उत्तर प्रदेश शिया वक्फ़ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने 6 दिसंबर को हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया. इसके मद्देनज़र कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने मुस्लिम लोगों से घिरे एक हिंदू पुजारी की तस्वीर शेयर की. और दावा किया कि उत्तर प्रदेश में वसीम रिज़वी के धर्म बदलने के बाद 34 मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म अपना लिया. ये दावा 2022 में होने वाली यूपी विधानसभा चुनाव से पहले शेयर किया जा रहा है.
[वायरल टेक्स्ट: यूपी में 34 मुस्लिम परिवारों ने कि हिन्दू धर्म मे वापसी । जय श्री राम🙏🏻🚩 सनातन ही सत्य है🙏🏻🚩]कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने ये दावा भाजपा समर्थक या हिंदुत्व ग्रुप्स में पोस्ट किया – रास्ट्र हिंदू ने इसे ‘ऑन मोदी 2.0 🚩( मोदी समर्थक जुड़े )🚩’ में पोस्ट किया [जिसे 4 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स मिले], घंटाकर्ण महावीरमेरा ने ‘वोट मोदी को (मोदी वोटर्स जुड़े)’ में पोस्ट किया [जिसे 3 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स मिले] और विजयभाई कलांबेकर ने ‘फिर एक बार योगी सरकार (इस बार 350 पार)‘ और ‘इंडिया नीड्स बीजेपी‘ पर पोस्ट किया, त्रिलोक देवासी ने सुदर्शन न्यूज़ ग्रुप में पोस्ट किया. इसी तरह फ़ेसबुक पेज ‘ब्रम्ह राष्ट्र एकम‘ और ‘जागो भारत जागो‘ ने भी ये दावा पोस्ट किया.
सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टूल क्राउडटैंगल का इस्तेमाल करने पर हमने देखा कि कम से कम 100 एकाउंट्स से ये तस्वीर पोस्ट की गई है.
ट्विटर यूज़र @janardanspeaks और बीजेपी नेता अनुपेंद्र सिंह ने बिना तस्वीर पोस्ट किए ये दावा शेयर किया.
फ़ैक्ट-चेक
गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि हिंदी न्यूज़ आउटलेट अमर उजाला ने 2016 में ये तस्वीर पब्लिश की थी. रिपोर्ट के मुताबिक, ये तस्वीर 23 सितंबर 2016 की है और इसे मथुरा के जामा मस्जिद में खींचा गया था. जम्मू-कश्मीर में उरी शहर के पास एक भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर आतंकवादी हमला हुआ था. इसके विरोध में मथुरा में पाकिस्तान के खिलाफ़ प्रदर्शन हुआ था. ये तस्वीर उसी विरोध प्रदर्शन की है. अमर उजाला ने इस प्रदर्शन का एक वीडियो भी शेयर किया था.
ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर 34 मुस्लिम परिवारों के हिन्दू धर्म स्वीकारने के दावे को लेकर की-वर्ड्स सर्च किया. लेकिन हमें इस बात को कंफ़र्म करने वाली एक भी रिपोर्ट नहीं मिली.
इस तरह, 5 साल पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए ये झूठा दावा किया गया कि 34 मुस्लिम परिवारों ने हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया है.
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