“नमाज़ अदा करते समय मस्जिद में मुस्लिमों की पिटाई करती भारतीय पुलिस” – इस कैप्शन को, कई पाकिस्तानी ट्विटर यूजर्स ने एक वीडियो के साथ शेयर किया है। @JavaidShaikh के ट्विटर हैंडल से, क्लिप को 13,000 से अधिक बार देखा गया (आर्काइव)।

javaidsaikh

@javaidShaikh का ट्वीट उद्धृत करते हुए ट्वीट किया हनीफ कादिर ने, जिनका ट्विटर परिचय बतलाता है कि वह यूके की एक यूथ चैरिटी — एक्टिव चेंज फाउंडेशन, के सीईओ हैं। इस चैरिटी की वेबसाइट में बतलाया गया है कि कादिर अफगानिस्तान में अल-कायदा के सदस्य थे, लेकिन नागरिकों के विरुद्ध किए गए अपराधों को देखकर उन्होंने इस आतंकवादी संगठन से मुंह मोड़ लिया। तब से, जैसा कि इस वेबसाइट द्वारा दावा किया गया है, कादिर और उनकी चैरिटी ब्रिटेन में युवाओं को ऐसे अनुभवों से बचाने में मदद करते हैं।

अन्य व्यक्तिगत यूजर्स ने भी यही वीडियो शेयर किया है, जिसे हजारों बार देखा गया है (1, 2)। एक तुर्की ट्विटर हैंडल EHA News ने भी यह वीडियो इसी तरह के दावे के साथ प्रसारित किया।

हमने पाया कि यह वीडियो इसी संदेश के साथ यूट्यूब पर भी पिछले साल अपलोड किया गया था।

2018, उत्तर प्रदेश का वीडियो

ऑल्ट न्यूज ने इनविड सॉफ्टवेयर का उपयोग करके इस वीडियो को अलग-अलग फ्रेमों में तोड़ दिया, और गूगल के माध्यम से उन तस्वीरों की रिवर्स सर्च की। हमने पाया कि एक फेसबुक पेज बाइट्स टुडे ने 12 जून, 2018 को यह वीडियो शेयर किया था, और इसे “एसएसपी कार्यालय अलीगढ़ : हिंदू जागरण मंच के मंडली पर पुलिस लाठीचार्ज” के रूप में वर्णित किया था।

Lathicharge at SSP office ligarh On Hindu Jagran Manch Mmebers

SSP office Aligarh: Police lathi charge on Hindu Jagran Manch coterie.
Video Cr- जनपत्र – Janpatr

Posted by Bytes Today on Tuesday, 12 June 2018

यह घटना तब हुई थी, जब हिंदू जागरण मंच (HJM) के कार्यकर्ताओं ने एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना दिया था। ANI, द टाइम्स ऑफ इंडिया और द इंडियन एक्सप्रेस उन कई मीडिया संगठनों में से थे, जिन्होंने इस घटना की खबर की थी। नीचे पोस्ट किए गए वीडियो में भिन्न कोण से शूट की गई वही घटना दिखलाई गई है।

हिंदूवादी संगठन हिन्दू जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) से संबद्ध है। 12 जून 2018 को, इसके कार्यकर्ताओं ने हत्या के प्रयास के लिए नामजद एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की मांग करते हुए एसएसपी कार्यालय के गेट पर जबरन ताला लगा दिया था। द इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी थी कि वह शख्स एक सिनेमा हॉल का मालिक था, जिसने तीन महीने पहले हिन्दू जागरण मंच के दो सदस्यों पर खुलेआम गोलीबारी की थी। द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, जब उन्होंने (प्रदर्शनकारियों ने) दावा किया कि पुलिस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही, तो एसपी (अपराध) आशुतोष द्विवेदी ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि वह व्यक्तिगत रूप से जांच पर ध्यान देंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में आगे कहा गया कि जब उन्होंने पुलिस के अनुरोधों को नहीं माना और आम जनता के साथ “दुर्व्यवहार” किया, तब प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए “मध्यम” बल-प्रयोग किया गया।

भिन्न संदेशों के साथ शेयर

ऑल्ट न्यूज़ ने पूर्व में तीन बार इस वीडियो को खारिज किया है –

जून 2018: जब राजस्थान कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने इसे राज्य में पुलिस लाठीचार्ज के रूप में शेयर किया था

अगस्त 2018 : दो महीने बाद, यह वीडियो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर धरने पर बैठे युवाओं पर पुलिस लाठीचार्ज के रूप में वायरल हुआ था।

फरवरी 2019: इस साल की शुरुआत में, इसे आंध्र प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस लाठीचार्ज के रूप में शेयर किया गया था

पुराने, असंबद्ध वीडियो को बदले हुए संदेशों के साथ सोशल मीडिया में फिर से शेयर करना आम बात है। सोशल मीडिया यूजर्स को इनकी प्रामाणिकता को सत्यापित करने के लिए एक त्वरित गूगल खोज कर लेनी चाहिए।

 

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.