यूरो 2020 के फ़ाइनल में इंग्लैंड को हराकर इटली ने यूरो कप अपने नाम कर लिया. इस दौरान, रास्ते पर पटाखों की लंबी लड़ी वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. दावा है कि इटली की जीत की खुशी में उत्सव का आयोजन किया गया. मेसेज में आगे लिखा है, “इनके लिए प्रदूषण नहीं है दुनिया को सिर्फ़ भारत के दिवाली पटाखे ही प्रदूषण दिखते हैं.”

Italy’s celebration on euro cup winning. No pollution for them ,only India’s Dipawali crackers pollute the world! 👆

Posted by Hemant Sahasrabuddhe on Monday, 12 July 2021

ट्विटर पर भी कुछ लोगों ने ये वीडियो ट्वीट किया है.

फ़ेसबुक पर ये वीडियो वायरल है. ऑल्ट न्यूज़ के मोबाइल ऐप पर भी इस वीडियो के फ़ैक्ट-चेक के लिए कुछ रीक्वेस्ट आयी हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

वायरल पोस्ट पर कमेन्ट करते हुए कुछ लोगों ने इस वीडियो को ताइवान का बताया है. साथ ही वीडियो में भी लोगों की टी-शर्ट पर ग़ैर-रोमन लिपि में कुछ लिखा दिखता है.

वीडियो के फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर कोई ठोस जानकारी नहीं मिली. लेकिन हमें ताइवान में हुए उत्सव का एक वीडियो मिला जो इस वीडियो से काफ़ी मिलता है. यानी, ऐसा संदेह हुआ कि ये वीडियो ताइवान में हुए समारोह का हो सकता है.

आगे, फ़ेसबुक पर चाइनीज़ की-वर्ड्स से सर्च करने पर कुछ फ़ेसबुक पोस्ट्स मिले जिसमें ये वीडियो शेयर किया गया था. इन पोस्ट्स में 16 अप्रैल के ताइवान के मीडिया आउटलेट सानील न्यूज़ नेटवर्क (SETN) का वीडियो शेयर किया गया है. कैप्शन के मुताबिक, “Baishatun Mazu के मौके पर 500 मीटर तक पटाखे लगाए गए”.

STEN का वीडियो साइज़ में बड़ा है. लेकिन दोनों वीडियो की तुलना करने पर साफ़ हो जाता है कि ये दोनों वीडियो एक ही हैं:

1. लाल निशान – 2 पेड़ों के बीच का खंभा

2. नीला निशान – नारंगी रंग की टोपी वाला शख्स

3. हरा निशान – मोबाइल फ़ोन

चाइना पोस्ट के मुताबिक, ताइवान में हर साल चीनी देवता मेज़ू के जन्मदिन के मौके पर मेज़ू यात्रा निकाली जाती है. ये धार्मिक यात्रा जनवरी से अप्रैल के बीच में निकाली जाती है.

इस त्योहार में पटाखे जलाने की कुछ तस्वीरें भी शेयर की गई हैं.

इस तरह, ताइवान में धार्मिक मेज़ू यात्रा में पटाखे जलाने का वीडियो यूरो कप 2020 में इटली की जीत का जश्न मनाने का बताकर शेयर किया गया.


यूपी पुलिस का वायरल वीडियो मार्च 2017 का, योगी सरकार के कार्यकाल से पहले की घटना

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.