एक जेल जैसी दिखनेवाली जगह पर पुलिसकर्मियों द्वारा लोगों को बंधक बनाकर उन्हें डंडे से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया में प्रसारित है। साझा किये गए दावे अनुसार यह जगह असम का हिरासत केंद्र है और वे लोग मुस्लिम हैं, जिन्हें पीटा जा रहा है।

Muslims are in gulags (detention camps) in Assam. May Allah protect all of them – Ameen Ya Rab. 🤲

Posted by Rayanna Banu Mersiha on Saturday, December 28, 2019

यह वीडियो यूट्यूब और ट्विटर पर समान दावे से प्रसारित है।

ऑल्ट न्यूज़ को अपने अधिकृत मोबाइल एप पर इस दावे की पड़ताल करने के अनुरोध प्राप्त हुए हैं।

तथ्य जांच: श्रीलंका की जेल

वीडियो स्क्रीन में सबसे ऊपर दाएं कोने में दिख रहे लोगो में लिखा है – ‘Lanka Truth.com’

यूट्यूब पर कीवर्ड ‘Sri lanka prison assault (श्री लंका जेल प्रताड़ित)’ से सर्च करने पर हमें यूटूएब पर एशिया टाइम्स द्वारा 17 जनवरी, 2019 को अपलोड किया गया यह वीडियो मिला।

एशिया टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है, “एक जेल का वीडियो हुआ वायरल, जिसमें निहत्थे कैदियों पर जेल अधिकारियों द्वारा लाठियां बरसाई जा रही है, श्रीलंका में कैदियों के अधिकारों के उल्लंघन के बारे में फिर से बहस हुई ताज़ा।” (अनुवाद)

इस घटना के बारे में कई श्रीलंका के मीडिया संगठन – dailymirror.lk, colombotelegraph.com और sundayobserver.lk – ने भी लेख प्रकाशित किए हैं।

डेली मिरर के मुताबिक, कैदियों के अधिकारों की रक्षा समिति (CPRP) के सचिव सुदेश नंदीमल सिल्वा ने बताया, “कैदियों ने 21अक्टूबर, 2018 को जेल में पुलिस एसटीएफ द्वारा आतंरिक तलाशी के खिलाफ प्रदर्शन किया था जिसके विरोध में अधिकारियों ने उन्हें पीटा था।” (अनुवाद) यह घटना Agunakolapelessa जेल में हुई थी।

कोलोंबो टेलीग्राफ, श्रीलंका के मानव अधिकार समिति ने कैदियों को न्याय दिलाने का भरोसा देते हुए एक बयान प्रसारित किया था।

नवंबर 2018 के श्रीलंका की एक जेल में अधिकारियों द्वारा कैदियों को मारने के सीसीटीवी फुटेज को सोशल मीडिया में असम के हिरासत केंद्र में मुस्लिमों को मारने के दावे से साझा किया गया।

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.