एक वीडियो में कुछ युवक काली वर्दी में मार्च करते हुए नज़र आ रहे हैं. इन्होंने काले रंग की टोपी के साथ सफेद रंग के कमर बेल्ट और दस्ताने लगाए हुए हैं. और इस्लामिक नारे लगाते हुए एक साथ मार्च करते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए कुछ यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि ये केरल पुलिस कैडेट हैं जो इस्लामिक नारे लगा रहे हैं. इसके अलावा वीडियो के साथ एक और दावा किया जा रहा है कि केरल में प्राइवेट आर्मी तैयार की जा रही है.
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और मार्शल आर्ट ट्रेनर बलवंत सिंह देवड़ा ने अपने एक वीडियो में दावा किया कि केरल में एक प्राइवेट आर्मी तैयार की जा रही है और इस्लामिक नारे लग रहे हैं.
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बलवंत सिंह देवड़ा ने मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाते एक अन्य वीडियो भी दिखाया जिसमें हरे रंग के झंडे एक रैली में दिख रहे हैं. इसके साथ दावा किया कि पहलगाम हमले के बाद केरल के मुस्लिम पाकिस्तान का समर्थन कर रहे थे. ऑल्ट न्यूज़ इस दूसरे वीडियो के साथ वायरल पाकिस्तान समर्थन वाले झूठे दावों को पहले ही खारिज कर चुका है. ये वीडियो वक़्फ़ ऐक्ट के खिलाफ़ निकाली गई रैली का था.
बलवंत सिंह देवड़ा के इस वीडियो को 1 लाख 18 हज़ार से ज़्यादा इंस्ट्राग्राम यूजर्स ने शेयर किया है. साथ ही इसे 2 लाख 45 हज़ार लाइक मिले हैं.
इसके अलावा, काली वर्दी वाले वीडियो को मोती भारती जैसे कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ने भी शेयर किया है.
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10 सितंबर को नेहरा जी नामक एक्स-यूज़र ने काली वर्दी में दिख रहे युवकों को केरल पुलिस कैडेट बताते हुए लिखा, “केरल के हालात बेहद चिंताजनक हैं, केरल पुलिस कैडेट जय हिंद की जगह जय हदीसम बोल रहे है पुलिस धार्मिक नारे लगा रही है.”
बता दें कि ऑल्ट न्यूज़ ने पहले भी कई मौकों पर नेहरा जी नामक इस एक्स-यूज़र को गलत और भ्रामक जानकारी फैलाते हुए पाया है.
केरल के हालात बेहद चिंताजनक
केरल पुलिस कैडेट.. जय हिंद की जगह जय हदीसम बोल रहे है
पुलिस धार्मिक नारे लगा रही है pic.twitter.com/44S9izE90Q
— Nehra Ji (@nehraji77) September 9, 2025
फैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें यही वीडियो 6 सितंबर 2025 को अरंगडी ऑफ़िशियल पेज नामक एक इंस्टाग्राम पेज पर मिल गया. इस पेज के बायो में बताया गया है कि ये केरल की राजनीतिक पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग से संबंधित है जो केरल के कासरगोड जिले के अरंगडी में स्थित है.
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इस इंस्टाग्राम पेज को खंगालने पर हमें रैली के कई वीडियोज़ मिले. नीचे दिये वीडियो में कुछ सेकंड पर रैली के दौरान मलयालम भाषा में लिखा बैनर नज़र आता है, जिसका हिन्दी अनुवाद है, “अरंगडी इसाथुल इस्लाम जमात और नुरुल हुदा मदरसा, पैगंबर दिवस का जुलूस”. यानी ये वीडियो पैगम्बर दिवस का जुलूस (ईद मिलाद-उन-नबी जुलूस) के दौरान का है.
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इसके अलावा, इंस्टाग्राम पेज पर एक अन्य पोस्ट में यूनिफार्म पहने रैली में शामिल सभी युवकों की तस्वीर है. इसमें लिखा है, “2025- 26 की स्काउट टीम अरंगड़ी”. साथ ही इस पोस्ट में ग्रीन स्टार अरंगडी इंस्टाग्राम पेज को भी टैग किया गया है जो कि केरल की राजनीतिक पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग से संबंधित है.
ऑल्ट न्यूज़ ने ग्रीन स्टार अरंगडी टीम के सदस्यों से वायरल दावों और रैली के संबंध में संपर्क किया. हमें ग्रीन स्टार क्लब के अध्यक्ष हिशाम ने बताया कि यह वीडियो इस साल अरंगडी में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की रैली का है और वीडियो में परेड करते दिख रहे युवक “अरंगडी मुस्लिम यूथ लीग” के सदस्य और “अरंगडी जुमा मस्जिद” के अनुयायी हैं. साथ ही हिशाम ने ऑनलाइन शेयर किया जा रहे वीडियो को भ्रामक बताया और कहा इस आयोजन के बारे में झूठी खबरें फैलाई जा रहीं हैं.
आगे जांच में हमें न्यूज़ 18 केरल की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. इसमें वायरल वीडियो में मौजूद युवक नज़र आ रहे हैं. इसके अलावा, वीडियो के कैप्शन में बताया गया है कि कासरगोड, कान्हांगड़ में, पुलिस ने नबी दिवस रैली के दौरान सड़क को पूरी तरह से अवरुद्ध करने के आरोप में 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ये रैली मणिकोठ जुमात समिति और अरंगडी जुमात समिति के नेतृत्व में आयोजित की गई थी.
वायरल वीडियो में दिख रहे दो युवकों की तुलना हमने न्यूज़ 18 केरल के रिपोर्ट में दिख रहे युवकों से की. दोनों वीडियो एक ही घटना के हैं. इससे स्पष्ट होता है कि ये वीडियो मिलाद-उल-नबी समारोह के दौरान रैली में शामिल युवकों के मार्च का है.
इन सबके अलावा केरल पुलिस ने अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट राज्य पुलिस मीडिया सेंटर से पोस्ट कर वायरल दावों का खंडन कर इसे फेक न्यूज़ बताया. उन्होंने लिखा कि वीडियो में दिख रहे युवक केरल पुलिस नहीं है.
🔴🔴🔴Fake News🔴🔴🔴
Posted by State Police Media Centre Kerala on Wednesday 10 September 2025
हमने वायरल वीडियो में दिख रहे यूनिफ़ॉर्म और केरल पुलिस कैडेट के यूनिफार्म की तुलना की. हमने पाया कि दोनों के यूनिफ़ॉर्म में काफी अन्तर है. इसे नीचे तस्वीर में देखा जा सकता है.
यानी, वायरल वीडियो में काली वर्दी पहने दिख रहे युवक ना ही केरल पुलिस कैडेट हैं और ना ही किसी प्राइवेट आर्मी से हैं. ये वीडियो मणिकोठ जुमात समिति और अरंगडी जुमात समिति के नेतृत्व में आयोजित मिलाद-उल-नबी समारोह के दौरान रैली में शामिल युवकों के मार्च का है. इसे शेयर कर यूज़र्स भ्रामक दावा कर रहे हैं.
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