बाराबांकी की रहने वाली साध्वी ज्योति ने 11 नवंबर को एक वीडियो जारी करते हुए तीन मुसलमान युवक मुजीब, पिल्लू और जुनैड पर आरोप लगाया कि वे मंदिर के पास अपना मकान बनाए हुए हैं और मंदिर के सामने भैंसे का मीट बना रहे थे और शराब पी रहे थे. साथ ही मीट की हड्डी मंदिर के सामने फेंकने का आरोप भी लगाया. साध्वी ज्योति ने कहा कि रोकने पर उन युवकों ने उनके साथ गाली गलौज और मारपीट की. साथ ही उनके कपड़े भी फाड़ दिए. साध्वी ने वीडियो में अपनी छाती पर खरोंच के निशान भी दिखाए हैं. इस वीडियो के साथ एक FIR की कॉपी भी सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है जिसमें इस कथित मामले को लेकर और भी जानकारी मौजूद है.

11 नवंबर की रात ही ज्योति सिंह फ़ेसबुक पर लाइव आई. और अपने लाइव वीडियो के माध्यम से न सिर्फ मामले को सांप्रदायिक से रखा बल्कि प्रसाशन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर प्रसाशन इस मामले में आरोपियों पर कारवाई नहीं करेगी तो वह इसको लेकर आगे कदम उठायेंगी. इसके साथ ही ज्योति सिंह ने हिंदुओं से सुरक्षा की अपील की.

इस मामले को लेकर कई सोशल मीडिया यूज़र्स और न्यूज़ आउटलेट्स ने भी सनसनीखेज हेडलाइन के साथ साथ खबर चलाई. इसमें दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, टीवी9 भारतवर्ष, बाराबंकी एक्स्प्रेस, इत्यादि शामिल है.

This slideshow requires JavaScript.

 

 

 

फ़ैक्ट-चेक

हमने इस मामले को लेकर गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया तो हमें इस मामले से जुड़ी कई रिपोर्ट्स मिलीं. इसमें पुलिस के हवाले से बताया गया है कि जिस ज्योति सिंह नाम की महिला ने ये आरोप लगाए थे उसके फैय्याज नामक युवक से अच्छे और मित्रवत संबंध हैं. फैय्याज का उसके इलाके के मुजीब, पिल्लू और जुनैद से विवाद चल रहा था. इसी को लेकर ज्योति और फ़ैयाज़, जुनैद के घर पहुंचे थे. इस दौरान जुनैद की पत्नी से उनका विवाद हो गया और ज्योति के साथ भी उनकी बहस हो गई. तभी तीनों आरोपी मुजीब, पिल्लू और जुनैद मौके पर पहुंचे और ज्योति के साथ मारपीट किया. पुलिस ने बताया कि फरियादी ज्योति के घर या मंदिर में घुस कर मारपीट करने, मंदिर में शराब पीने और हड्डी फेंके की बात प्रारम्भिक जांच में ही असत्य पाई गई. मारपीट के आरोप में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

बाराबंकी अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने 12 नवंबर को इस मामले में आधिकारिक हैंडल से मीडिया बाइट जारी किया. इसमें उन्होंने साध्वी ज्योति सिंह द्वारा मंदिर के सामने मीट खाना, हड्डी फेंकना और शराब पीने के दावे का खंडन किया है.

कुल मिलाकर, साध्वी ज्योति ने आपसी रंजिश में हुए हमले को मुस्लिम युवक द्वारा मंदिर के सामने शराब पीने, गाय और भैंसका माँस पकाने और उसकी हड्डी फेंकने जैसे झूठे दावे के साथ बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया, जिसे मीडिया ने सनसनीखेज हेडलाइन के साथ आगे बढ़ाने का काम किया. पुलिस की प्रारम्भिक जांच में ये दावे ग़लत निकले.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Abhishek is a senior fact-checking journalist and researcher at Alt News. He has a keen interest in information verification and technology. He is always eager to learn new skills, explore new OSINT tools and techniques. Prior to joining Alt News, he worked in the field of content development and analysis with a major focus on Search Engine Optimization (SEO).