भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय प्रभारी प्रीति गांधी ने पाकिस्तान की पूर्व क्रिकेट टीम की नमाज़ अदा करते हुए एक तस्वीर ट्वीट की। उन्होंने लिखा, “इंजमाम-उल-हक की कप्तानी के समय की पाकिस्तान क्रिकेट टीम की है यह तस्वीर। हिंदू दानिश कनेरिया और ईसाई यूसुफ योहाना को भी नमाज़ अदा करने के लिए कहा गया। #IndiaSupportsCAA (अनुवाद)

उपरोक्त तस्वीर, पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर के उस बयान की पृष्ठभूमि में साझा की जा रही है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उनकी टीम के पूर्व हिंदू साथी दानिश कनेरिया के साथ टीम के सदस्यों ने उनके धर्म के आधार पर भेदभाव किया था। पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक सहित पाकिस्तान की पूर्व क्रिकेट टीम के उनके कई अन्य साथियों ने इस आरोप का खंडन किया है। भाजपा महिला मोर्चा प्रभारी प्रीति गांधी ने कनेरिया के साथ हुए कथित भेदभाव को हाल ही में लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम (2019) से जोड़ दिया, जिसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हिंदु, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है।

तथ्य-जांच

इस तस्वीर में शामिल लोग हैं (बाएं से दाएं) : अब्दुल रऊफ, इंजमाम-उल-हक, मोहम्मद यूसुफ (पहले यूसुफ योहाना), कामरान अकमल और उमर गुल। गांधी के दावे के विपरीत, इस तस्वीर में दानिश कनेरिया दिख ही नहीं रहे हैं।

अब्दुल रऊफ तत्कालीन पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के फिजियोथेरेपिस्ट थे। उनके फेसबुक प्रोफाइल को यहां देखा जा सकता है। वह लाहौर के Pain Free Centre में काम करते हैं।

गांधी द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला कि यह गेट्टी इमेजस की तस्वीर है। 27 अगस्त, 2006 को ब्रिस्टल में नेटवेस्ट इंटरनेशनल 20-20 मैच की नेट प्रैक्टिस से पहले खींची गई थी। यूसुफ ने सितंबर 2005 में ईसाई धर्म से इस्लाम में धर्म परिवर्तन करने की घोषणा की थी और आधिकारिक तौर पर उनका नाम यूसुफ योहाना से बदलकर मोहम्मद यूसुफ कर दिया था। इस तरह, यह तस्वीर मोहम्मद यूसुफ के इस्लाम धर्म अपना लेने के बाद खींची गई थी।

निष्कर्षतः इस तस्वीर में कोई गैर-मुस्लिम व्यक्ति नहीं है, जिसे नमाज़ अदा करने के लिए ‘मजबूर’ किया गया था। दानिश कनेरिया तस्वीर में हैं ही नहीं और यूसुफ योहाना ने इस्लाम धर्म अपना लिया था व अपना नाम बदलकर मोहम्मद यूसुफ रख लिया था।

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