पिछले कुछ दिनों से अमेरिका में काले और नारंगी रंग के हॉर्नेट नामक एशियन कीड़ों के दिखने की खबरें आ रही हैं. ये एशियन जायंट हॉर्नेट ‘मर्डर हॉर्नेट’ के नाम से भी जानी जाती है. इन ख़बरों के बाद सोशल मीडिया में कुछ वीडियोज़ अमेरिका में हाल ही में हुए हॉर्नेट कीड़ो के हमलों के बताकर शेयर किये गए. यूज़र्स इन वीडियोज़ खूब शेयर कर रहे हैं. पहला वीडियो एक चूहे का है जिसमें एक कीड़ा एक चूहे पर हमला करता है और उसे पूरी तरह से जकड़ लेता है. वहीं दूसरे वीडियो में सड़क पर कीड़ों के पीछे पड़ने की वजह से कई सारे लोगों को यहां से वहां भागते हुए देखा जा सकता है. इसके अलावा, ज़ी मीडिया की अंग्रेजी न्यूज़ चैनल “WION” के ब्रॉडकास्ट का वीडियो भी काफ़ी शेयर किया जा रहा है.
अमेरिका में हॉर्नेट हमले का बताते हुए फ़ेसबुक पेज ‘Super Videos and Jokes’ ने 14 मई को ये वीडियोज़ शेयर किये हैं. इन वीडियोज़ को शेयर करते हुए यूज़र ने लिखा, “अमेरिका में नए किस्म की मक्खी ने जीना हराम कर दिया है…लोग परेशान है? मुसीबत पे मुसीबत..” इस पोस्ट में चूहे और सड़क पर भागते हुए लोगों के वीडियोज़ शेयर किये गए हैं. इसके अलावा पोस्ट में WION न्यूज़ का एक और वीडियो भी शेयर किया गया है जिसमें अमेरिका में ‘मर्डर हॉर्नेट’ के हमले की ख़बर दिखाई जा रही है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
America Me Nayi Kisam ki Makkhi Ne Jeena Haraam Kar Diya Hai…
Log Pareshan Hai.?
Mushibat pe Mushibat..
😳😳Posted by Super Videos and Jokes on Thursday, 14 May 2020
सड़क पर भागते हुए लोगों के वायरल वीडियो को 10 मई को एक और फ़ेसबुक पेज ‘نهفات وابداعات’ ने भारत का बताते हुए पोस्ट किया है. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 1,100 बार देखा जा चुका है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
चूहे और रास्ते से भागते हुए लोगों के वीडियोज़ को कई यूज़र्स अमेरिका का बताते हुए ट्विटर और फ़ेसबुक पर शेयर कर रहे हैं. ये वीडियोज़ व्हाट्सऐप पर भी अमेरिका के हॉर्नेट हमलों का बताते हुए शेयर किये जा रहे हैं. ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल मोबाईल ऐप पर भी इन वीडियोज़ की हकीकत जानने के लिए कुछ रीक्वेस्ट मिलीं.
इन वीडियोज़ की सच्चाई जानने से पहले हमें ‘मर्डर हॉर्नेट’ (एशियन जायंट हॉर्नेट) के बारे में कुछ बाते जानना बेहद ज़रूरी है.
‘नेशनल जियोग्राफ़िक’ के 4 मई 2020 के आर्टिकल के मुताबिक, वैज्ञानिकों का मानना है कि ये ‘मर्डर हॉर्नेट’ पूरे वाशिंगटन में फैल सकती हैं और अमेरिकी मधुमक्खियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी ख़तरा बन सकती हैं. ‘मर्डर हॉर्नेट’ जापान और पूर्वी एशिया से आती हैं. हॉर्नेट के समूह में एक रानी और कई सारी वर्कर मक्खियां होती हैं. ये खाने की तलाश में आधा दर्जन से भी ज़्यादा मील का सफ़र तय कर सकती हैं. हॉर्नेट को कई तरह के कीड़े खाना पसंद है लेकिन मधुमक्खिया इन्हें ज़्यादा पसंद हैं. 2 इंच साइज़ के ये कीड़े मधुमक्खी के छत्ते पर हमला करते हैं और देखते ही देखते सभी मधुमक्खियों को मार देते हैं. रिसर्चर बताते है कि एशियन हॉर्नेट अगर किसी इंसान को लगभग 50 बार काट दे तो उस इंसान की मौत हो सकती है. इसके अलावा, ‘मर्डर हॉर्नेट’ के डंक से शरीर में ज़हर फैलने के कारण किसी भी व्यक्ति की मौत हो सकती है. जापान में हर साल 30 से 50 लोगों की मौत ‘मर्डर हॉर्नेट’ के काटने से होती है. साल 2013 में जब हॉर्नेट की संख्या काफ़ी ज़्यादा थी तब चीन के एक ही प्रांत में ‘मर्डर हॉर्नेट’ ने 42 लोगों की जान ले ली थी. अभी तक रिसर्च करने वाले हॉर्नेट के अमेरिका पहुंचने के बारे में जान नहीं पाए हैं. उनका मानना है कि शायद किसी जहाज़ के ज़रिए ये यहां तक पहुंचे हैं. साल 2019 के आखिरी वक़्त में हॉर्नेट के एक पूरे छत्ते को कनाडा के ननाइमो में पाया गया था, जिसे उसी वक़्त ख़त्म कर दिया गया था. वाशिंगटन के कीटवैज्ञानिक क्रिस लूनी बताते है कि अगर हॉर्नेट को अगले कुछ सालों में रोका नहीं गया तो आगे इसे रोक पाना काफ़ी मुश्किल होगा. आगे चल कर हॉर्नेट के कारण पर्यावरण को भी काफ़ी नुकसान हो सकता है.
