एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें तैराक अपने शरीर से पूल में ‘ब्रिंग देम नाउ’ (उन्हें अभी घर लाओ) शब्द बना रहे हैं. ऐसा दावा किया जा रहा है कि इज़राइल के तैराकों ने पेरिस में चल रहे ओलंपिक गेम्स 2024 में ये मैसेज भेजा और वे हमास द्वारा बंधक बनाए गए इज़राइली नागरिकों का ज़िक्र कर रहे थे.
X-वेरिफ़ाईड अकाउंट @VividProwess ने ये तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया कि ओलंपिक खेलों में इज़राइली तैराकों को ‘ब्रिंग देम होम’ (उन्हें घर लाओ) पिन पहनने से मना कर दिया गया जिसके बाद, उन्होंने अपना मैसेज पहुंचाने का एक अलग तरीका ढूंढ लिया. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक, पोस्ट को 9 लाख से ज़्यादा बार देखा गया और लगभग 11 हज़ार बार रिशेयर किया गया है. (आर्काइव)
I am so proud.❤️
The Israeli Olympic team was not allowed to wear the ‘Bring Them Home’ pin at the Olympic Games, so they formed a ‘Bring Them Home’ campaign of their own.
We cannot fully live our lives until all the hostages are back home from the hellhole called Gaza.🎗️ pic.twitter.com/kwoqe1Dift
— Vivid.🇮🇱 (@VividProwess) July 27, 2024
न्यूज़ एजेंसी विसेग्राड 24 (@visegrad24) ने भी 27 जुलाई को इसी दावे के साथ तस्वीर शेयर की जिसे लगभग 5 लाख बार देखा गया और 2 हज़ार से ज़्यादा रिट्वीट किए गए. (आर्काइव)
A message from the Israeli Olympic team! 🇮🇱 pic.twitter.com/qGjjHBys6X
— Visegrád 24 (@visegrad24) July 27, 2024
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये दावा फ़ेसबुक पर भी वायरल था, अलग-अलग यूज़र्स ने तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया था कि इज़रायली तैराकों ने पेरिस के ओलंपिक खेलों में अपनी बात बताने के लिए ऐसा किया.
फ़ैक्ट-चेक
हमने वायरल तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च किया, हमें इज़राइल स्थित न्यूज़ एजेंसी 124NEWS इंग्लिश की एक X पोस्ट मिली. (आर्काइव)
हमने देखा कि ये तस्वीर 19 नवंबर, 2023 को अपलोड की गई थी. हमने ये भी देखा कि तस्वीर का क्रेडिट एडम स्पीगल नाम के किसी व्यक्ति को दिया गया था.
‘एडम स्पीगल’ नाम से गूगल सर्च करने पर हम उनके इंस्टाग्राम अकाउंट तक पहुंचे. स्पीगल ने अपने बायो में खुद को एक ‘फ़ाइन आर्ट एरियल फ़ोटोग्राफ़र’ बताया है. उनकी टाइमलाइन देखने पर, ऑल्ट न्यूज़ को वायरल तस्वीर मिली. इसे 7 महीने पहले, 19 नवंबर, 2023 को अपलोड किया गया था. इससे साबित होता है कि ये तस्वीर मौजूदा पेरिस ओलंपिक में नहीं ली गई है.
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रिवर्स इमेज सर्च से हमें @wingate_institute नामक अकाउंट से नवंबर 2023 की एक और इंस्टाग्राम पोस्ट मिली. बायो में यूज़र ने बताया है कि ये इज़राइल स्थित खेल उत्कृष्टता के लिए एक राष्ट्रीय संस्थान है. पोस्ट का कैप्शन हिब्रू में है जिसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं है: “इज़राइल की महिला एथलीट, जो कोच स्वेतलाना बेल्चर और रीसा कुनिन के नेतृत्व में विंगेट इंस्टीट्यूट, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस में प्रशिक्षण लेती हैं – अपहृत लोगों की वापसी और हमास आतंकवादियों द्वारा 10/7/23 को किए गए मानवता के खिलाफ अपराधों के बारे में दुनिया में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश में.” इसके अलावा, कैप्शन में उन महिला एथलीटों के नाम भी हैं जो तस्वीर में दिखाई दे रही हैं – ईडन बेल्चर, शेली बोब्रित्स्की, एरियल नाशी, निकोल नखशोनोव, काटी कुनिन, माया डोर्फ़, नेता रोबिचक, शनि श्राइज़िन, नोय गज़ेला और आया माज़ोर.
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हमने नोटिस किया कि सिर्फ 10 एथलीटों के नाम थे, लेकिन फ़ोटो में साफ तौर पर उनमें से कई ज़्यादा दिखाई दे रहे थे. तस्वीर की जांच करने पर, ये साफ हो गया कि कुछ अक्षर दोहराए गए थे. एक ही एथलीट के शरीर को कई स्थानों पर फोटोशॉप किया गया था. यानी, ‘ब्रिंग देम नाउ’ लिखने के लिए एथलीटों के शरीर की हवाई तस्वीर डिजिटल रूप से बनाई गई है.
कुल मिलाकर, ये कहा जा सकता है कि वायरल तस्वीर जिसमें इजरायली तैराकों को ‘ब्रिंग देम नाउ’ शब्द बनाते दिखाया गया है, नवंबर 2023 की है और इसे डिजिटली रूप से बनाया गया है. ये तस्वीर चल रहे पेरिस ओलंपिक में नहीं ली गई थी.
ओलंपिक चार्टर ने सभी प्रतिभागियों से राजनीतिक तटस्थता बनाए रखने का आह्वान किया है और ऐसे मैसेज के प्रसारण की अनुमति नहीं है जैसा कि वायरल तस्वीर में दिखाया गया है.
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