इन दिनों सोशल मीडिया पर एक टोल प्लाजा का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है. इसमें एक पिकअप ट्रक में इस्लाम धर्म से जुड़ी टोपी पहने कुछ लोग सवार दिख रहे हैं. इनमें से कुछ लोग टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के साथ झड़प कर ट्रक के लिए रास्ता साफ करने वाले बैरिकेड को हटाते हुए दिखते हैं. यूज़र्स इस वीडियो को शेयर करते हुए लिख रहे हैं, “मुसलमानो ने आज जैसे टोल खोला है कल ऐसे ही आप के घर का गेट खोला जाएगा अभी भी समय है इनको पालने वाली कांग्रेस इंडी पार्टियो के साथ साथ इन जिहादीयो का भी इलाज करो.”

X- यूज़र मनोज श्रीवास्तव ने यही दावों के साथ वीडियो शेयर किया.(आर्काइव लिंक)

X- यूज़र मिस्टर नेशनलिस्ट ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “हम हिंदुओं और अपने देश का भविष्य बचाना चाहते हैं.” (आर्काइव लिंक)

अक्सर भ्रामक जानकारी और सांप्रदायिक पोस्ट करने वाला X-हैंडल @kreatelymedia ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “क्या देश के डरे और सताए हुए शांतिदूतो से अब Toll Tax लिया जाएगा?” (आर्काइव लिंक)

ऑल्ट न्यूज़ देखा कि वायरल वीडियो सितंबर 2024 में @kreatelymedia, @JIX5A, कश्मीरी हिन्दूकई अन्य X- हैंडल ने शेयर किया था. (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2, लिंक-3)

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फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट मिली जो 18 सितम्बर 2024 को प्रकाशित हुई थी. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के स्क्रीनग्रैब का इस्तेमाल किया गया है. साथ ही ये जानकारी दी गई है कि ढाका एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर कुरील टोल प्लाज़ा के बैरिकेड को उपद्रवियों ने एक पिकअप वैन के क्रॉसिंग के बीच में खड़ा करके तोड़ दिया.

रिपोर्ट में आगे एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक एएचएम अख्तर का बयान शामिल है. इन्होंने बताया कि पिकअप वैन, मोटरसाइकिल, सीएनजी और रिक्शा को एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर जाने की अनुमति नहीं है पिकअप वैन में करीब 30-40 लोग सवार थे. ये लोग इस नियम का पालन नहीं करना चाहते थे.

बांग्लादेश में संचालित मीडिया BDnews24.com को फर्स्ट ढाका एलिवेटेड एक्सप्रेसवे (एफडीईई) कंपनी लिमिटेड के एक अधिकारी हसीब हसन खान ने बताया कि एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के सुरक्षा नियमों के अनुसार, खुली कारें यात्रियों के साथ एक्सप्रेसवे पर नहीं चल सकती हैं. यह कार एक पिकअप की तरह है, इसमें कई लोग खड़े थे. हमारे टिकट कलेक्टर ने कैमरे पर देखा कि सुरक्षा नियमों के मुताबिक गाड़ी एक्सप्रेसवे पर नहीं जा सकती. फिर उन्होंने हमारे एमआईएस पर कॉल किया और पूछा कि गाड़ी को जाने दिया जाएगा या नहीं, तभी कुछ यात्री गाड़ी से उतरे और जानना चाहा कि टोल चुकाने के बाद भी उन्हें जाने की इज़ाज़त क्यों नहीं दी जा रही है.

आगे रिपोर्ट में अधिकारी ने इस घटना को पिकअप यात्रियों की गलतफहमी के वजह से होने की बात की. उन्होंने बताया कि उस पिकअप में सवार लोग टोल देना चाह रहे थे उस समय कुछ लोग उतर गए, उन्हें लगा होगा कि उनकी गाड़ी को जाने नहीं दिया जा रहा.

बांग्लादेश की न्यूज़ संस्था सोमॉय टीवी ने भी 18 सितम्बर 2024 को एलिवेटेड एक्सप्रेसवे कुरील टोल प्लाज़ा पर हुई इस घटना की रिपोर्टिंग की थी.

कुल मिलाकर, सितंबर 2024 में बांग्लादेश ढाका के कुरील टोल प्लाज़ा में टोल कर्मचारियों संग पिकअप में सवार लोगों की हुई झड़प और बैरिकेड हटाने की घटना को भारत का बताकर झूठे दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.

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