फ़ैक्ट-चेक
हम अपने इस आर्टिकल में शेयर हो रहे तीनों वीडियोज़ की सच्चाई आपके सामने रखेंगे.
वीडियो 1 : चूहे और कीड़े का वीडियो
यूट्यूब पर की-वर्ड्स ‘mouse and wasp’ से सर्च करने पर 14 जुलाई 2018 को अपलोड किया गया वही वीडियो मिला, जो अभी वायरल हो रहा है. वीडियो किस जगह का है इस बारे में चैनल ने कुछ नहीं बताया है लेकिन जुलाई 2018 में अपलोड हुए इस वीडियो से ये बात तो साफ़ हो जाती है कि ये वीडियो हाल में अमेरिका में हुए हॉर्नेट हमले से जुड़ा हुआ नहीं है.
वीडियो 2 : रास्ते पर यहां से वहां भागते हुए लोगों का वीडियो
इनवीड (InVid) से वायरल वीडियो को कई फ़्रेम्स में तोड़ने के बाद इन्हें रिवर्स इमेज सर्च करने पर मीडिया संगठन AFP का 2 जून 2020 का एक फ़ैक्ट चेक आर्टिकल मिला. इस फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट में बताया गया है कि रास्ते पर भागने वाले लोगों का वीडियो 4 अप्रैल 2020 को एक फ़ेसबुक यूज़र ने शेयर किया था. (पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न)
फ़ेसबुक पोस्ट पर कमेन्ट करते हुए एक यूज़र ने इस वीडियो को मनाग्वा, निकारागुआ के एक शॉपिंग सेंटर का बताया है. AFP को की-वर्ड्स सर्च से मनाग्वा के सेंट्रल Z-1 फ़ायर डिपार्टमेंट का एक पोस्ट मिला. ये फ़ायर डिपार्टमेंट शॉपिंग सेंटर से 2.5 किमी की दूरी पर है. इस पोस्ट में 4 अप्रैल 2020 को शॉपिंग सेंटर के बाहर हुए कीड़ों के हमलों के बारे में बताया गया है.
Atendimos llamado.
Sobre un Enjambre de Abejas Africanizadas que Afectaban a la población en las cercanías de Metrocentro..
🚒🇳🇮1️⃣1️⃣5️⃣☎️👩🚒Posted by Delegación central Z-1 Escuadra A on Saturday, 4 April 2020
पोस्ट में स्पैनिश भाषा में बताया गया है कि फ़ायर डिपार्टमेंट को कॉल आया कि मेट्रो सेंटर के बाहर अफ़्रीकी मधुमक्खियों ने हमला किया है. मीडिया संगठन AFP को डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने बताया कि ये वीडियो और तस्वीरें उसी दिन (4 अप्रैल) की हैं जब अफ़्रीकी मधुमक्खियों ने हमला किया था. उन्होंने ये भी बताया कि पिछले कुछ दिनों से मेट्रो सेंटर में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. इस तरह, अफ़्रीकी मधुमक्खियों के हमले का वीडियो यूज़र्स ‘मर्डर हॉर्नेट’ के हमलों शेयर कर रहे हैं.
वीडियो 3 : “WION” न्यूज़ का वीडियो
यूज़र्स “WION” न्यूज़ के ब्रॉडकास्ट का एक वीडियो काफ़ी शेयर कर रहे हैं. ‘WION’ के यूट्यूब चैनल को खंगालने पर हमें सोशल मीडिया में शेयर हो रहे ब्रॉडकास्ट का वीडियो 9 मई 2020 को अपलोड किया मिला. मई 2020 के इस वीडियो में 45 वें सेकंड पर बताता है कि अमेरिका में ‘मर्डर हॉर्नेट’ पहली बार दिखाई दिए हैं जबकि स्क्रीन के डिस्प्ले पर 55 वें सेकंड पर वाशिंगटन में ‘मर्डर हॉर्नेट’ को साल 2019 के आख़िरी वक़्त में देखे जाने की बात फ़्लैश की गई है.
इस तरह हमने देखा कि अमेरिका में हाल ही में हुए ‘मर्डर हॉर्नेट’ के हमले से जोड़ कर शेयर किया गया चूहे का वीडियो तकरीबन 2 साल पुराना है जबकि रास्ते पर अप्रैल महीने में अफ़्रीकी मधुमक्खियों के कारण भागते हुए लोगों का वीडियो अमेरिका और भारत में ‘मर्डर हॉर्नेट’ के हमलों का बताकर झूठा दावा किया जा रहा है. इसके अलावा, “WION” न्यूज़ के ब्रॉडकास्ट में अमेरिका में मर्डर हॉर्नेट’ के हमले की ख़बर सच्ची है.
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