सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें बिहार के वैशाली ज़िले में हुई एक घटना की बताकर वायरल हैं. अक्टूबर 2020 में बिहार के वैशाली ज़िले के एक गांव के 3 लड़कों पर ये आरोप है कि उन्होंने मुस्लिम लड़की को ज़िन्दा जला दिया. ट्विटर हैन्डल ‘@jokerrr577’ ने ये तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा, “बिहार के वैशाली ज़िले में एक मुस्लिम लड़की को उसके घर से उठाकर मार दिया गया और बाद में उसकी लाश कुएं में फेंक दी गई. पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और अभी तक आरोपियों को भी गिरफ़्तार नहीं किया गया है.” (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
*TW*
A Muslim girl from vaishali, Bihar has been taken from her house, killed and her body was later dumped into a well. Police has not taken any action & the accused person is not arrested.@dm_vaishali @bihar_police @yadavtejashwi @RJDforIndia @LambaAlka
#JusticeForGulnaz pic.twitter.com/qsvmoLAG8g— Jokerrr (@jokerrr577) November 15, 2020
एक और ट्विटर यूज़र ने ये तस्वीरें इस घटना की बताते हुए ट्वीट कीं. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
A girl was burnt alive for not marrying a guy and was dumped in a well. Just because she’s muslim she can’t get justice? Nitish Kumar why are you quiet now!! Do something.#JusticeForGulnaz pic.twitter.com/uBOpBLM8Kj
— Shivam Vijay (@shivamvijay_) November 15, 2020
ट्विटर पर ये तस्वीरें वायरल हैं.
फ़ैक्ट-चेक
हाल की खबरों के अनुसार, बिहार के वैशाली ज़िले में देसरी थाने के रसलपुर हबीब गांव में एक मुस्लिम लड़की को ज़िंदा जला देने की घटना सामने आई है. ये घटना 30 अक्टूबर की है. लेकिन इस घटना की बताकर जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गई हैं, उनमें से कुछ दूसरी घटना की हैं. रिवर्स इमेज सर्च करने पर कुएं में मिली लाश और भगवा कुर्ते में खड़े व्यक्ति की तस्वीर 11 अगस्त, 2020 के ट्वीट में मिलीं. ट्वीट के मुताबिक, ये तस्वीरें बिहार के वैशाली ज़िले के महनार की हैं.
लोकतंत्र की धरती (वैशाली) महनार में कट्टरता के आर में एक मुस्लिम लड़की का सरेयाम घर से उठा ले जाकर उसकी हत्या कर उसके लाश को कुँए में फेंक दिया गया ! मगर अभी तक आरोपी की गिरफ़्तारी नहीं हुई ! @bihar_police @Akhtaruliman5 pic.twitter.com/H0YcjfAiXp
— Muslim Aawaz (@MuslimAwaz) August 11, 2020
आगे, की-वर्ड्स सर्च करने पर 21 जुलाई 2020 की न्यूज़18 की रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक, “बिहार के वैशाली में दो दिनों से गायब युवती का शव कुएं से मिला है. मामला ज़िले के महनार से जुड़ा है जहां नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष शाहजहां खातून की पुत्री की हत्या करने के बाद शव को कुएं में फेंक दिया गया.” इस आर्टिकल में मृतक लड़की की पहचान 17 वर्षीय सोनम परवीन के रूप में की गई है. वैशाली टुडे नाम के एक यूट्यूब चैनल ने भी इस घटना के बारे में 20 जुलाई 2020 को एक वीडियो रिपोर्ट पब्लिश की थी. इसमें पुलिस कुएं में से लड़की की लाश बाहर निकालते हुए दिख रही है.
