भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन का एक पोस्टर ट्वीट किया और दावा किया कि यह हिन्दू प्रतिक ‘स्वस्तिक’ का अपमान है। उन्होंने लिखा, “हम देखेंगे” ..तो ये शाहीन बाग वाले CAA के Protest के नाम में दरअसल यही देखना चाहतें है .. हिंदुओं के पवित्र चीन्हों की बर्बादी ..”पवित्र स्वस्तिक” की बर्बादी?? Off course they were the once in JNU who shouted “भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी जंग रहेगी” WAKE UP BEFORE IT’S TOO LATE.” पात्रा के ट्वीट को कुछ ही घंटो में 7,000 बार लाइक और 3,000 बार रीट्वीट किया जा चूका है।

पात्रा के ट्वीट के आधार पर, रिपब्लिक ने 16 जनवरी को एक शो प्रसारित करते हुए दावा किया कि शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों द्वारा हिंदू प्रतीक स्वस्तिक का अपमान किया गया है।

News18 इंडिया के एंकर अमिश देवगन ने भी इसे ट्वीट करते हुए लिखा, “स्वस्तिक का यह पोस्टर ग़लत है।”

ऑपइंडिया ने इस पोस्टर पर एक लेख में लिखा, “पोस्टर में, फ़ैज़ की ‘हम देखेंगे’ शीर्षक से जो कुछ लिखा है वो कविता नहीं है। हिन्दू धर्म के प्रतीक स्वास्तिक का विघटित रूप दिखाया गया है।”

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ऑपइंडिया के संस्थापक राहुल रौशन ने पोस्टर को ट्वीट करते हुए लिखा, “इस्लाम, हिंदू धर्म को कुचलते हुए”

इस पोस्टर को कुछ समान दावों से शेयर करने वालों में विवेक अग्निहोत्री, शेफाली वैद्य और द फ़्रस्टेटेड इंडियन भी शामिल हैं।

ऐसा कुछ दावा CVoter के संस्थापक यशवंत राव देशमुख और मीडिया संगठन माय नेशन ने भी किया है। एसियानेट ने भी संबित पात्रा के ट्वीट के आधार पर खबर प्रकाशित की है।

‘स्वास्तिक’ नहीं, नाज़ी पार्टी का चिन्ह,

पोस्टर में हिन्दू धर्म का प्रतिक ‘स्वस्तिक’ नहीं है, बल्कि नाज़ी पार्टी का चिन्ह है। दोनों के बीच का फर्क साफ तौर पर देखा जा सकता है, यह है लकीरों के मध्य में मौजूद बिंदुओं की मौजूदगी। इसके अलावा, नाज़ी चिन्ह 45 डिग्री तिरछी होती है।

झूठा दावा वायरल

पोस्टर में हिन्दू धर्म के प्रतिक ‘स्वस्तिक’ को दर्शाने का झूठा दावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म में व्यापक रूप से वायरल है। ट्विटर पर एक उपयोगकर्ता राजन ठाकुर ने भी संबित पात्रा के जैसे ही समान शब्दों में इस पोस्टर को साझा किया है, ठाकुर के ट्विटर परिचय के मुताबिक, वे BJYM उत्तर प्रदेश के संयोजक है।

एक अन्य उपयोगकर्ता अजय रघुवंशी ने भी इस तस्वीर को साझा किया है, जिनके ट्विटर परिचय में ‘भाजपा सोशल मीडिया’ लिखा हुआ है।

यह दावा फेसबुक और ट्विटर पर वायरल है।

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.