सोशल मीडिया में विचलित कर देने वाली एक वीडियो क्लिप साझा की गई है। इसमें वर्दीधारी कर्मियों द्वारा एक बुजुर्ग दंपति को पीटते, धकेलते और एक वैन में धक्का देते देखा जा सकता है। यह वीडियो कन्नड़ में एक संदेश के साथ साझा किया गया है जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में पुलिस ने बुजुर्ग हिंदू दंपतियों को बेरहमी से पीटा है, साथ ही दावा किया गया है कि जब पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों से इस तरह का व्यवहार किया जाता है तब मानवाधिकार संगठन कहीं नहीं दिखलाई पड़ते। यह संदेश इस प्रकार है:
ಪಾಕಿಸ್ತಾನದಲ್ಲಿ ಪೊಲೀಸರು ವಯೋವೃದ್ಧ ಹಿಂದೂ ದಂಪತಿಗಳಿಗೆ ಕ್ರೂರವಾಗಿ ಥಳಿಸುತ್ತಿದ್ದಾರೆ
ಪಾಕಿಸ್ತಾನದಲ್ಲಿ ಅಲ್ಪಸಂಖ್ಯಾತರನ್ನು ಈ ರೀತಿ ಪರಿಗಣಿಸಬಹುದೇ ಎಲ್ಲಿ ಸತ್ತಿದೆ ಮಾನವ ಹಕ್ಕುಗಳ ಸಂಸ್ಥೆ…
ಇದೇ ಭಾರತದಲಾಗಿದ್ದಾರೆ ಯಾವ ರೀತಿ ಕೂಗಾಡುತ್ತಿದ್ದರು?
#ನಾಚಿಕೆಗೇಡಿನ_ಕೃತ್ಯ (“पाकिस्तान में, पुलिस ने बुजुर्ग हिंदू दंपति को बेरहमी से पीटा पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा सकता है, कहाँ है मानवाधिकार संगठन? भारत में ऐसा था क्या? # शर्मनाक_कृत्य” -संभावित अनुवाद)
ಪಾಕಿಸ್ತಾನದಲ್ಲಿ ಪೊಲೀಸರು ವಯೋವೃದ್ಧ ಹಿಂದೂ ದಂಪತಿಗಳಿಗೆ ಕ್ರೂರವಾಗಿ ಥಳಿಸುತ್ತಿದ್ದಾರೆ
ಪಾಕಿಸ್ತಾನದಲ್ಲಿ ಅಲ್ಪಸಂಖ್ಯಾತರನ್ನು ಈ ರೀತಿ ಪರಿಗಣಿಸಬಹುದೇ ಎಲ್ಲಿ ಸತ್ತಿದೆ ಮಾನವ ಹಕ್ಕುಗಳ ಸಂಸ್ಥೆ…
ಇದೇ ಭಾರತದಲಾಗಿದ್ದಾರೆ ಯಾವ ರೀತಿ ಕೂಗಾಡುತ್ತಿದ್ದರು?
#ನಾಚಿಕೆಗೇಡಿನ_ಕೃತ್ಯPosted by CA Kiran Jayaram Acharya on Wednesday, 25 September 2019
उपरोक्त पोस्ट को लगभग 500 बार साझा किया गया है। इस पोस्ट के वीडियो को अब तक 14,000 से अधिक बार देखा जा चुका है। एक मिनट की लंबी वीडियो क्लिप को व्हाट्सएप पर फिर से कन्नड़ संदेश के साथ साझा किया गया है।
तथ्य-जांच
ऑल्ट न्यूज़ ने Invid टूल का उपयोग करके वीडियो को कई फ़्रेमों में तोड़ा। उन फ़्रेमों में से एक की विशिष्ट कीवर्ड्स के साथ रिवर्स-सर्च की तो पाकिस्तानी समाचार संगठन Geo TV की वेबसाइट पर इस घटना से संबंधित एक समाचार रिपोर्ट मिली। 22 नवंबर, 2017 की इस रिपोर्ट का शीर्षक था, ‘मुल्तान पुलिस द्वारा प्रताड़ित बुजुर्ग दंपति द्वारा न्याय की मांग’। – (अनुवाद)
पीड़ित हिन्दू समुदाय के नहीं
हालांकि यह दावा कि वीडियो पाकिस्तान का है, सच है, मगर दूसरा दावा कि वीडियो में दिखते बुजुर्ग दंपति हिंदू हैं, यह झूठा है। जियो टीवी की रिपोर्ट में कहा गया है, “पुलिस द्वारा प्रताड़ित बुजुर्ग दंपति ने न्याय की उम्मीद करते हुए बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार (20 नवंबर) को मुल्तान विकास प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर मुहम्मद इदरीस और नसीम बीबी की उनसे खरीदी गई 500 एकड़ ज़मीन के मुआवजे की मांग करने पर पुलिस द्वारा पिटाई की गई।” बुजुर्ग दंपति के नाम मुहम्मद इदरीस और नसीम बीबी हैं।
इस तरह मुल्तान, पाकिस्तान से 2017 के एक वीडियो को झूठे दावे के साथ साझा किया गया कि एक बुजुर्ग हिंदू दंपति के साथ पाकिस्तानी पुलिस ने बदसलूकी की।
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