सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल है कि अलीगढ़ में एक जूनियर सरकारी कर्मचारी ने एक सीनियर न्यायिक अधिकारी के पानी के गिलास में थूक दिया. लगभग 80 सेकंड लंबे इस वीडियो में एक आदमी एक गिलास में पानी डालता है, फिर उसमें थूकता है. वो इस फ़ैक्ट से अनजान है कि उसे रिकॉर्ड किया जा रहा है. वायरल वीडियो में वॉयस-ओवर के साथ बताया गया है कि ये घटना उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक न्यायिक कार्यालय में हुई थी, जहां एक न्यायाधीश ‘थूक जिहाद’ का शिकार हो गए.

कल्पना श्रीवास्तव नाम की एक X-वेरिफ़ाईड यूज़र ने वायरल वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया कि ‘थूक जिहाद’ का ये मामला जुलाई 2024 का है, और ये अलीगढ कोर्ट में हुआ है. @Lawyer_Kalpana खुद को दिल्ली में प्रैक्टिस करने वाली एक आपराधिक वकील बताती हैं. (आर्काइव) ‘थूक जिहाद’ मुसलमानों को बदनाम करने के लिए राईटविंग द्वारा गढ़ा गया एक शब्द है.

कानूनी कार्यकर्ता और भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने वायरल वीडियो को शेयर किया. उन्होंने ‘मुगल स्कूल’ को खत्म करने का आह्वान किया और सत्तारूढ़ सरकार से ‘एक देश एक शिक्षा कोड’ लागू करने का आग्रह किया. उनके मुताबिक, पानी का गिलास में थूकने वाला व्यक्ति मुस्लिम था. बाद में उन्होंने ट्वीट हटा दिया, लेकिन इससे पहले इसे लगभग 1,800 बार रिशेयर किया गया था. (आर्काइव)

X-वेरिफ़ाईड यूज़र @ajayChauhan41 ने भी वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि ये ‘थूक जिहाद‘ का एक उदाहरण है. (आर्काइव)

@ajaychauhan41 को ऑल्ट न्यूज़ ने पहले भी अनगिनत बार सांप्रदायिक प्रॉपगेंडा शेयर करते हुए पाया है.

सोशल मीडिया पर लगातार सांप्रदायिक ग़लत सूचनाएं फ़ैलाने वाले एक अन्य यूज़र अमिताभ चौधरी (@MithilaWaala) ने वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि कार्यालय का चपरासी पानी के गिलास में थूककर ‘थूक जिहाद’ कर रहा है. (आर्काइव)

हमने नोटिस किया कि X पर ऐसे दावों के साथ कई पोस्ट किए गए थे. (आर्काइव्स –  123, 4)

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फ़ैक्ट-चेक 

हमने वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया, हमें मई 2018 का एक ट्वीट मिला. इसमें वही क्लिप है जो सोशल मीडिया पर अभी वायरल हुई है लेकिन इसमें आरोपी के धर्म के बारे में कुछ भी ज़िक्र नहीं है. (आर्काइव)

इसे ध्यान में रखते हुए, हमने गूगल पर एक सबंधित की-वर्डस सर्च की. हमें 29 मई, 2018 की टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. जो वीडियो अभी वायरल हो रहा है, वो उनकी रिपोर्ट में एम्बेडेड है.

रिपोर्ट में बताया गया है कि जूनियर कार्यालय कर्मचारी की पहचान विकास गुप्ता के रूप में की गई और ये घटना 22 मई, 2018 की है. विकास गुप्ता को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया. रिपोर्ट में चौथी श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष के हवाले से कहा गया है कि विकास गुप्ता मानसिक रूप से ठीक नहीं चल रहा था. पिछले दो महीनों से उसे काम पर परेशान किया जा रहा था, और शायद इसी वजह से उसने अपने सीनियर के पानी के गिलास में थूका था.

इसके अलावा, अलीगढ़ पुलिस ने 26 जुलाई, 2024 को वायरल पोस्ट में से एक पर कमेंट किया जिसमें यूज़र से ग़लत जानकारी शेयर न करने का आग्रह किया गया. पुलिस ने कहा कि घटना 2018 की है और आरोपी व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा चुकी है. (आर्काइव)

कुल मिलाकर, एक वीडियो ग़लत सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है जिसमें विकास गुप्ता नामक एक व्यक्ति को पानी के गिलास में थूकते हुए दिखाया गया है. आरोपी के मुस्लिम होने और ‘थूक जिहाद’ का दावा ग़लत है.

प्रांतिक अली ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

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