पिछले कई हफ़्तों से कर्नाटक के कुछ कॉलेजों में हिजाब पहनने वाली छात्राओं के क्लास में आने पर रोक लगाई गई थी. इसकी वज़ह से राज्य में कई जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन भी हुए. कई मुस्लिम छात्रों ने इस बैन के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद कई दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा उकसाने पर हिंदू छात्रों ने इसपर आपत्ति जताते हुए जवाबी विरोध प्रदर्शन किया और हिंसा तेज़ हो गई.

इन विरोधों के बीच, हाल ही में मांड्या के पीईएस कॉलेज का एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में भगवा शॉल लिए लड़कों ने एक मुस्लिम छात्रा को बुर्का पहनने की वज़ह से परेशान करने की कोशिश की थी. ये भीड़ ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए लड़की के पास पहुंची और उसे कॉलेज में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की. लेकिन इसके जवाब में उस छात्रा ने भी ‘अल्लाह-ओ-अकबर’ का नारा लगाया. इस घटना का वीडियो काफी तेज़ी से वायरल हुआ. इस लड़की का नाम बीबी मुस्कान खान है.

इसके बाद एक वीडियो वायरल है. दावा किया जा रहा है कि दुबई में बुर्ज खलीफ़ा पर मुस्कान की बहादुरी को सलाम करने के लिए उसकी तस्वीर लगाई गई. ये वीडियो फ़ेसबुक पर वायरल है. और इसकी सच्चाई जानने के लिए ऑल्ट न्यूज़ की व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर कई रिक्वेस्ट मिलीं.

This slideshow requires JavaScript.

फ़ैक्ट-चेक

वीडियो को गौर से देखने पर पहली बात जो हमने नोटिस की, वो है “मुस्कान” की स्पेलिंग. वायरल वीडियो में नाम की स्पेलिंग “Muskahan” है जो कि ग़लत है. अगर बुर्ज खलीफ़ा में सच में मुस्कान का नाम दिखाया जाता तो इस बात की बहुत कम संभावना है कि आयोजक इतनी बड़ी गलती करें.

एक और बात जो हमने नोटिस की वो है टिकटॉक लोगो और यूज़रनेम @md.mahinkhan60. लगभग सभी वीडियो में ये यूज़रनेम सुपरइम्पोज़ किया गया था. इसे ध्यान में रखते हुए ऑल्ट न्यूज़ ने TOR ब्राउज़र की मदद से टिकटॉक पर असली वीडियो की तलाश की. असली वीडियो हाई रिज़ॉल्यूशन में था और इसे देखते ही तुरंत पता चल जाता है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है:

  1. ऐसा बिलकुल नहीं लगता है कि बुर्ज खलीफा पर “मुस्कान” नाम दिखाया गया था. बल्कि ऐसा लगता है कि ये बिल्डिंग के सामने अलग से आ रहा है / मंडरा रहा है.
  2. जब पानी का फव्वारा ऊपर जाता है तब ये देखा जा सकता है कि मुस्कान की तस्वीर बिल्डिंग से बाहर जा रही है. ये फ़िजिक्स के नियमों के विपरीत है.
  3. जब वीडियो रुकता है, तो बिल्डिंग गायब हो जाती है लेकिन स्क्रीन पर “मुस्कान” नाम फिर भी दिखता है. जिससे साबित होता है कि वीडियो एडिट किया गया था.

This slideshow requires JavaScript.

हमने बुर्ज खलीफ़ा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को भी चेक किया. और हमें मालूम हुआ कि आखिरी बार पिछले महीने चीनी नव वर्ष के दौरान इस बिल्डिंग पर लेज़र शो दिखाया गया था.

इस तरह, सोशल मीडिया पर मुस्कान की बहादुरी को सलाम करने के लिए बुर्ज खलीफ़ा पर उसकी तस्वीर दिखाने के झूठे दावे से एक एडिटेड वीडियो शेयर किया जा रहा है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Kalim is a journalist with a keen interest in tech, misinformation, culture, etc