एक ट्विटर यूज़र ने @arpispeaks ने 2 अक्टूबर को पेड़ से लटके एक युवक के शव की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “ये पश्चिम बंगाल का एक 18 साल का लड़का त्रिलोचन महतो है। जिसका TMC कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी और उसके टीशर्ट पर लिख दिया ‘ये भाजपा में शामिल होने का सज़ा है।’ और आज TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन यूपी गए है कानून व्यवस्था पर ज्ञान छिलने। घिनौनी राजनीति देख रहे हो इनके?” इस ट्वीट को ये आर्टिकल लिखे जाने तक 7,600 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है. (आर्काइव लिंक)

बता दें कि यूपी के हाथरस ज़िले में पिछले महीने ही एक दलित महिला के साथ 4 लोगों ने कथित तौर पर रेप और बर्बरता की थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता के शव को यूपी पुलिस ने परिवार की मर्ज़ी के खिलाफ़ रातो-रात जला दिया था. इसका पूरा देश में जमकर विरोध हुआ था. इसके बाद पीड़िता के परिवार से कई नेता हाथरस मिलने गये और यूपी पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी. इन नेताओं में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल थे. तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी 2 अक्टूबर को परिवार से मिलने हाथरस जा रहे थे. उनके और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.

ठीक उसी दिन ये ट्वीट किया गया और अक्सर भ्रामक सूचनाएं देने वाले ऑनलाइन पोर्टल क्रिएटली ने 5 अक्टूबर को इसपर एक आर्टिकल लिख दिया. क्रिएटली ने ये आर्टिकल ट्वीट भी किया जिसे 1,600 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव लिंक)

क्रिएटली ने अपने आर्टिकल में इसे हाल की घटना बताई.

इसके बाद से ही कई लोग इसे हाल के सन्दर्भ में शेयर कर रहे हैं.

ट्विटर यूज़र @AyushSawalkar ने ये पोस्ट रीट्वीट करते हुए लिखा, “TMC और ममता सरकार को शर्म आनी चाहिए. क्या पश्चिम बंगाल में नेशनलिस्ट या भाजपा समर्थक होना गुनाह है? क्या ये फासीवाद नहीं हैं? लेफ्ट लिब्रलिज़्म का मोर्चा लेकर चलाने वाली @MahuaMoitra अब कहाँ हैं? ये चुप्पी क्यों?” (आर्काइव लिंक). इसके अलावा अन्य यूज़र्स — @reclusiveIndian (आर्काइव लिंक), @Aj15891 (आर्काइव लिंक), और @aviral_mitta (आर्काइव लिंक) ने भी घटना को हाल के सन्दर्भ में शेयर किया.

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घटना 2 साल पुरानी

इस तस्वीर का गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 2018 के कई रिपोर्ट्स मिले. इंडिया टुडे की पीटीआई के हवाले से 30 मई, 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के एक कार्यकर्ता का शव पेड़ से लटका हुआ मिला था. ये घटना 30 मई की पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले के बलरामपुर की है. साथ ही मृत व्यक्ति की टी-शर्ट पर लिख दिया गया था, “भाजपा के लिए काम करोगे तो यही होगा.” यही नहीं, इसके अलावा एक नोट भी छोड़ा गया जिसमें लिखा था, “महज़ 18 साल की उम्र में तुम भाजपा में शामिल हो गये इसलिए अपनी जान गंवा बैठे. मैं पंचायत के चुनाव से ही तुम्हें ढूंढ रहा हूँ, अब आखिरकार तुम मारे गये.” इस घटना के बाद तृणमूल सरकार और ममता बनर्जी का जमकर विरोध हुआ और तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इसकी कड़ी निंदा की थी.

ANI ने भी इस घटना को रिपोर्ट किया था. इसके अलावा DNA, द लॉजिकल इंडियन और न्यूज़ बाइट्स ने भी इसे जगह दी थी. मृतक की उम्र रिपोर्ट्स में अलग-अलग, 18 से 21 साल तक बताई गयी. ऑल्ट न्यूज़ मृतक की सही उम्र की जानकारी पाने में विफ़ल रहा.

गौरतलब है कि 4 अक्टूबर को भाजपा नेता मनीष शुक्ला की पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना ज़िले के टीटागढ़ में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. भाजपा ने इसका आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगाया है, वहीं पुलिस का कहना है कि ये आपसी दुश्मनी भी हो सकती है. उसके बाद भाजपा समर्थकों ने बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं के खिलाफ़ ‘नबन्ना चलो’ मार्च निकाला था. 8 अक्टूबर को इस मार्च के दौरान भारी हिंसा हुई और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया था.

पहले हाथरस घटना को लेकर TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन पर तंज़ कसने और अब बंगाल में जारी विरोध को लेकर ये पोस्ट शेयर किया जा रहा है, जो असल में 2018 की घटना है.

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