इसके अलावा, बूम ने भी 18 नवंबर को इन तस्वीरों के बारे में एक फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट पब्लिश किया है. इस रिपोर्ट में महनार की घटना की एफ़आईआर कॉपी की तस्वीर शेयर की गई है. इस तस्वीर में पीड़िता के भाई मोहम्मद साबिर का नंबर दिया गया है. इस आधार पर ऑल्ट न्यूज़ ने मोहम्मद साबिर से बात की. उन्होंने हमें बताया कि तस्वीर में भगवा झंडा लिए खड़ा व्यक्ति उनके बहन सोनम परवीन की हत्या का आरोपी अमन कुमार सिंह उर्फ़ शालू सिंह है. उन्होंने बताया की शालू सिंह बजरंग दल से जुड़ा हुआ है. उन्होंने हमें शालू सिंह की कुछ तस्वीरें भी भेजी.
इसके अलावा, साबिर ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया की अभी तक शालू सिंह की गिरफ़्तारी नहीं की गई है और प्रशासन भी इस मामले में ठीक से कारवाई नहीं कर रहा है.
अब बात वायरल हो रही बाकी 2 तस्वीरों की. ये तस्वीरें बिहार के रसलपुर हबीब गांव में हाल में हुई घटना की हैं. 16 नवंबर 2020 की दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार ये घटना वैशाली ज़िले के रसलपुर हबीब गांव की है जहां छेड़खानी का विरोध करने पर गुलानाज़ खातून को ज़िन्दा जला दिया गया. मरने से पहले गुलनाज़ ने वैशाली पुलिस को बयान दिया जिसमें उसने गांव के सतीश कुमार राय, विजय कुमार और चंदन राय का नाम लिया. 15 नवंबर को गुलनाज़ की मौत हो गई, जिसके बाद गुस्साए परिवार वाले और छात्र व अन्य संगठनों से जुड़ी महिलाएं गुलनाज़ का शव लेकर कारगिल चौक पहुंच गए. रिपोर्ट के मुताबिक, इन लोगों ने चौक जाम कर वैशाली पुलिस व प्रशासन के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की और आरोपियों की गिरफ़्तारी की जल्द से जल्द मांग की.
हमने वायरल हो रहे जले हुए चेहरे की तस्वीर की तुलना लड़की के वायरल हो रहे वीडियो स्टेटमेंट से की. दोनों मेल खाते हैं. हम वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए इसे आर्टिकल में शामिल नहीं कर रहे हैं. इसके अलावा जिस तस्वीर में लाश को सामने रखकर न्याय की मांग की जा रही है. उसे गुलनाज़ खातून पर छपी कई रिपोर्ट्स में भी शामिल किया गया है. नीचे दिखाई गयी तस्वीर दैनिक भास्कर ने 16 नवम्बर को छापी है.
यहां ध्यान देने लायक देने वाली बात है कि गुलनाज़ के केस में उसे कहीं भी कुएं में फेंके जाने की बात सामने नहीं आई. इसलिए वायरल दावे और उसमें शामिल तस्वीर इस घटना से जुड़ी हुई नहीं है.
असल में, ये दोनों ही घटनाएं वैशाली ज़िले की हैं. पहली घटना जुलाई 2020 में वैशाली के महनार में हुई जहां पूर्व पार्षद की बेटी को मारकर उसे कुएं में फेंक दिया गया था. और दूसरी अक्टूबर 2020 में वैशाली के रसलपुर हबीब गांव में गुलनाज़ को ज़िन्दा जला देने की थी. जुलाई में हुई घटना की तस्वीर को घायल हालत में पड़ी गुलनाज़ और उसके परिवार वालों की तस्वीर के साथ जोड़कर शेयर किया जा रहा है. इसके अलावा, ऑल्ट न्यूज़ अमन सिंह उर्फ़ शालू सिंह की गुलनाज़ केस में कोई भागीदारी नहीं होने की पुष्टि नहीं करता है.
[अपडेट : आर्टिकल में अमन सिंह उर्फ़ शालू सिंह की तस्वीर से जुडी जानकारी शामिल की गई है.]
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