पश्चिम बंगाल कांग्रेस के ऑफिशल ट्विटर हैंडल ने एक तस्वीर को साझा की, जिसमें एक टूटा हुआ पुल दिख रहा है। दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस पूल का तीन महीने पहले ही उद्द्घाटन किया गया था। 20 जून, 2018 को पोस्ट किये गए ट्वीट में लिखा गया है कि,”तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी द्वारा नियोजित किया गया, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटन किये गए पूल का 3 महीने के भीतर ही गिर गया, जामनगर-जूनागढ़ राजमार्ग पुल का उद्घाटन!”- (अनुवाद)। ट्वीट को 300 से अधिक बार रीट्वीट और 1000 से अधिक बार लाइक किया गया है। फिलहाल इसे डिलीट कर दिया गया है। इसी पोस्ट को पश्चिम बंगाल कांग्रेस के फेसबुक पेज द्वारा भी साझा किया गया था।
वैदेही सचिन, एक ट्विटर उपयोगकर्ता जो टैब्लॉयड अखबार की संपादक होने का दावा करती हैं, उन्होंने भी इसी तरह के दावे के साथ इस पुल की तस्वीरों को पोस्ट किया था।
Jamnagar-Junagarh highway bridge collapsed within 3 months of inauguration!! Planned by CM Modi, inaugurated by PM Modi. Now who is accountable for this? pic.twitter.com/H2BDKKzw8Q
— QueenBee (@vaidehisachin) June 20, 2019
तथ्य जांच
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि राजकोट जिले, गुजरात के जाम कंडोरना तहसील के सातुदड गांव के पास जामनगर-जूनागढ़ हाईवे पर मौजूद एक पुल 19 जून को टूट गया था। सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों में से एक तस्वीर गुजराती समाचार लेख में प्रकाशित की गई थी, जिसका शीर्षक था, “जामनगर-जूनागढ़ राजमार्ग पर एक पुल टूटा, देखिये तस्वीरें (अनुवाद )”।
ऑल्ट न्यूज़ से बातचीत में सातुदड गांव के सरपंच जीतेन्द्र सिंह जाड़ेजा ने कहा कि यह ब्रिज 50 साल पुराना था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्द्घाटन नहीं किया था। इसके अलावा, सातुदड गांव की रहनेवाली और जाम कंडोरना तालुका पंचायत की सदस्य, दिगुभा जाड़ेजा ने कहा, “मैं अभी 46 साल की हूँ। मुझे यह याद नहीं है जब पुल का निर्माण किया गया था, जिसका मतलब है कि यह मुझसे भी अधिक पुराना है”।
सातुदड गांव के स्थानीय लोगों से बात करने से, ऑल्ट न्यूज़ गूगल मैप्स के ज़रिये इस पूल के स्थान की पहचान करने में सक्षम रहा। ऐतिहासिक सैटेलाइट इमेजरी को देखते हुए, हम यह स्वतंत्र रूप से सत्यापित कर सकते हैं कि पुल कम से कम 2009 से गूगल मैप्स पर मौजूद है। इस प्रकार, तीन महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस पुल का उद्घाटन करने का दावा गलत है। नीचे दी गई तस्वीर में, एक पिले रंग के निशान से पूल को, वर्ष 2009 से देखा जा सकता है।
इस तरह पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने गुजरात में एक टूटे हुए पुल की तस्वीरों को गलत दावे के साथ साझा करते हुए ट्वीट किया कि तीन महीने पहले इसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया था।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.