सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल है. वीडियो में दो महिलाओं को बच्चों के सामने कुछ सामान फेंकते हुए देखा जा सकता है और बच्चे इसे पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रही महिलाओं में से एक महारानी एलिज़ाबेथ II हैं. एलिज़ाबेथ की मौत की ख़बर आने के बाद से ये वीडियो शेयर किया जा रहा है.

ट्विटर हैन्डल ‘@frankie_dux’ ने वीडियो को इस कैप्शन के साथ ट्वीट किया, “ये रानी खुद अफ्रीकी बच्चों को चिकन की तरह खाना फेंक रही है ..” (आर्काइव्ड लिंक) उनके ट्वीट को 1 लाख से ज़्यादा व्यूज मिलें हैं. हालांकि, कैप्शन में ये नहीं बताया गया है कि वीडियो को अफ्रीका के किस देश में शूट किया गया था.

हैंडल @Truman0075 (आर्काइव्ड लिंक), हैंडल @wawerunjogu, हैंडल @ghostladysa, हैंडल @MightiJamie और हैंडल @KorirCharles सहित कई यूज़र्स ने इसी दावे के साथ वीडियो को ट्वीट किया.

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ये वीडियो इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर भी वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

वायरल वीडियो से फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को यूट्यूब पर इसका ब्लैक एंड व्हाइट वर्ज़न मिला. इसके टाइटल का अनुवाद है, ल्यूमियर: महिलाओं के सामने सिक्के उठाते अनामीज बच्चे,’ पगोडा (1900).” इसे नवंबर 2021 में आइकनौटा ने पोस्ट किया था. वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “महिलाएं कुछ बच्चों के सामने सिक्के फेंक रही हैं जिन्हें लेने के लिए वे दौड़ रहे हैं. ये फ्रांसीसी इंडोचाइना के वक्त वियतनाम के अन्नाम में गेब्रियल वेरे द्वारा फ़िल्माया गया एक सीन है. डिस्क्रिप्शन में ये भी कहा गया है कि कैटलॉग Lumière में ये मूवी नंबर 1274 है.

फ्रेंच इंडोचाइना, वियतनाम के तीन देशों को संदर्भित करता है, लाओस और कंबोडिया जो पहले अपने साम्राज्य के भीतर और बाद में फ्रांसीसी संघ के हिस्से के रूप में फ्रांस से जुड़े थे. इंडोचाइना शब्द इस क्षेत्र की संस्कृति में भारतीय और चीनी प्रभावों के मेल को दर्शाता है.

ल्यूमियर की वेबसाइट के अनुसार, “कैटलॉग ल्यूमियर” 1895 और 1905 के बीच पब्लिश ल्यूमियर कंपनी की फ़िल्मों को सूचीबद्ध करता है. ऐतिहासिक डेटा “लॉ प्रोडक्शन सिनेमैटोग्राफ़िक डेस फ्रेरेस ल्यूमियर” प्रकाशन से लिया गया है. इस कैटलॉग की मूवी नंबर 1274 असल में गेब्रियल वेरे की “एनफैंट्स एनामाइट्स रमासेंट डेस सैपिक्स डेवेंट ला पैगोडे डेस डेम्स” है. इस साइट पर फ़िल्म के सारांश के अनुसार, वीडियो में दिखाई देने वाली दो महिलाएं मैडम पॉल डूमर और उनकी बेटी हैं जो वियतनाम में बच्चों पर (बहुत कम मूल्य के) पैसे फेंक रही हैं. मैडम पॉल डूमर के पति 13 जून 1931 से 7 मई 1932 को उनकी हत्या तक फ्रांस के राष्ट्रपति थे.

वीडियो के IMDb पेज में इसका सारांश है: “ब्लैक एंड व्हाइट फ़िल्म जिसमें सफेद रंग के कपड़े में दो महिलाएं गरीब बच्चों के सामने सिक्के फेंकती हैं. इसे वियतनाम में फ़िल्माया गया था.”

ध्यान दें कि वायरल वीडियो असली फ़िल्म का रंगीन वर्जन था. इस विशेष फ़िल्म को रंगीन बनाने के कई प्रयास किए गए हैं. ऐसा ही एक रंगीन वीडियो यहां दिया गया है.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर दो महिलाओं द्वारा बच्चों के सामने सिक्के फेंकने का वीडियो ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया कि वीडियो में दिखने वाली एक महिला महारानी एलिज़ाबेथ II हैं. दरअसल, 1926 में महारानी एलिज़ाबेथ II के जन्म से दो दशक पहले, 1900 में गेब्रियल वेरे द्वारा फ़िल्माया गया था जिसका टाइटल ‘एनफैंट्स एनामाइट्स रमासेंट डेस सैपेकस डेवेंट ला पैगोडे डेस डेम्स’ था. इसमें दिख रही दो महिलाएं, मैडम पॉल डूमर और उनकी बेटी हैं. इसके अलावा, वीडियो में दिखने वाले बच्चों को ‘अफ्रीकी बच्चे’ बताने वाले कैप्शन भी भ्रामक हैं.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.