सोशल मीडिया में एक घायल व्यक्ति की तस्वीरों को इस दावे से साझा किया गया कि लखनऊ में “संघ-बजरंगदल” के लोगों ने एक मस्जिद के इमाम की पिटाई की। तस्वीर में व्यक्ति के सिर और दाए हाथ पर पट्टियां बंधी हुई है। वह खून से लथपथ कपड़े के साथ ही बैठा है। शैदा हुसैन ने इस दावे से यह तस्वीरें साझा की –“नफ़रतों की इन्तिहा हो गई कायर संघियों। 11 बजे रात में लखनऊ में जेल रोड पर बनी मस्जिद के इमाम हाफ़िज़ अदनान साहब पर नीच, कायर संघियों-बजरंगियों ने तलवार से जानलेवा हमला किया।”

ऑनलाइन समाचार पलटफोर्म नेशनल दस्तक ने इस घटना पर समान दावे से रिपोर्ट प्रकाशित की कि इमाम पर बजरंग दल और आरएसएस के लोगों ने हमला किया।

कुछ फेसबुक और ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने इन तस्वीरों को समान दावे से साझा किया है। फेसबुक पर सैयद हसनुल हक ने इस समान पोस्ट को साझा किया है जिसे 1,600 से ज़्यादा बार शेयर किया गया है। पोस्ट के मुताबिक, इमाम का नाम हाफीज़ अदनान है।

11 बजे रात में लखनऊ में जेल रोड पर बनी मस्जिद के इमाम हाफ़िज़ अदनान साहब पर संघ के कार्यकर्ताओं ने तलवार से जानलेवा हमला कर दिया।

Syed Farman Ahmed Bhai

Posted by Syed Hassanul Haque on Tuesday, 29 October 2019

तथ्य जांच

गूगल पर सर्च करने पर हमने पाया कि लखनऊ के इमाम पर हमला किया गया था। यह घटना 28 अक्टूबर को हुई थी। हालांकि, यह ध्यान देने लायक है कि इमाम का नाम हाफ़िज़ अदनान नहीं बल्कि अब्दुल मुकीम है। मुकीम के मुताबिक, एक शख्स ने उनपर एक धारदार हथियार से हमला कर दिया जब वह रात के करीब 11 बजे अपने कमरे में सो रहे थे। उनके सिर और दाहिने हाथ पर चोट आयी है।

29 अक्टूबर को, आलमबाग पुलिस ने हमलावर के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) और धारा 452 (हमला) के तहत शिकायत दर्ज़ की है। दो दिन के बाद, पुलिस ने बाराबंकी के रहनेवाले 19 वर्षीय सूरज प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस नॉट के मुताबिक, प्रजापति ने इमाम के घर में घुसने की बात कबूल की है, हालांकि वह चोरी करने के इरादे से वहाँ पर गया था। मौलवी को जागा हुआ देख कर वह घबरा गया और उनपर पाइप से दो बार हमला कर दिया। इसके तुरंत बाद, प्रजापति वहाँ से भाग गया।

निष्कर्ष के तौर पर, एक असफल चोरी के मामले में चोर ने मौलवी पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिस घटना को सोशल मीडिया में इमाम को बजरंगदल और आरएसएस के लोगों द्वारा पीटने के झूठे दावे से साझा किया गया।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.