कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से देश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में शामिल होने का अनुरोध करते हुए सोशल मीडिया का प्रयोग किया। उन्होंने फेसबुक पर चार तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें बाढ़ से प्रभावित हिस्सों को देखा जा सकता है। गांधी ने लिखा, “असम, बिहार, उतर प्रदेश, त्रिपुरा और मिजोरम में बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए है। जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मैं इन सभी राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं वे आम लोगों के राहत और बचाव कार्य में तत्काल जुटे।”

असम, बिहार, उतर प्रदेश, त्रिपुरा और मिजोरम में बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए है। जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।

मैं…

Posted by Rahul Gandhi on Monday, 15 July 2019

तथ्य-जांच

पहली तस्वीर :

यह तस्वीर में चार बच्चों को पानी में आधी डूबी हुई एक झोपड़ी के ऊपर (छत पर) बैठे हुए देख सकते है। इस तस्वीर को गूगल पर रिवर्स सर्च करके से, ऑल्ट न्यूज़ को 2016 में गेट्टी इमेजेज द्वारा अपलोड की गई मूल तस्वीर मिली। उस तस्वीर के विवरण के अनुसार, इसे असम में 2016 की बाढ़ के दौरान लिया गया था।

दूसरी तस्वीर:

इस तस्वीर में बाढ़ के पानी में नाक के नीचे तक डूबे हुए एक व्यक्ति को देखा जा सकता है, जो एक बच्चे को पानी से ऊपर रखने के लिए उसे अपने कंधों पर रखे हुए हैं। गूगल पर इसकी रिवर्स सर्च करने से, ऑल्ट न्यूज़ को 2013 का एक ब्लॉगपोस्ट मिला। ब्लॉग में यह तस्वीर शामिल थी, जो 2013 की उत्तराखंड की बाढ़ के संदर्भ में दी गई थी।

राहुल गांधी द्वारा साझा की गई चार तस्वीरों में से दो तस्वीरें पुरानी हैं और 2019 की बाढ़ से असंबधित हैं। कांग्रेस सांसद ने ट्विटर पर भी वही तस्वीरें साझा की थीं, लेकिन बाद में उन्हें हटा लिया गया। हालाँकि, ये तस्वीरें उनकी फेसबुक टाइमलाइन पर अभी भी मौजूद है, इस पोस्ट को लगभग 3,000 बार शेयर किया गया है।

ऑल्ट न्यूज़ ने हाल ही में बांग्लादेश और आंध्र प्रदेश के बाढ़ की पुरानी तस्वीरों की पड़ताल करके उन्हें असंबधित साबित किया था, जिन्हें बाढ़ से प्रभावित असम की तस्वीरों के रूप में साझा किया गया था। मुज़फ्फरपुर, बिहार में एक असंबद्ध घटना में किनारे पर बहकर आए एक बच्चे का वीडियो भी कई लोगों द्वारा भारी बारिश के परिणामस्वरूप भारी तबाही के दावे के साथ प्रसारित किया गया था।

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