सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल यतिन ओझा का पत्र पढ़ रहे हैं. इस पत्र में आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा नेता अमित शाह AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के भाई, AIMIM विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी से मिले और तय हुआ कि बिहार चुनावों में, मुख्य तौर से मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में ओवैसी अपने कैंडिडेट्स उतारेंगे.
हाल ही में बिहार चुनाव समाप्त हुए जहां NDA सत्ता बरकरार रखने में सफ़ल हुई और AIMIM ने पहली बार पांच सीटें जीतीं.
Shocking revelation by Kejriwal: Shah and Owaisi had a secret deal before bihar polls to divide votes.
Polarization is used as a political tool to target opposition. pic.twitter.com/clZJ7SY8ri
— Asma (@asmatasleem11) November 11, 2020
केजरीवाल को आगे कहते हुए सुना जा सकता है, “ये भी तय किया गया था कि ओवैसी ज़हरीला, भड़काऊ भाषण देंगे, जिसे श्री अमित शाह जी ने लिखा होगा और जिसका असर देश में साम्प्रदायिक बंटवारे के रूप में हो सकता था. बैठक में ये भी तय हुआ कि भाजपा और श्री ओवैसी लोगों के सामने एक कड़े प्रतिद्वंदी के तौर पर खड़े होंगे लेकिन श्री ओवैसी वही कहेंगे जो भाजपा तय करेगी.”
𝗔𝗺𝗶𝘁 𝗦𝗵𝗮𝗵 & 𝗔𝗸𝗯𝗮𝗿 𝗢𝘄𝗮𝗶𝘀𝗶 𝗕𝗶𝗵𝗮𝗿 𝗘𝗹𝗲𝗰𝘁𝗶𝗼𝗻 𝗣𝗹𝗮𝗻𝗻𝗶𝗻𝗴
𝗔𝗿𝘃𝗶𝗻𝗱 𝗞𝗲𝗷𝗿𝗶𝘄𝗮𝗹..Posted by Rauf Khan on Wednesday, November 11, 2020
इस क्लिप को कई फे़सबुक यूज़र्स ने शेयर किया.
AMIT SHAH aur AKBAR OWAISI ke Bihar Election Ke Planning Gujraat me Amit Shah Ke Ghar par huwi. Arvind Kejriwal
Posted by Uday Navlakhe on Thursday, November 12, 2020
2016 का वीडियो
एक साधारण-सा कीवर्ड सर्च करने से पता चलता है कि ये वीडियो 2016 का है. ये पूरा वीडियो दिल्ली सरकार के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था जिसे नीचे देखा जा सकता है.
यतिन ओझा गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन (GHAA) के अध्यक्ष और पूर्व भाजपा विधायक हैं जिन्होंने 2016 में आम आदमी पार्टी (AAP) ज्वाइन कर ली. वो कुछ समय के लिए कांग्रेस से भी जुड़े थे. आउटलुक ने 11 जुलाई, 2016 को इसके बारे में रिपोर्ट किया था. इसमें बताया गया कि यतिन ओझा के अनुसार तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बीच बिहार चुनावों से पहले उत्तरी हिस्से के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में वोटरों को’ बांटने’ के लिए ‘एक डील’ हुई थी.
ये आरोप 2015 बिहार चुनावों के बाद लगाये गये थे.
असदुद्दीन ओवैसी ने इस पत्र में लिखी बातों से इनकार कर दिया था. उनके वकील ने पत्र को बिलकुल ग़लत और निराधार बताते हुए उसका खंडन किया था. ओवैसी ने भी इन आरोपों को लेकर एक ट्वीट किया था.
@ashu3page tell your mouthpiece to be ready to face legal action and Yes you know truth about Assembly elections of Delhi
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 11, 2016
चार साल पहले तत्कालीन भाजपा विधायक यतिन ओझा के एक पत्र के आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आरोपों को अब शेयर किया जा रहा है. इसे हाल में हुए बिहार चुनाव से जोड़ा जा रहा है जहां एग्ज़िट पोल्स में सरकार बनाते दिख रहे महागठबंधन को नतीजों में कम सीटें मिलीं और नितीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
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