“भारतीय मुद्रा प्रिंटिंग प्रेस में डेपुटी कन्टृॏल ऑफिसर, प्रतिदिन अपने जूतों में छुपाकर नोटों की गड्डियों को चुराकर ले जाता था। Cisf वालों ने पकड़ लिया और उसके घर से दस हजार करोड़ रुपए बरामद किया।”
उपरोक्त संदेश के साथ, कुछ वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। इनमें से एक वीडियो क्लिप में, वर्दीधारी एक व्यक्ति को कर्मियों द्वारा पकड़े हुए दिखाया गया है। वीडियो क्लिप में एक लकड़ी बक्से में करेंसी नोट को भी देखा जा सकता है।
भारतीय मुद्रा प्रिंटिंग प्रेस में डेपुटी कन्टृॏल ऑफिसर , प्रतिदिन अपने जूतों में छुपाकर नोटों की गड्डियों को चुराकर ले जाता था। Cisf वालों ने पकड़ लिया और उसके घर से दस हजार करोड़ रुपए बरामद किया।
Posted by सुबोध गिरी जी on Monday, 23 September 2019
एक अन्य वीडियो में, जो किसी इमारत के ऊपर से शूट किया गया है, वर्दीधारी कर्मियों को सड़क के दूसरी तरफ की एक इमारत के परिसर से स्टील के एक बड़े बक्से को निकालते हुए देखा जा सकता है। दो अन्य वीडियो क्लिप उस अधिकारी और सुरक्षा कर्मियों के साथ परिसर के अंदर के दृश्य दिखलाते हैं।
ये वीडियो क्लिप फेसबुक पर कई व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं और कुछ समूहों द्वारा पोस्ट की गई हैं। यह वीडियो ट्विटर पर भी साझा किया गया है।
पुराना वीडियो, सच्ची घटना
प्रसारित वीडियो की घटना, जैसा कि वीडियो में दिखाया गया है, वास्तव में हुई थी, लेकिन यह खबर पुरानी है। ऑल्ट न्यूज़ ने ‘डिप्टी कंट्रोल ऑफ़िसर CISF’ कीवर्ड्स के साथ गूगल पर सर्च किया तो जनवरी 2018 को प्रकाशित कई खबरें मिलीं। मध्य प्रदेश के देवास में बैंक नोट प्रेस के डिप्टी कंट्रोल ऑफ़िसर मनोहर वर्मा को ताज़ा छपे करेंसी नोटों को अपने जूते के अंदर छुपाकर चोरी करते हुए CISF कर्मियों द्वारा पकड़ा गया था। बाद के छापे में उस अधिकारी के परिसर से कुल 90 लाख रुपये से अधिक की राशि जब्त किए गए थे।
इसके अलावा, ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि इस घटना का वीडियो 2018 में भी ऑनलाइन पोस्ट किया गया था। हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ स्वतंत्र रूप से यह पता नहीं लगा सका कि बाहर के दृश्यों वाली वीडियो क्लिप, जिसे इमारत के ऊपर से शूट किया गया और अन्य वीडियो के साथ साझा किया गया, समान घटना से संबंधित है। ये वीडियो क्लिप 2018 में ही प्रसारित की गई थीं।
इस घटना से संबंधित इंडिया टीवी की एक वीडियो रिपोर्ट नीचे पोस्ट की गई है।
मध्यप्रदेश में एक सरकारी बैंक नोट प्रेस में चोरी से संबंधित जनवरी 2018 के वीडियो, सोशल मीडिया में अब वायरल है। यह ध्यान देने योग्य है कि यह घटना हाल की नहीं है।
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