इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें भीड़ कुछ बाइक सवार युवकों को रोककर उनके साथ गाली गलौज़ व पाकिस्तान का झंडा लहराते हुए जाने के आरोप लगाते दिख रही है. साथ ही धमकाते हुए एक युवक को थप्पड़ मारते भी नज़र आती है. इस वीडियो के साथ दावा है कि बागपत के थाना सिघावली छेत्र के अमीनगर सराय में पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे व्यक्तियों को स्थानीय लोगों ने पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया.

वेरिफ़ाइड X-हैंडल @ajaychauhan41 ने ऐसे ही दावे के साथ वीडियो पोस्ट किया. (आर्काइव लिंक

एक्स हैंडल #अक्षय Dn Nationalist 🇮🇳 ने भी ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया. (आर्काइव लिंक

वेरिफ़ाइड X-हैंडल सनातनी योद्धा ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “मित्रो बागपत के थाना सिघावली छेत्र के अमीनगर सराय में पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे इस्ला&मिसट जिहा#दियों को स्थानीय राष्ट्रवादी भाइयों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया, हर हर महादेव ” (आर्काइव लिंक

फैक्ट-चेक

आल्ट न्यूज़ ने की-वर्डस सर्च किया, हमें 17 सितम्बर को पब्लिश्ड अमर उजाला की न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में लिखा है कि मेरठ-बागपत नेशनल हाईवे पर पाकिस्तानी झंडा लहराने के शक में कुछ लोगों ने वर्ग विशेष के दो युवकों को पकड़कर पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस की जांच में दोनों झंडे धार्मिक निकले और दोनों को छोड़ दिया गया.

इस रिपोर्ट में लिखा है कि गौसपुर गांव का रहने वाला अरबाज और आमिर सोमवार सुबह बाइक पर हरे रंग के झंडे लहराकर नारे लगाते हुए मेरठ-बागपत नेशनल हाईवे पर सराय मोड़ से गुजरा, तभी आसपास खड़े हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बाइक पर पाकिस्तानी झंडा लहराने का शक होने पर पीछा कर इन्हें सिंघावली अहीर पुलिया के पास पकड़कर पिटाई कर दी. आसपास के दुकानदारों ने दोनों युवकों को बचाया और पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने दोनों से पूछताछ के बाद वर्ग विशेष के धर्मगुरुओं को बुलाकर झंडा दिखाया जिन्होंने हरे रंग के झंडे को धार्मिक बताया.

हमें बागपत पुलिस का एक ट्वीट भी मिला जिसमें वायरल हो रहे वीडियो के संबंध में लिखा है, “दिनांक 16-09-2024 को 03 बाइक सवार युवक ग्राम गौसपुर से मेरठ जा रहे थे जिनकी बाइक पर हरे रंग का कपड़ा रखा हुआ था राह चलते कुछ स्थानीय लोगों ने उनको रोका और हरे रंग के कपड़े को पाकिस्तान का झंडा बताते हुए विरोध किया. उक्त प्रकरण में थाना सिंघावली अहीर पुलिस द्वारा जांच की गई तो उक्त युवकों के पास जो हरे रंग का कपड़ा था वह ईद-ए-मिलाद त्यौहार से सम्बन्धित था. उक्त कपड़ा पाकिस्तान का झंडा नही था. बागपत पुलिस भ्रामक खबर का खण्डन करती है. कृपया भ्रामक खबर न फैलाये अन्यथा आपके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी.” (आर्काइव लिंक

कुल मिलाकर, वायरल वीडियो में ईद ए मिलाद त्यौहार से सम्बन्धित हरे रंग के कपड़े को पाकिस्तानी झण्डा बताकर मुस्लिम युवकों के साथ बदसलूकी व उन्हें पीटने की घटना का वीडियो भ्रामक दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.

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