम हो सकता है।
नासा की कर्मचारी नीति
नासा संयुक्त राज्य अमेरिका की संघीय सरकार की एजेंसी है। इसकी रोजगार नीति स्पष्ट रूप से यह बताती है कि अमेरिकी नागरिकों को काम पर लिया जायेगा, और इसमें अपवाद की संभावना काफी कम हैं।
CEO-भारतीय नागरिक या भारतीय मूल के?
इसके अलावा, यह ध्यान देने लायक है कि वायरल संदेश में दी गई लिस्ट में शामिल कंपनीओं के CEO भारतीय नागरिक नहीं बल्कि भारतीय मूल के लोग हैं। गूगल के CEO सुंदर पिचाई अमेरिकन नागरिक है, नोकिया के CEO राजीव सूरी सिंगापूर के है, एडोब के CEO शांतनु नारायण अमरीका के नागरिक है, माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला भी एक अमेरिकी नागरिक हैं। ऑल्ट न्यूज़ यह पता नहीं लगा सका कि ‘Amazon’s BOD’ का क्या मतलब है। अमेजन के CEO जेफ बेजोस एक अमेरिकी हैं। ऑल्ट न्यूज़ मास्टरकार्ड के CEO अजयपाल सिंह बंगा के बारे में पता नहीं लगा सका हैं।
यह दावा कि नासा के 58% कर्मचारी भारतीय हैं, झूठा है।
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