वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ भारतीय सेना अधिकारी की एक तस्वीर शेयर की जा रही है. कहा जा रहा है कि निर्मला सीतारमण की बेटी भारतीय आर्मी का हिस्सा है और तस्वीर में दोनों मां-बेटी एक साथ दिख रही हैं.

2019 से शेयर

फ़ेसबुक पेज और ग्रुप जैसे मोदीराज, वी सपोर्ट नरेंद्र मोदी भा.ज.पा : Mission 2019, जस्टिस फ़ॉर पंजाबी हिन्दू ने जनवरी 2019 में ये तस्वीर शेयर करते हुए यही दावा किया था. उस वक़्त निर्मला सीतारमण देश की रक्षा मंत्री थीं. इसके अलावा कई यूज़र्स ने पर्सनल अकाउंट से इसे पोस्ट किया था. ट्विटर पर भी इसे शेयर किया गया था. ट्विटर यूज़र @Ashok6510 ने भी ये तस्वीर शेयर की थी. इसी यूज़र ने झारखंड का एक वीडियो इस झूठे दावे के साथ शेयर किया था कि कुछ मुस्लिमों ने राजपूतों पर हमला कर दिया.

व्हाट्सऐप पर भी ये तस्वीर इसी दावे के साथ शेयर की जा रही थी.

इस तस्वीर में नीचे दायीं तरफ ‘Indian Army Protect us’ नाम का एक लोगो दिख रहा है. जब हमने फ़ेसबुक पर सर्च किया तो इसी नाम का एक फ़ेसबुक पेज मिला जिसने सबसे पहले इस तस्वीर को पोस्ट किया था. इस पोस्ट को 22 हज़ार लाइक्स मिले थे. इस पेज से पोस्ट किए गए सभी तस्वीरों पर ऐसा ही लोगो है जैसा कि इस तस्वीर में दिख रहा है. कई फ़ेसबुक पेज अपने पोस्ट पर अपना लोगो लगाते हैं. इस पेज के 18 लाख से भी ज़्यादा फॉलोअर्स हैं.

Very nice pic….Mother and soldier ❤️❤️
#indianarmy #India

Posted by Indian Army Protect us on Thursday, 27 December 2018

भाजपा के कई वरिष्ठ नेता जैसे पियूष गोयल, अमित शाह और संबित पात्रा द्वारा फॉलो किए जाने वाले यूजर्स ने भी येतस्वीर शेयर की थी. (1, 2, 3)

रूप दरक जो खुद को भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य बताते हैं, उन्होंने भी ये तस्वीर ट्वीट करते हुए यही दावा किया.

फ़ैक्ट-चेक

इस तस्वीर को लेकर किये जा रहे ग़लत दावे इतने फ़ैल गए कि रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से स्पष्टीकरण जारी किया गया. 2 जनवरी 2019 को रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि तस्वीर में दिख रही महिला निर्मला सीतारमण की बेटी नहीं है. निर्मला सीतारमण की एक ऑफिशियल यात्रा के दौरान एक सेना अधिकारी के अनुरोध पर ये तस्वीर ली गई थी.

बूमलाइव ने भी इस तस्वीर का खुलासा करते हुए बताया था कि तस्वीर में दिख रही महिला का नाम निकिता वीरैया है. और निर्मला सीतारमण की बेटी का नाम परकाला वंगमयी है.

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.