2020 की शुरुआत से ही, कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ता दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली की जामा मस्जिद के 13वें शाही इमाम अहमद बुखारी की तस्वीर साझा कर रहे हैं। वायरल पोस्ट में भारतीय राजनीति में तिवारी की पहचान और भारतीय जनता पार्टी पर काफी बारीकी से नज़रिया दिया गया है। तिवारी का नाम दिल्ली के आगामी चुनावों के चलते मुख्यमंत्री पद के लिए प्रकाश में आया था। हालांकि, पार्टी ने अभी तक किसी भी नाम की घोषणा नहीं की है।

कांग्रेस के सलमान निज़ामी ने इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा है, “बुखारी 500 रुपये  में बिक गया.”

फेसबूक उपयोगकर्ता क़दर उनसा ने तस्वीर को इस संदेश के साथ पोस्ट किया, “दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम और मनोज तिवारी, भाजपा दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार/भोजपुरी अभिनेता।” (अनुवाद) फेसबुक उपयोगकर्ता अमन पठान ने इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, “चोर चोर मौसेरे भाई” दिन भर मुस्लिम को कोसने वाले गए हैं शाही इमाम का समर्थन मांगने, खैर समर्थन भी उस शख्स से मांग रहे हैं जिसकी मुस्लिम समाज मे कोई इज्जत ही नहीं बची है…वोट क्या घंटा दिलाएंगे #लपेटा”

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ऐसा दावा ट्विटर पर भी किया जा रहा है।

17 जनवरी को दिल्ली स्थित पत्रकार प्रशांत कनोजिया ने इस तस्वीर को यह कहते हुए साझा किया था, “250 ग्राम अखरोट और 500 ग्राम किशमिश पर बुखारी का डील फाइनल।” बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर कर दिया। 

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2017 की तस्वीर

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया और पाया कि यह वीडियो ज़ी मीडिया द्वारा 6 मई, 2017 को अपलोड की गयी है। वीडियो रिपोर्ट के अनुसार, बुखारी मनोज तिवारी के घर पर हुए हमले के बाद उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे। बुखारी ने कहा, “मनोज तिवारी मेरे पुराने दोस्त हैं। जब मुझे इत्तिलाह मिली कि आपके (तिवारी) ऊपर हमला हुआ था तो मैं आपकी खैरियत मालूम करने के लिए हाज़िर हुआ।”

1 मई, 2017 की टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली भाजपा प्रमुख और सांसद मनोज तिवारी के आवास पर दो लोगों को रोक दिया गया था, जब उन्होंने कथित तौर पर घर के कर्मचारियों को परेशान किया था।

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि वायरल तस्वीर को पत्रकार अतुल कृष्णा ने 6 मई, 2017 को ट्वीट किया था।

सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने दिल्ली भाजपा सांसद मनोज तिवारी और जामा मस्जिद के इमाम बुखारी की तस्वीर को यह दर्शाने के लिए साझा किया कि फरवरी में दिल्ली के आगामी चुनावों के मद्देनज़र भाजपा वोट बैंक की राजनीती कर रही है।

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.