केरला में विस्फोटक पदार्थ से भरा अनानास खाने के कारण एक गर्भवती हथिनी की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. सोशल मीडिया में इस घटना को लेकर कई अफ़वाहें भी फैलने लगीं. इस घटना के कुछ दिनों बाद हिमाचल प्रदेश में भी एक ऐसी ही घटना सामने आई जिसमें एक गर्भवती गाय ने विस्फोटक से भरा खाना खा लिया था. बिलासपुर की इस घटना में पुलिस ने स्थानीय नंद लाल को गिरफ़्तार किया है। इसके बाद सोशल मीडिया में एक घायल गाय की कुछ तस्वीरें हिमाचल की इस घटना से जोड़ कर शेयर होने लगीं.
पूर्व पत्रकार और समाजवादी पार्टी से जुड़ी प्रीति चौबे ने 6 जून 2020 को 2 तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “घोर निंदनीय, जघन्य अपराध धिक्कार है ऐसे लोगों पर, कहां है गौरक्षा की शपथ लेने वाले? जो अभी केरल की घटना पर चीख रहे थे! देव भूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में गर्भवती गाय को किसी ने विस्फोटक पदार्थ खिला दिया जिससे गाय बुरी तरह से ज़ख्मी हो गयी है #HimachalPradesh” उनके ट्वीट को आर्टिकल लिखे जाने तक 900 से ज़्यादा बार लाइक किया गया है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
फ़ेसबुक पेज ‘@Hinduarmychief’ ने 6 जून को ये तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एक गर्भवती गाय को किसी ने विस्फोटक गोला खिला दिया….फिर से इंसानियत सर्मशार हुई,हाथी के बाद अब गऊ माता को मर डाला जिहादियों ने !हे राम इंसानियत है भी या नहीं इस दुनिया में?” यूज़र ने इस घटना के पीछे जिहादी के हाथ होने का दावा किया है. आर्टिकल लिखे जाने तक इस पोस्ट को 1,200 बार लाइक किया गया है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
7 जून को इस घटना पर आर्टिकल पब्लिश करते हुए तमिल एक्स्प्रेस न्यूज़ ने शेयर हो रही तस्वीरों में से एक तस्वीर को शेयर किया है. इसके अलावा, बांग्ला वेबसाइट pratifalak.com ने भी अपने आर्टिकल में ये तस्वीर शेयर की है.
कुछ ही वक़्त में ये तस्वीरें ट्विटर और फ़ेसबुक पर खूब शेयर होने लगीं.
फ़ैक्ट-चेक
की-वर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर फ़ेसबुक पेज ‘Baba Mungipa Gaushala n Hospital Tosham’ का 3 जुलाई 2015 का एक पोस्ट मिला. पोस्ट में तस्वीरों को रायपुर तहसील के लिलाम्बा गांव का बताया गया है. इस जानकारी के आधार पर हमने फ़ेसबुक पर टाइम फ़िल्टर और की-वर्ड्स से सर्च किया. हमने पाया कि इन तस्वीरों को राजस्थान के रायपुर मारवाड़ का बताते हुए कई यूज़र्स ने शेयर किया हैं. 28 जून 2015 को फ़ेसबुक पेज ‘Savecowslife Vrindavan’ ने ये तस्वीरें इसी दावे से पोस्ट की थी.
गूगल पर की-वर्ड्स ‘रायपुर गाय कचरा विस्फोट’ से सर्च किया. सर्च रिज़ल्ट से हमें 27 जून 2015 की पत्रिका की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, रायपुर से थोड़ी दूर लिलाम्बा गांव में एक गाय कचरे के ढेर में चर रही थी तभी ढेर में ब्लास्ट हो गया और उसका पूरा जबड़ा टूट गया. गांववालों ने उसके बाद हंगामा शुरू कर दिया और खननकारियों पर बारूद छुपाने का आरोप लगाने लगे. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लोगों को शांत करवाया और कचरे में बारूद की तलाश करने लगे. रिपोर्ट में बताया गया कि इस गांव में 2 महीने पहले भी ब्लास्ट हुआ था. ग्रामीणों ने उस वक़्त इस मामले की जांच भी की थी लेकिन उन्हें कोई सुराग नहीं मिला था. आगे जून महीने में घटी इस घटना के बारे में संज्ञान लेते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी ने जांच करने का आदेश दिया. हमें इस घटना में हुई जांच या आरोपी से संबंधित कोई खबर नहीं मिली.
इस तरह, हमने देखा कि हालिया हिमाचल में विस्फोटक खाने के कारण घायल हुई गाय की बताकर शेयर हो रही 3 तस्वीरें पुरानी हैं. ये तस्वीरें जून 2015 में रायपुर मारवाड़, राजस्थान के गांव में विस्फोटक की वजह से घायल हुई एक गाय की हैं. इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश में गाय को जिहादी द्वारा विस्फोटक खिलाने का दावा भी तथ्यहीन है क्योंकि इस मामले की जांच अभी चल रही है और पुलिस ने इस घटना में नंद लाल नामक एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी की है.
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