सोशल मीडिया पर तस्वीरों का एक सेट खूब शेयर किया गया है। इसमें टूटे हुए शीशों के साथ पुणे की संस्कृति स्कूल की क्षतिग्रस्त स्कूल बस दिखती है। जिन्होंने इसे शेयर किया, उनका दावा है कि इसमें कांग्रेस पार्टी का हाथ है जिसने भारत बंद को लागू करने के लिए बर्बरता का सहारा लिया। कांग्रेस ने ईंधन की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि के विरोध में 10 सितंबर को भारत बंद की घोषणा की थी।
उपरोक्त दावे के साथ इन तस्वीरों को शेयर करने वालों में अनिल शिरोले शामिल हैं जो पुणे से भाजपा के लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि स्कूल के बच्चों को निशाना बनाया गया है और सार्वजनिक संपत्ति क्षतिग्रस्त की गई है।
So called ‘Opposition Parties’ u have every right to protest but misguiding youth, targeting innocent school children, destroying public property & trying to instill fear in citizens for ur own cheap political gains is really deplorable. Shows Pathetic desperation of ur leaders pic.twitter.com/ioYcSWewfg
— Anil Shirole (@AnilShiroleBJP) September 10, 2018
ऋषि बागरी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं और जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं, उन्होंने भी तस्वीरों के साथ इस दावे को पोस्ट किया।
Congress Goons targeting innocent school children, destroying public property & trying to instill fear in citizens for cheap political gains is really deplorable #BharatBandh pic.twitter.com/DllTx6hXDu
— Rishi Bagree 🇮🇳 (@rishibagree) September 10, 2018
एक और दक्षिणपंथी सोशल मीडिया उपयोगकर्ता संक्रांत सानू ने यह लिखते हुए कि इस हमले का स्कूल के नाम से कुछ मतलब था, इस मुद्दे को सांप्रदायिक बनाने का प्रयास किया। फेसबुक पर, बीजेपी का समर्थन करने वाले पेजों ने इस दावे के साथ इन तस्वीरों को पोस्ट किया कि कांग्रेस के गुंडे इस बर्बरता के लिए जिम्मेदार हैं। इस पोस्ट को रोहित सरदाराना फैंस क्लब (Rohit Sardana Fans Club) पेज द्वारा अब तक 17,000 बार शेयर किया गया है। एक अन्य पेज, मोदी नामा (Modi Nama) ने भी इन तस्वीरों को इसी दावे के साथ अपलोड किया, जिसे 9,000 बार शेयर किया गया है।
ये कौंन-सा भारत बंद करवा रहे हो राहुल गाँधी जी स्कूल के मासूम बच्चो पर पथराव करवा कर ।
Posted by Rohit Sardana Fans Club on Sunday, 9 September 2018
संस्कृति स्कूल की क्षतिग्रस्त बस की तस्वीरों का इस्तेमाल इंडिया टुडे और रिपब्लिक टीवी द्वारा भी किया गया था, जिन्होंने दावा किया था कि यह भारत बंद का परिणाम था।
#BharatBandh
Bus services resume in parts of KarnatakaPosted by India Today on Monday, 10 September 2018
सच्चाई क्या है?
इस लेख में प्रस्तुत और सोशल मीडिया पर शेयर की गई क्षतिग्रस्त बस की दो तस्वीरें पुणे में अंडरी स्थित संस्कृति स्कूल की हैं। ऑल्ट न्यूज़ ने प्रणीत मुंगाली से बात की जो स्कूल के एक ट्रस्टी हैं। मुंगाली ने स्पष्ट किया, “कल रात, स्कूल पार्किंग स्थलों में खड़ी स्कूल बसों में से एक को क्षतिग्रस्त किया गया था। चूंकि हमारे पास 100 से अधिक बसें है, महीने-दो महीने पर ऐसी घटनाएँ होती रहती हैं जब चोरी या बर्बरता का प्रयास किया जाता है। यह पहली बार नहीं है कि ऐसी घटना हुई है। हालांकि, परीक्षा के कारण सुबह-सुबह छात्रों को लेने के लिए बस को भेजा गया था। कुछ माता-पिता ने क्षतिग्रस्त बस की तस्वीरों को क्लिक किया और बाद में अफवाहें सोशल मीडिया पर फैलनी शुरू हुईं।” (अनुवाद)
उन्होंने कहा कि स्कूल के बच्चों के माता-पिता को इस घटना के बारे में सूचित किया गया है, और उन्हें न घबराने के लिए कहा गया है। “हमने स्कूल के आधिकारिक ऐप पर माता-पिता को संदेश भेजा कि उन्हें इस संबंध में चिंता करने की कोई बात नहीं है। हमने इस घटना के बारे में पुलिस को भी सूचित किया है।” स्कूल प्रबंधन द्वारा माता-पिता को भेजे गए संदेश का एक स्क्रीनशॉट नीचे पोस्ट किया गया है।
पाठकों ने ध्यान दिया होगा कि भारत बंद के कारण स्कूल बस पर हमले कि एक घटना हुई थी, लेकिन इस हमले की शिकार बस पुणे के सीलम स्कूल (Caelum school) से संबंधित थी।
यह सच है कि पुणे में भारत बंद के दौरान सीलम स्कूल की बस पर हमला किया गया था, लेकिन सोशल मीडिया में चलाई जा रही संस्कृति स्कूल की क्षतिग्रस्त स्कूल बस की तस्वीरें भ्रामक हैं, क्योंकि वे पिछले दिन यानी 9 सितंबर को क्षतिग्रस्त हुई थीं और भारत बंद से उसका कुछ लेना-देना नहीं था। फिर भी इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किया जा रहा है और यहां तक कि मुख्यधारा मीडिया द्वारा भी प्रसारित किया गया है।
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